हिसुआ वार्ड 08 : करोड़ों रुपए हुए खर्च, पांचू तालाब का उद्देश्य नहीं हो सका पूरा
हिसुआ नगर परिषद का वार्ड नंबर 08, जो संसाधनों से भरपूर है, अब भी विकास की कमी से जूझ रहा है। यहाँ गंदगी, पानी की आपूर्ति में बाधाएँ और सफाई की समस्याएँ हैं। महादलित टोले में स्थिति बेहद खराब है। वार्ड...

हिसुआ, संवाद सूत्र। हिसुआ नगर परिषद का वार्ड नंबर 08 नगर के सबसे अधिक संसाधनयुक्त वार्ड होने के बावजूद भी अपनी बदहाली से परेशान है। वार्ड में विकास की रफ्तार जितनी होनी चाहिए, उस हिसाब से विकास का नहीं होना इस वार्ड के लोगों के लिए सबसे बड़ी समस्या बनी हुई है। इस वार्ड कि स्थिति ऐसी है कि संसाधनयुक्त वार्ड होने के बावजूद भी हिसुआ की पहचान रही पांचू तालाब से लेकर महादलित टोले तक गंदगी का अम्बार लगा रहता है। हिसुआ शहर के मध्य में स्थित इस वार्ड का सीमांकन पूरब में पांचू कचहरी रोड से लेकर पश्चिम में हिसुआ राजगीर रोड तक है जबकि दक्षिण में गया-नवादा मेन रोड से लेकर उत्तर में बोधगया-राजगीर फोर लेन एनएच 82 तक है। वार्ड की जनसंख्या 05 हजार के करीब है। जबकि मतदाताओं की संख्यां 2200 के करीब है। जातिगत लिहाज से देखा जाय तो यह वार्ड अतिपिछड़ा और महादलित बाहुल्य वार्ड है। वार्ड की खासियत यह है कि इस वार्ड में हिसुआ थाना, पोस्ट ऑफिस और सरकारी अस्पताल सहित हिसुआ का प्राचीन और ऐतिहासिक पांचू तालाब अवस्थित है। जबकि व्यवसायिक दृष्टिकोण से देखा जाए तो इस वार्ड में हिसुआ नगर के व्यापारियों का बड़े-बड़े व्यवसायिक प्रतिष्ठान भी इसी वार्ड में है। यानी कह सकते हैं कि इस वार्ड के बिना हिसुआ नगर की परिकल्पना ही बेकार है। इसी वार्ड में हिसुआ शहर का प्राचीन आर्य समाज मंदिर भी है, जिसके प्रति आज भी यहां के लोगों की असमी आस्था बरकरार है। शिक्षा की व्यवस्था है बेहतर शिक्षा के क्षेत्र में इस वार्ड की स्थिति बेहतर कही जा सकती है। इस वार्ड में एक उर्दू विद्यालय और एक आंगनबाड़ी केंद्र उपलब्ध है। जहां स्थानीय बच्चे शिक्षा ग्रहण करते हैं, जबकि उच्च शिक्षा की व्यवस्था इस वार्ड में नदारद है। उच्च शिक्षा की व्यवस्था को लेकर मांग लगातार उठ रही है लेकिन इस वार्ड के समीप ही शहर में कम से कम दो उच्च और उच्चतर शिक्षण संस्थान हैं, जिस कारण शैक्षणिक दशा ठीक ही कही जा सकती है। नल-जल की उपलब्धता में है बाधा नल-जल की स्थित इस वार्ड में किसी हद तक बेहतर दिखाई देती है लेकिन अब भी कई मोहल्ले ऐसे हैं, जहां आपूर्ति में बाधा है। इस वार्ड में लीकेज की समस्या भी बरकरार है, जिस कारण कई घरों में पानी नहीं पहुंच पाती है। वहीं, कचहरी रोड में नल-जल योजना की पाईप नहीं बिछाए जाने के कारण इधर के घरों में पानी सप्लाई नहीं हो पाता है। स्थानीय वार्ड पार्षद अशोक सिंह के कार्यों की लोगों ने सराहना करते हुए कहा कि वार्ड के विकास के प्रति उनका प्रयास अच्छा रहा है। वे सदैव हमसभी के सुख-दुःख में डटकर खड़े रहते हैं। उनका व्यवहार कुशल होना ही हमारे लिए सबसे बड़ी बात है। वार्ड में नाली और गली की स्थिति बेहतर है। वार्ड पार्षद लगातार विकास कार्य कराते रहने का भरोसा भी दिलाते हैं और इसमें जुटे भी रहते हैं। महादलित टोले में सफाई का दिखता है अभाव इस वार्ड के मध्य में महादलितों कि घनी आबादी रहती है, जहां की स्थिति फिलहाल ठीक नहीं दिखाई देती है। महादलित टोला में घुसते के साथ ही साफ-सफाई का घोर अभाव दिखता है। हिसुआ अस्पताल के पीछे से लेकर पूरे महादलित टोले में जगह-जगह गंदगी का अम्बार लगा रहता है, जबकि इसी टोले के अधिकांश मजदूर नगर परिषद में सफाई कार्य करते हैं। इसके बावजूद उनके ही घरों के आसपास गंदगी का अम्बार लगा रहता है। हिसुआ अस्पताल से लेकर पांचू तालाब सहित पूरा महादलित टोला गंदगी से हमेशा भरा रहता है। सबसे बड़ी बिडंबना यह है कि महादलित टोले में जिस जगह आंगनबाड़ी केंद्र का संचालन होता है, उसके आसपास भी हमेशा कूड़ों का पसरा रहना इस वार्ड का दुर्भाग्य है। करोड़ों रुपये खर्च हुए खर्च पर पांचू तालाब अब भी निरर्थक हिसुआ शहर के प्रमुख जल स्रोतों में शुमार रहे हिसुआ बाजार का प्राचीन पांचू तालाब कि वर्तमान स्थिति बद से बदतर बनी हुई है। कुछ वर्षों पूर्व ही स्थानीय लोगो की मांग पर हिसुआ से भाजपा के पूर्व विधायक रहे अनिल सिंह के अथक प्रयास से नगर विकास विभाग द्वारा करोड़ों रुपए खर्च किए गए थे और इसका जीर्णोद्धार हुआ था लेकिन यह तालाब अभी भी अपनी बदहाली पर आंसू बहाने को मजबूर है। नगर विकास विभाग बिहार सरकार द्वारा इस तालाब के चारों ओर सीढ़ियों का निर्माण कराकर शहर के लोगों को घूमने और टहलने के लिए इसके चारों ओर वाकिंग टर्फ का निर्माण कराया गया था। तालाब में वोटिंग की भी सुविधा नगर प्रशासन द्वारा शुरू किए जाने की बात कही गई थी। लेकिन स्थानीय नगर परिषद की अनदेखी से इसके चारों ओर गंदगी और नाले के बहते पानी ने इसको बदहाली तक पहुंचा कर रख छोड़ा है। वर्तमान में कई वर्ष बीतने के बावजूद हिसुआ नगर प्रशासन आजतक यहां पर बहने वाली नाली के पानी को मुख्य नाले में गिराने में सफल नहीं हो सका है। जिलाधिकारी देते रहते हैं बस आश्वासन कुछ दिनों पूर्व ही जब जिलाधिकारी रवि प्रकाश सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हिसुआ के औचक निरीक्षण करने पहुंचे थे तब पांचू तालाब की स्थिति पर गंभीरता पूर्वक ध्यान देने का भरोसा उन्होंने दिलाया था ताकि यह हिसुआ शहर का रमणीक स्थल बन सके। डीएम ने पांचू तालाब के जीर्णोद्धार के क्रम में तालाब के चारों ओर स्थायी कुर्सी सहित शेड, वृक्षारोपण, वाटर फाउंटेन लगाकर इसके सौंदर्यीकरण का आश्वासन दिया था। लेकिन यह कब तक अमल में लाया जा सकेगा, कुछ कहा नहीं जा सकता। अस्पताल की हालत बदहाल हिसुआ नगर और प्रखंड का एकमात्र सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भी इसी वार्ड में पड़ता है, जिसकी स्थिति काफी बदहाल बनी हुई है। अस्पताल के चारों ओर गंदगी का अम्बार फैला रहता है। अस्पताल कैम्पस के भीतर घुसते हीं यहां मौजूद सूअरों को देखकर ऐसा प्रतीत होता जैसे यह अस्पताल नहीं बल्कि सूअरों का रैन बसेरा है। अस्पताल कर्मी अस्पताल परिसर में बाउंड्री वॉल नहीं रहने के कारण तेज स्पीड में आते-जाते बाइक चालकों से भी परेशान रहते हैं। अस्पताल के कर्मियों का कहना है कि बाउंड्री वॉल नहीं होने के कारण कुछ शोहदों द्वारा काफी तेजी से अस्पताल परिसर में बाइक दौड़ाया जाता है, जिससे अस्पताल कर्मियों को लगातार परेशानी झेलनी पड़ती है। मच्छरों का प्रकोप बना है सिरदर्द पांचू तालाब के दक्षिणी क्षोर पर स्थित हिसुआ थाना और पोस्ट ऑफिस के कर्मियों कि भी व्यथा कम नहीं है। पांचू तालाब के किनारे बहते नाली के गंदे पानी के कारण इन प्रमुख जगहों पर शाम ढलते ही मच्छरों का प्रकोप बढ़ जाता है। स्थिति इतनी भयावह बनी रहती है अधिकारियों को कार्यालय में बैठना भी मुश्किल हो जाता है। पोस्ट ऑफिस तो शाम ढलने से पूर्व ही बंद हो जाता है लेकिन हिसुआ थाना के पुलिस अधिकारी और पुलिस कर्मियों को सारी रात जागकर मच्छरों के आतंक को सहते हुए अपनी ड्यूटी निभानी पड़ती है। फुटपाथी दुकानदारों की स्थायी व्यवस्था नहीं शहर के प्रमुख व्यवसायिक केंद्र होने के कारण इस वार्ड में काफी संख्यां में सड़क किनारे अवैध कब्जा कर फल, सब्जी, ठेला, रेहड़ी और खोमचा वाले अपनी दुकान सजाते हैं। इन गरीब और फुटकर विक्रेताओं का जीने का एकमात्र साधन भी यही है। लेकिन सड़कों के किनारे और आसपास इनके द्वारा किए गए अतिक्रमण से शहर में जाम की भीषण समस्या है। समय-समय पर नगर परिषद प्रशासन द्वारा अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई भी की जाती है, लेकिन दूसरे ही दिन फिर से सड़कों पर दुकानें सज जाती हैं। हलांकि स्थानीय फुटपाथी दुकानों को नगर परिषद जल्द ही हिसुआ अस्पताल के समीप बनाए गए वाहन स्टैण्ड में शिफ्ट करने पर गंभीरता पूर्वक विचार कर रही है। ------------------------ लोगों की व्यथा : वार्ड का विकास संतोषजनक है लेकिन लेकिन जिस रफ्तार से विकास होना चाहिए उतनी रफ्तार से विकास कार्य जारी नहीं हैं। वार्ड के पांचू कचहरी रोड में नल-जल का पाईप अभी तक नहीं बिछाया जाना निराशजनक है। एक बड़ी आबादी के घरों में पीने की पानी का नहीं पहुंच पाना बहुत ही दुखदाई है। - पप्पू कुमार, व्यवसायी, वार्डवासी। वार्ड में उच्च शिक्षा का बेहतर प्रबंध की जरूरत है। इस पर स्थानीय वार्ड पार्षद को ध्यान देने की जरूरत है। इसके साथ ही महादलित टोला में साफ- सफाई का घोर भाव दिखाई पड़ता है, जिसपर वार्ड पार्षद को गंभीरता पूर्वक ध्यान देना चाहिए। शहर का सबसी अच्छी भौगोलिक स्थिति वाले इस वार्ड की दुर्दशा खत्म हो। -मनोज कुमार शर्मा, कारोबारी, वार्डवासी। पांचू तालाब के सौंदर्यीकरण का लाभ स्थानीय लोगों को नहीं मिल रहा है। तालाब के चारों ओर गंदगी और नाले का पानी बजबजाता रहता है। जिसके कारण शाम ढलते ही मच्छरों का प्रकोप बढ़ जाता है। सारी रात मच्छरों के बीच ही जागकर ड्यूटी निभानी पड़ती है। इस स्थिति से निजात दिलाने पर वार्ड पार्षद ध्यान दें। -प्रमोद कुमार लड्डू, चौकीदार, हिसुआ थाना। हिसुआ अस्पताल में बाउंड्री वॉल की सख्त जरूरत है। बाउंड्री नहीं रहने के कारण बेरोकटोक बाइक सवार तीव्र गति से अस्पताल परिसर में बाइक दौड़ाते रहते हैं। जिससे अस्पताल कर्मियों को दुर्घटना का लगातार खतरा बना रहता है। इसके साथ ही अस्पताल परिसर में बेहतर साफ-सफाई की भी जरूरत है। -सर्वेश कुमार, रात्रि प्रहरी, हिसुआ अस्पताल। -------------------- क्या कहते हैं जिम्मेदार: वार्ड की समस्याओं और विकास को लेकर मेरी प्राथमिकता के आधार पर विकास कार्य जारी हैं। मेरे लिए यह गर्व की बात है कि मुझे इस वार्ड का तीन-तीन बार प्रतिनिधित्व करने का अवसर मिला है। वार्ड का विकास निरंतर जारी है। नाली-गली सहित अन्य सुविधाएं बेहतर है। रही बात पांचू तालाब और महादलित टोले में साफ-सफाई की तो इसका समाधान जल्द ही निकाल लिया जाएगा। नल-जल की आपूर्ति की बेहतरी पर मेरा खास ध्यान है। पांचू कचहरी चौक से लेकर विश्वशांति चौक तक जाम की गंभीर समस्या के समाधान को लेकर तत्पर हूं। फुटपाथी दुकानदारों को अस्पताल के समीप बनाए गए दोपहिया वाहन स्टैण्ड में शिफ्ट करने का विचार चल रहा है। आम नागरिकों के साथ हीं फुटपाथी दुकानदारों की समस्याओं का निदान जल्द ही निकाल लिया जाएगा। -अशोक कुमार सिंह, वार्ड पार्षद, वार्ड- 08, हिसुआ नगर परिषद, नवादा।
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