कोवैक्सीन का टीका लेने वालों को मिल रहा कोविशील्ड का प्रमाणपत्र
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रजौली में कोविड-19 को लेकर हो रहे टीकाकरण में भारी गड़बड़ी देखने को मिल रही है। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के अंतर्गत जो वैक्सीनेशन सेंटर हैं, वहां पर लोगों को कोवैक्सीन का...
रजौली। एक प्रतिनिधि
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रजौली में कोविड-19 को लेकर हो रहे टीकाकरण में भारी गड़बड़ी देखने को मिल रही है। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के अंतर्गत जो वैक्सीनेशन सेंटर हैं, वहां पर लोगों को कोवैक्सीन का टीका लगाकर कोवैक्सीन का कार्ड तो दिया जा रहा है, लेकिन टीका लेने के बाद लोगों को कोविशील्ड के प्रमाण पत्र दिए जा रहे हैं। यह प्रमाण पत्र उन्हें ऑनलाइन से पीडीएफ के रूप में मिल रहा है। इसे कोई भी डाउनलोड कर सकता है। वहीं कोवैक्सीन का टीका लेने वाले लोगों के मोबाइल पर कोविशील्ड का टीका लेने के भी मैसेज मिल रहा है। इससे लोगों के बीच अजीबोगरीब स्थिति उत्पन्न हो गई है।
लोग कोविशील्ड का टीका लेने के लिए आधार कार्ड से ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन फॉर्म भर रहे हैं। जबकि जब वे वैक्सीन लेने के लिए वैक्सीनेशन सेंटर पर पहुंचते हैं तो सेंटर पर काम करने वाली एएनएम के द्वारा उन्हें को वैक्सीन लगाया जाता है और उन्हें कोवैक्सीन का कार्ड भी दिया जाता है। अब ऐसे में सवाल यह है कि कई लोग ऐसे हैं जो कोविड-19 के पहले टीके रजौली या नवादा जिला में ले रहे हैं, लेकिन जब उन्हें 12 से 16 हफ्ते बाद अगला टीका दिया जाएगा तो हो सकता है कि वह रजौली में न होकर कहीं और हो, ऐसे में नवादा या राज्य से बाहर उनको को वैक्सीन के टीके लगेंगे या कोविशील्ड के। यह बड़ी मुश्किल स्थिति उत्पन्न हो गई है।
एक ही कंपनी के होने चाहिए दोनो डोज
आईसीएमआर द्वारा जो दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं, उसमें बताया गया है कि अगर आप पहला डोज कोवैक्सिन का लेते हैं तो दूसरा डोज भी उन्हें को वैक्सीन के लेने होंगे और अगर पहला डोज कोविशील्ड का लेते हैं तो दूसरा डोज भी कोविशील्ड का लेना होगा। को वैक्सीन की जगह कोविशील्ड लेने पर उन्हें स्वास्थ संबंधित कष्ट हो सकते हैं। अब ऐसे में को वैक्सिन के टीके देकर कोविशील्ड का प्रमाण पत्र देना लोगों के जीवन से खिलवाड़ करने जैसा है। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थापित बीसीएम सुदर्शन कुमार ने बताया कि गलती प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के लेवल पर हो रही है या उच्च स्तर पर। फिलहाल मामला जांच का विषय बनता है।
तीन युवाओं ने बताई आपबीती
रजौली। केनरा बैंक नई दिल्ली में क्लर्क के पद पर पदस्थापित रजौली बीच बाजार के सन्नी कुमार ने बताया कि रजौली इंटर विद्यालय स्थित बीआरसी भवन में कोविड-19 के टीके लेने के लिए गए तो सेंटर पर मौजूद एएनएम सुनीता कुमारी ने उन्हें कोवैक्सीन का टीका कार्ड दिया गया और उन्हें कोवैक्सीन के टीके दिए गए, लेकिन उनके मोबाइल पर कोवैक्सीन की जगह कोविशील्ड का मैसेज आया। जब उन्होंने ऑनलाइन पीडीएफ फाइल से सर्टिफिकेट डाउनलोड किया तो उनके सर्टिफिकेट में भी कोविशील्ड अंकित था। साथ ही टीकाकरण करने वाली एएनएम सुनीता कुमारी की जगह पर प्रकीर्ति कुमारी लिखा हुआ था। रजौली के टकुआटांड़ निवासी प्रमोद कुमार सिंह के बेटे सुधांशु कुमार उर्फ पीएनजी और रजौली के ही उपरटंडा निवासी जनार्दन प्रसाद के बेटे रामाशीष कुमार ने उनके साथ ऐसा होना बताया।
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