वारिसलीगंज में पीड़ित दलित युवकों से मिली टीम
बिहार राज्य अनुसूचित आयोग के पूर्व अध्यक्ष सहित विभिन्न संगठनों के लोग गुरुवार को वारिसलीगंज के मसनखावा गांव पहुंचे और पीड़ित दलित युवकों से मुलाकात कर उनसे बातचीत की। इसके बाद थाना पहुंचकर मामले में...
बिहार राज्य अनुसूचित आयोग के पूर्व अध्यक्ष सहित विभिन्न संगठनों के लोग गुरुवार को वारिसलीगंज के मसनखावा गांव पहुंचे और पीड़ित दलित युवकों से मुलाकात कर उनसे बातचीत की। इसके बाद थाना पहुंचकर मामले में अब तक हुई कार्रवाई की जानकारी ली।
टीम में बिहार राज्य अनुसूचित जाति आयोग के पूर्व अध्यक्ष विद्यानंद विकल, राष्ट्रीय दलित मानवाधिकार अभियान के विद्यानंदन राम, धर्मदेव पासवान, एक्शन एड के पंकज श्वेताभ, शाहदावादी शामिल थे। टीम के साथ थानाध्यक्ष सहित अन्य पुलिस बल मौजूद थे। टीम ने मसनखावा गांव के अनुसूचित टोले में जाकर घटना से संबंधित विस्तृत जानकारी ली। बाद संबंधित घटना के आरोपितों के टोले में जाकर उनके परिजनों का पक्ष जाना। तत्पश्चात टीम के लोगों ने वारिसलीगंज थाना पहुचंकर संबंधित मामले की समीक्षा के पुलिस अधिकारियो व पीड़ित के परिजनों से बात की। इस दौरान विकल ने कहा कि उक्त गांव में अनुसूचित जाति के बच्चों पर की गई बर्बरतापूर्ण कार्रवाई में शामिल सभी नामजद व अज्ञात आरोपितों को चिन्हित कर कड़ी कार्रवाई की मांग की गई है। बतादें कि दो जुलाई 19 को मसनखावा निवासी विशेश्वर रविदास का 19 वर्षीय पुत्र राजीव कुमार तथा सुनील दस का पुत्र सागर कुमार का धार्मिक भावना आहत हुए वीडियो वायरल हुआ था, जिसके बाद लोगों ने दोनों आरोपितों को पकड़ा और सिर मुड़ाकर गांव में घुमाया। इसका भी वीडियो वायरल हुआ तो पुलिस ने एक को गिरफ्तार किया।
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