हरियाणा के कृष्णा यादव व तरुण यादव ने दंगल प्रतियोगिता में मारी बाजी
नवादा में गोवर्द्धन पूजा के मौके पर हरिश्चंद्र स्टेडियम में विराट दंगल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। सीनियर वर्ग में कृष्णा यादव ने पहला स्थान प्राप्त किया, जबकि विधाता यादव उपविजेता रहे। जूनियर वर्ग...
नवादा, हिन्दुस्तान संवाददाता। गोवर्द्धन पूजा के अवसर पर शहर के हरिश्चंद्र स्टेडियम में विराट दंगल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। देश के विभिन्न भागों से आए पहलवानों ने खूब दमखम दिखाया। सीनियर ग्रुप में हरियाणा के कोल्हाबिगहा निवासी कृष्णा यादव ने बाजी मार ली और प्रथम विजेता रहे। जबकि बकसोती नवादा के विधाता यादव को उपविजेता से संतोष करना पड़ा। इसी प्रकार, जूनियर वर्ग में भी हरियाणा कोल्हाबिगहा के तरुण यादव ने बाजी मार ली और प्रथम विजेता बने जबकि सिकन्दरा जमुई के सतीश यादव उपविजेता रहे। इन सभी विजेताओं को पूर्व घोषणा के अनुसार पारितोषिक प्रदान किया गया। जूनियर वर्ग के प्रथम विजेता को 11 हजार रुपये व उपविजेता को 51 सौ रुपये नगद प्रदान किए गए जबकि सीनियर ग्रुप में प्रथम विजेता को 21 हजार रुपये और उपविजेता को 11 हजार रुपये नगद राशि प्रदान किए गए। इसके साथ ही सभी विजेताओं को एक-एक लंगोट प्रदान किया गया। प्रतियोगिता के नियमानुसार, प्रत्येक राउंड के विजेता खिलाडियों को भी सांत्वना पुरस्कार के साथ लंगोट प्रदान किया गया। गोवर्द्धन मंदिर समिति के अध्यक्ष और पूर्व श्रम राज्य मंत्री राजबल्लभ प्रसाद के सौजन्य से गोवर्द्धन पूजा पर रविवार को आयोजित विराट दंगल प्रतियोगिता का आयोजन नवादा के प्रसिद्द हरिश्चंद्र स्टेडियम के नवनिर्मित कुश्ती अखाड़े में किया गया। इस दंगल प्रतियोगिता का उद्घाटन नवादा एमएलसी अशोक कुमार ने किया। उन्होंने प्रतियोगिता में शामिल सभी पहलवानों को कुश्ती जैसे पुरातन खेल को आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित किया और इस बात के लिए पहलवानों को सराहा कि वह सभी वर्तमान दौर में पुरातन खेलों का अस्तित्व बचाने को तत्पर हैं। इससे ही भारतीयता की पहचान अक्षुण्ण रहेगी। एमएलसी अशोक कुमार ने विजेता पहलवानों को शुभकामनाएं देते हुए अखाड़े के अनुशासन के लिए समस्त कुश्ती प्रेमियों को बधाई दी। मंच पर विशिष्ट लोगों में मथुरा यादव, एकलव्य यादव, अवधेश कुमार, प्रिन्स तमन्ना, रामलखन प्रसाद, रविन्द्र यादव आदि शामिल रहे। दंगल प्रतियोगिता का नेतृत्व समिति के सचिव महेंद्र यादव कर रहे थे जबकि मंच से खेल पर नजर रखने में सुरेन्द्र यादव, नंदकिशोर बाजपेयी, राजेन्द्र यादव, ब्रजेंद्र कुशवाहा, शशिभूषण शर्मा आदि ने अहम भूमिका निभाई। अखाड़ा पूजन के बाद जम कर चला दख दिखाने का दौर सर्वप्रथम अखाड़ा पूजन कर दंगल का आगाज किया गया। जानकी यादव ने अखाड़ा पूजन किया और पंजीकृत पहलवानों को अखाड़े में उतारा गया। पूर्व की भांति इस वर्ष भी स्थानीय पहलवानों के अलावा हरियाणा, जम्मू-कश्मीर, झारखण्ड और पंजाब जैसे राज्यों के पहलवान अखाड़े में जोर-आजमाइश करने पहुंचे थे। जूनियर ग्रुप में कुल पांच राउंड और सीनियर ग्रुप में चार राउंड की कुश्ती हुई, जिसमें लगभग 60 पहलवान प्रतिभागियों ने भाग लिया। जूनियर वर्ग में कुल 46 पहलवानों ने भाग लिया जबकि सीनियर ग्रुप में कुल 12 पहलवानों ने दमखम दिखाया। निर्णायक की भूमिका में राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त शारीरिक शिक्षक अलखदेव प्रसाद समेत प्रो.धनराज प्रसाद, शिक्षक रामविलास प्रसाद और लालकेश्वर राय ने पारदर्शी भूमिका निभाई।
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