वारिसलीगंज: साइबर गिरोह का खुलासा,सरगना समेत पांच गिरफ्तार
नवादा पुलिस ने सस्ते लोन देने का झांसा देकर लाखों की ऑनलाइन ठगी करने वाले साइबर गिरोह का खुलासा किया है। एसआईटी ने छापेमारी कर गिरोह के सरगना समेत पांच अपराधियों को गिरफ्तार किया। उनके पास से कई...
नवादा, हिन्दुस्तान प्रतिनिधि। नवादा की पुलिस ने सस्ते देर पर लोन देने का झांसा देकर बिहार समेत विभिन्न राज्यों के उपभोक्ताओं से लाखों की ऑनलाइन ठगी करने वाले एक साइबर गिरोह का खुलासा किया है। साइबर पुलिस की एसआईटी ने तकनीकी इनपुट पर वारिसलीगंज थाना क्षेत्र के लीला बिगहा व मसूदा गांवों में छापेमारी कर गिरोह के सरगना समेत पांच अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया। इनके पास से कई आपत्तिजनक सामान बरामद किये गये हैं। साइबर पुलिस ने गृह मंत्रालय के प्रतिबिंब पोर्टल पर एक्टिव नंबरों की मूवमेंट के आधार पर दोनों गांवों में छापेमारी की। छापेमारी में लीला बिगहा से तीन व मसूदा से सरगना समेत दो अपराधी गिरफ्तार किये गये। इनमें पास से 09 मोबाइल, 02 बाइक, 01 लैपटॉप, 02 प्रिंटर, 16 विभिन्न बैंकों व उपभोक्ताओं के नाम के पासबुक, 02 पैन कार्ड, 01 की बोर्ड, 01 माउस व 02 फिंगर स्कैनर बरामद किये गये। छापेमारी में नवादा के एसपी अभिनव धीमान द्वारा गठित एसआईटी की टीम लीडर साइबर डीएसपी सह साइबर थाने की एसएचओ प्रिया ज्योति ने भाग लिया। प्रेस रिलीज जारी कर खुलासा साइबर डीएसपी द्वारा जारी प्रेस रिलीज में पूरे मामले का खुलासा किया गया। पुलिस के मुताबिक प्रतिबिंब पोर्टल पर एक्टिव नंबरों के लोकेशन पर पुलिस लगातार काम करती रहती है। इसी क्रम में मंगलवार को वारिसलीगंज में लोकेशन मिलने पर छापेमारी की गयी। लीला बिगहा से तीन और बाद में उनकी निशानदेही पर मसूदा गांव से दो आरोपितों को गिरफ्तार किया गया। इनकी पूर्व में भी कई मामलों में संलिप्तता रही है। फिलहाल इन्हें साइबर थाने में 27 सितम्बर को दर्ज कांड संख्या 59/24 में न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। इन्हें किया गया गिरफ्तार गिरफ्तार किये गये आरोपितों में वारिसलीगंज के लीला बिगहा गांव के मनोज कुमार यादव का बेटा मुकेश कुमार, मुकेश प्रसाद शर्मा का बेटा सागर कुमार व बालेशवर यादव का बेटा नीतीश कुमार शामिल हैं। वहीं दो अन्य गिरफ्तार आरोपितों में वारिसलीगंज थाना क्षेत्र के मसूदा गांव के राजकुमार यादव का बेटा अकलेश कुमार व रामावतार यादव का बेट पंकज कुमार शामिल हैं। अकलेश कुमार गिरोह का सरगना बताया जाता है। वह पिछले कुछ महीनों से पुलिस के रडार पर था। लोकेशन मिलते ही पुलिस ने उसे मंगलवार को दबोच लिया। फायनेंस कम्पनियों के नाम पर ठगी पुलिस के मुताबिक आरोपितों द्वारा बिहार समेत विभिन्न राज्यों के उपभोक्ताओं को विभिन्न फायनेंस कम्पनियों से लोन दिलाने का झांसा देकर ऑनलाइन ठगी की जा रही थी। इनमें इंडिया बुल्स धनी फायनेंस, रिलायंस फायनेंस व बजाज फायनेंस नामक कम्पनियां शामिल हैं। आरोपितों द्वारा उपभोक्ताओं को इन कम्पनियों से सस्ते दर पर तुरंत लोन दिलाने का झांसा दिया जा रहा था। झांसे में आने के बाद प्रोसेसिंग फी व अन्य चार्ज के नाम पर उपभोक्ताओं से ठगी की जा रही थी। इनसे ठगी के रुपये विभिन्न बैंकों व यूपीआई में ट्रांसफर कराये जा रहे थे। 10 अब तक किये जा चुके गिरफ्तार पुलिस के मुताबिक इस गिरोह का सरगना अकलेश कुमार है। वह गिरेाह के अन्य साथियों को मोबाइल, कस्टमर डेटाशीट, सिम आदि सामान उपलब्ध कराता है। इस गिरोह का लंबा नेटवर्क है व इसमें दर्जनों लोग शामिल हैं। अब तक इस मामले में गिरोह के 10 आरोपित गिरफ्तार किये जा चुके हैं। इससे पूर्व साइबर पुलिस की एसआईटी ने इस गिरोह के पांच लोगों को 27 सितम्बर को चैनपुरा व मसूदा गांवों में छापेमारी कर गिरफ्तार किया था। उस दौरान सरगना अकलेश भाग निकला था। न्यायिक हिरासत में भेजने से पूर्व पुलिस ने सरगना से लंबी पूछताछ की। बताया जा रहा है कि पूछताछ में सरगना ने अपने कई साथियों के नाम पुलिस को बताये हैं। जिनके विरुद्ध छानबीन के बाद कार्रवाई की जाएगी।
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