पीएम किसान सम्मान निधि : 1850 किसानों से होगी 23.69 करोड़ की रिकवरी
नवादा में, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि का लाभ गलत तरीके से उठाने वाले 1850 आयकर दाताओं से 23.69 करोड़ रुपए की रिकवरी की जा रही है। जिला कृषि विभाग ने नोटिस भेजकर इनसे राशि वसूलने की प्रक्रिया शुरू...
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नवादा, हिन्दुस्तान संवाददाता। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि का लाभ बेजा तरीके से उठा लेने वाले लोगों से रिकवरी की जा रही है। आयकर जमा करने वालों ने भी पीएम किसान सम्मान निधि का लाभ जाने-अनजाने उठा लिया था। जरूरतमंद किसानों को सालाना छह हजार रुपए तीन किस्त में प्रदान की जाने वाली यह राशि जिले के 1850 ऐसे लोगों ने उठा ली थी, जो आयकर प्रदाता हैं। ऐसे लोगों को अब तक लगभग 23 करोड़ 69 लाख रुपए का भुगतान कर दिया गया है। अब यह राशि वसूल किए जाएंगे। आधार कार्ड से लिंक किए जाने की प्रक्रिया के क्रम में ऐसे लोग चिह्नित किए जा सके तो इनसे अब तक दी जा चुकी राशि की रिकवरी की प्रक्रिया जिला कृषि विभाग द्वारा शुरू कर दी गयी है। जिला कृषि कार्यालय द्वारा ऐसे लोगों को नोटिस भेजी जा रहा है। प्रावधान के मुताबिक दो बार नोटिस भेजने के बाद भी राशि लौटाने में आनाकानी करने वालों पर सर्टिफिकेट केस किया जाएगा और राशि की वसूली की जाएगी। नोटिस भेजने के बाद अंतिम सूचना मिलने तक जिले के 167 किसानों ने प्राप्त राशि को लौटा दिया है। ऐसे लोगों से अब तक 17.82 लाख रुपए की रिकवरी हो सकी है। चूकवश कई सही किसान भी आ गए हैं आयकरदाता की सूची में आयकर प्रदाता किसानों को किसान सम्मान की राशि भेज देने और इसके बाद इनसे रिकवरी की घोषणा के बाद हलचल सी है। ऐसे सभी किसानों की अगली किश्त पर रोक लगा कर अब तक उनके खाते में भेजी गयी पूरी राशि रिकवर करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है। डीबीटी के माध्यम के अलावा जिला कृषि कार्यालय द्वारा ऐसे चिह्नित लाभुकों को नोटिस भेज कर संबंधित प्रखंड कृषि पदाधिकारियों को यह जिम्मा सौंपा गया है कि आपकी अनुशंसा पर ऐसे किसानों का चयन हो गया है इसलिए इनसे रकम की रिकवरी आप अपने स्तर से कराएं। इस जांच के क्रम में कुछ ऐसे किसान भी हैं, जो आयकरदाता की श्रेणी में नहीं हैं, लेकिन उन्हें प्रतिबंधित कर दिया गया है। ऐसे किसानों की श्रेणी में पेंशन नहीं पाने वाले कई रिटायर्ड व्यक्ति हैं। चूंकि वह नौकरी के दरम्यान में आईटीआर भरते थे लेकिन वह कभी आयकर देने वालों की श्रेणी में नहीं रहे। इस तकनीकी चूक को दूर करने के प्रयास चल रहे हैं। जिले के 1.78 लाख किसानों मिल रहा लाभ प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि का लाभ जिले के 1 लाख 78 हजार 797 किसानों को मिल रहा है। इनमें से अब भी 3456 लाभुकों का ई-केवायसी नहीं कराया जा सका है। जाहिर है ऐसे लाभुक जांच होने तक संदिग्ध हैं। सही पाए जाने पर उन्हें इसका लाभ मिलता रहेगा अन्यथा गलत पाए जाने पर इनसे भी रिकवरी हो सकती है। जिला कृषि पदाधिकारी संतोष कुमार सुमन ने बताया कि 1 दिसम्बर 2018 को शुरू की गयी इस योजना की पहली किश्त मार्च-2019 में किसानों के खाते में भेजी गयी थी। प्रथम चरण में चयनित 1 लाख 83 हजार 106 और पुनर्विचार के बाद 5 हजार 40 किसान इसमें शामिल किए गए थे, जिस कारण 1.88 लाख किसानों को इस योजना में शामिल किया गया था। योजना के आरंभ से लेकर अब तक निबंधित किसानों के वेरिफिकेशन के क्रम में लगातार अनियमितता पकड़े जाने के बाद वर्तमान में यह संख्या घट गयी है। नई किस्त जारी होने से पूर्व जारी जांच के क्रम में कई बार आयकर दाता चिह्नित किए गए हैं जबकि कुछ ऐसे लोग भी चिह्नित किए गए हैं, जो या तो एक ही घर के या पति-पत्नी हैं अथवा अल्पवय लोग हैं। इन सभी को नोटिस करने के बाद इनसे तब तक भेजी जा चुकी राशि की रिकवरी किए जाने की विभागीय स्तर पर कवायद की जाती है। ---------------------- सिर्फ जरूरतमंद किसानों को मिलना है लाभ नवादा। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि सिर्फ जरूरतमंद किसानों के लिए संचालित योजना है। इसके तहत किसानों को प्रतिवर्ष दो-दो हजार की तीन किस्म में कुल छह हजार रुपए प्रदान किए जाते हैं ताकि किसान खाद, बीज और सिंचाई की जरूरतों को पूरा कर सकें। लेकिन ऑनलाइन आवेदन करने के क्रम में उन लोगों ने भी गलत दस्तावेज और दावों के साथ इस योजना का लाभ उठा लिया, जो इसकी अहर्ता नहीं रखते थे। आरंभिक जांच में पकड़ में नहीं आ सके लोग अब तक इसका लाभ उठा रहे थे लेकिन आधार सीडिंग को अनिवार्य कर दिए जाने के बाद से गड़बड़ियां लगातार पकड़ी जा रही हैं। प्रावधान के मुताबिक, पीएम किसान सम्मान निधि योजना का लाभ लेने के लिए किसान के नाम खेती की जमीन होनी चाहिए। अगर कोई जमीन का मालिक है लेकिन वह सरकारी कर्मचारी या रिटायर हो चुका हो तो लाभ नहीं मिल सकेगा। मौजूदा या पूर्व सांसद, विधायक, मंत्री को भी इस योजना का लाभ नहीं मिलना है। इसके अलावा प्रोफेशनल रजिस्टर्ड डॉक्टर, इंजीनियर, वकील, चार्टर्ड अकाउंटेंट या इनके परिवार के लोगों को भी इस योजना का लाभ नहीं मिलना है। इसके साथ ही किसी भी वर्ग के आयकर देने वाले परिवारों को भी इस योजना के लाभ से वंचित रखा गया है। किसान सम्मान निधि योजना में छोटे और सीमांत किसानों को परिभाषित करते हुए कहा गया है कि ऐसे किसान परिवार, जिनमें पति, पत्नी और नाबालिग बच्चों के पास संबंधित राज्य के भूमि रिकॉर्ड के अनुसार सामूहिक रूप से खेती योग्य भूमि दो हेक्टेयर अथवा इससे कम जमीन है, उस परिवार के एक सदस्य को ही इस योजना का लाभ मिल सकेगा। --------------------- वर्जन: सही किसानों के बीच बिना किसी बाधा के प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की राशि भेजी जा रही है। गलत तरीके से आवेदन दे कर इस योजना का लाभ उठाने वालों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई जारी है। इनकी पहचान के बाद रकम की रिकवरी की जा रही है। 1850 किसानों की अगली किस्त रोक दी गयी है तथा इनसे 23.69 करोड़ की रिकवरी करने के लिए नोटिस भेजी जा रही है। शेष लाभुकों को भी अगली किस्त का लाभ लेने के लिए ई-केवाईसी और अपने आधार नंबर भी सीड करा लेने की जरूरत है अन्यथा राशि नहीं भेजी जा सकेगी। -संतोष कुमार सुमन, जिला कृषि पदाधिकारी, नवादा।
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