वन विभाग ने शुरू किया चलंत पौधा बिक्री केन्द्र
वन विभाग ने जल जीवन हरियाली योजना से आमलोगों को जोड़ने के लिए चलंत पौधा बिक्री केन्द्र चालू किया है। इसके तहत वन विभाग के कर्मी चलंत पौधा बिक्री केन्द्र वाहन से पौधे लेकर सभी प्रखंडों के पंचायत...
वन विभाग ने जल जीवन हरियाली योजना से आमलोगों को जोड़ने के लिए चलंत पौधा बिक्री केन्द्र चालू किया है। इसके तहत वन विभाग के कर्मी चलंत पौधा बिक्री केन्द्र वाहन से पौधे लेकर सभी प्रखंडों के पंचायत मुख्यालयों व गांव बाजार हाट में जाएंगे। इसके लिए नवादा वन प्रमंडल द्वारा एक विशेष वाहन तैयार किया गया है। जिसमें साउंड सिस्टम लगा है। इसके जरिये लोगों को गांवों में पौधों व योजना के बारे में बताया जाएगा।
इसी वाहन के पीछे बने कैरियर में विभिन्न प्रकार के फलदार, फूलदार व इमारती पौधे रखे होंगे। एक व्यक्ति अधिकतम दो पौधे ले सकेंगे। इसके लिए उन्हें प्रति पौधे दस रुपये देने होंगे। पौधे डेढ़ साल के होंगे, जिससे उनके नष्ट होने की संभावना नहीं के बराबर होगी। इन पौधों में सागवान, महोगिनी, अनार, शरीफा, आंवला, सहजन, अमरूद, पपीता व हरसिंगार आदि शामिल हैं। इस योजना का उद्देश्य गैर नर्सरी वाले प्रखंडों में लोगों को उनके घरों के आसपास पौधे उपलब्ध कराकर उन्हें पौधरोपन की ओर आकर्षित करना है। जिले के आठ प्रखंडों वारिसलीगंज, पकरीबरावां, काशीचक, रोह, अकबरपुर, नरहट, गोविन्दपुर व मेसकौर में नर्सरी उपलब्ध नहीं है। जिसके कारण वहां के लोगों को पौधे लाने में परेशानी आती है। योजना का आरंभ सोमवार को कौआकोल से किया गया है।
तीन साल बाद मिलेंगे 70 रुपये
दो से अधिक पौधे लेने के इच्छुक लोगों के लिए भी वन विभाग योजना लेकर जा रहा है। चलंत पौधा बिक्री केन्द्र पर ही किसानों को मुख्यमंत्री कृषि वानिकी योजना का लाभ मिल सकेगा। इसके तहत किसानों को कम से कम 25 पौधे लेने होंगे। इसके लिए सुरक्षित जमा राशि के रूप में उन्हें प्रति पौधे दस रुपये तत्काल देने होंगे। परंतु तीन साल बाद वन विभाग किसानों को प्रति पौधे 60 रुपये तथा सुरक्षित जमा राशि मिलाकर 70 रुपये देगा। इसके लिए किसानों को उसी वक्त एक फार्म भरना होगा। साथ ही किसानों को आधार कार्ड, पासबुक व जमीन की रसीद की छाया प्रति देनी होगी। इस योजना के तहत किसानों के साथ वन विभाग एक अनुबंध करेगा, जिसकी प्रति किसानों को दी जाएगी ताकि तीन साल बाद उन्हें पौधों की राशि लेने में कोई परेशानी न हो। आधार आदि दस्तावेज अनुबंध के वक्त भी जमा किये जा सकते हैं। इस योजना के तहत जिले में प्राप्त 180 आवेदनों के आलोक में 24 हजार 502 पौधे दिये जा चुके हैं।
निर्धारित शेड्यूल पर होगी बिक्री
चलंत पौधा बिक्री केन्द्र वाहन निर्धारित शेड्यूल पर प्रखंडों में जाएगा। 20 व 21 जुलाई को कौआकोल, 22 व 23 को वारिसलीगंज, 24 व 25 को पकरीबरावां, 26 को काशीचक, 27 व 28 को नवादा, 29 व 30 को रोह, 31 व 1 अगस्त को अकबरपुर, 2 अगस्त को गोविन्दपुर, 3 व 4 को नरहट, 5 को हिसुआ, 6 को नारदीगंज, 7 को मेसकौर, 8 को रजौली व 9 अगस्त को सिरदला प्रखंड में बिक्री केन्द्र वाहन जाएगा।
आमलोगों को पौधरोपन से जोड़ने के लिए अभियान की शुरुआत की गयी है। निर्धारित तिथि पर सभी प्रखंडों की प्राय: पंचायत मुख्यालयों व ग्राम हाट बाजारों तक चलंत वाहन जाएगा। 25 या उससे अधिक पौधे लेने वाले किसान मनी रिसीट उसी वक्त कटा लें। चलंत वाहन पर उनकी पसंद के पौधे नहीं होने पर अगले दिन संबंधित नर्सरी पर जाकर पौधे लिए जा सकते हैं। - अवधेश कुमार ओझा, डीएफओ, नवादा।
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