Hindi Newsबिहार न्यूज़नवादाSurvey to Enroll Out-of-School Children in Mainstream Education in Nawada

जिले में छह से 19 आयु वर्ग के बच्चों का होगा सर्वेक्षण

नवादा में शिक्षा विभाग द्वारा स्कूल से बाहर के बच्चों को मुख्य धारा में लाने के लिए सर्वेक्षण किया जाएगा। समग्र शिक्षा अभियान के तहत प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित की गई, जिसमें विशेषज्ञों को प्रशिक्षण...

Newswrap हिन्दुस्तान, नवादाSat, 23 Nov 2024 04:52 PM
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नवादा, निज प्रतिनिधि शिक्षा विभाग की ओर से स्कूल से बाहर बच्चों को शिक्षा के मुख्य धारा में जोड़ने के लिए सर्वेक्षण कराया जाएगा। इसकी कवायद जिले में शुरू हो गई है। शुक्रवार को समग्र शिक्षा अभियान डीपीओ प्रियंका कुमारी की अध्यक्षता में जिला शिक्षा कार्यालय में प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें दो विशेषतज्ञ को सर्वेक्षण का प्रशिक्षण दिया गया। विशेषज्ञ लोग प्रखंडों में संबंधित बीईओ को प्रशिक्षण देंगे, इसके बाद वे स्कूलों के एचएम व शिक्षकों को प्रशिक्षण देंगे। सर्वेक्षण का काम अगले माह दिसंबर से शुरू होने की संभावना है । फिलहाल इसकी विभागीय तैयारी शुरू हो गई है। यह सर्वेक्षण 6 से 14 तथा 15 से 19 आयु वर्ग के बच्चों की पहचान के दिए गृह बार कराया जाएगा। इस संबंध में डीईओ ने जिले के सभी बीईओ, बीपीएम, प्रखंड साधन सेवी व पखंड डाटा इंट्री ऑपरेटर सह लेखापाल को निर्देश जारी किया है। उन्होंने कहा कि बच्चों की मुफ्त व अनिवार्य शिक्षा का अधिकार अधिनियम के तहत छह से 14 आयुर्व के सभी बच्चों को शिक्षा का अधिकार प्राप्त है। इसके बाद भी कई बच्चे मौलिक अधिकार से वंचित रह जाते हैं। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के क्रियान्यन नीति में विद्यालय से बाहर के बच्चों को चिह्नित करने के लिए गृह आधारित सर्वे की महत्ता पर जोर दिया गया है। सर्वेक्षण का उद्देश्य विद्यालय से बाहर के छह से 14 आयुवर्ग के सभी बच्चों को पहचान करना है। साथ ही, उन्हें उम्र सापेक्ष कक्षा में नामांकन कराना है। वहीं 15 से 19 आयुवर्ग के वैसे बच्चों को भी चिह्नित करना है जो कतिपय कारण से दसवीं व बारहवी की शिक्षा पूरी नहीं कर सके हैं। इस कार्य के लिए जिलास्तरीय कोर कमेटी का गठन किया गया है। इसके अध्यक्ष डीईओ होंगे। वहीं सदस्य के रूप में डीपीओ एसएसए, डीपीओ माध्यमिक शिक्षा, समन्वयक पहुंच व विशेष प्रशिक्षक, एमआईएस प्रभारी होंगे। इस कार्य के लिए एचएम की ओर से विद्यालय स्तर पर हेल्प डेस्क का गठन किया जाएगा। इसमें युवा शिक्षक को नोडल के रूप में नामित किया जाएगा। डायट के प्रशिक्षु भी करेंगे सहयोग इस सर्वेक्षण कार्य में डायट के प्रशिक्षु शिक्षकों का भी सहयोग लिया जाएगा इसके लिए शिक्षकों, टोला सेवको, आंगनबाड़ी सेविका, विद्यालय शिक्षा समिति के सदस्यों के साथ बैठक की जाएगी। वैसे घरों को चिह्नित करने के लिए रणनीति बनायी जाएगी। एचएम के नेतृत्व में गृहवार भ्रमण के लिए रणनीति बनायी जाएगी। शहरी क्षेत्रों में विद्यालय के शिक्षकों का सहयोग लिया जाएगा।

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