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सलाह : जिले में बदलते मौसम के अनुकूल खेती कर लाभ उठाएं किसान

नवादा के कृषि वैज्ञानिकों ने किसानों को बदलते मौसम के अनुसार खेती करने की सलाह दी है। उन्होंने गेहूं की बुआई के लिए उपयुक्त तापमान 20 से 25 डिग्री पर बीज का चयन प्रमाणित स्रोतों से करने का सुझाव दिया...

Newswrap हिन्दुस्तान, नवादाSat, 23 Nov 2024 04:53 PM
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नवादा, हिन्दुस्तान संवाददाता। बदलते मौसम के अनुकूल खेती कर लाभ उठाने की कृषि वैज्ञानिकों ने सलाह दी है। वर्तमान के मौसम के अनुकूल कृषि पर ध्यान देने की हिदायत देते हुए कृषि मौसम वैज्ञानिक ने कहा है कि अब गेहूं की बुआई का उपयुक्त समय आ गया है इसलिए किसान गेहूं के बीज का चयन प्रमाणित स्रोतों से ही करें। उन्नत प्रभेद के बीज ही अनुशंसित हैं। किसान गेहूं की बुआई के लिए 20 से 25 डिग्री तापमान का इंतजार कर सकते हैं। मसूर, तीसी, सरसों, आलू, मिर्च, टमाटर की खेती तथा पशुपालन को लेकर भी कई जरूरी सुझाव जारी किए गए हैं। पशुओं को रात में खुले स्थान पर नहीं रखने तथा पशुओं को खाने में एक चम्मच नमक का मिश्रण सुबह-शाम देने का सुझाव दिया गया है। गर्भधारित गाय-भैंसों को 50 ग्राम खनिज मिश्रण प्रतिदिन देने व सर्दी के इस मौसम में अतिरिक्त सावधानी बरतने के लिए कहा गया है। मौसम आधारित कृषि कार्य के लिए कृषि विज्ञान केन्द्र, सोखोदेवरा ने कृषि बुलेटिन जारी किया है। कृषि विज्ञान केन्द्र के वरीय सह प्रधान वैज्ञानिक डॉ.जयवंत कुमार सिंह ने गेहूं समेत दलहन फसल और आलू आदि की खेती के लिए मार्गदर्शन जारी किया है। गेहूं की बुआई के लिए 25 डिग्री से नीचे आने के बाद तापमान बिल्कुल अनुकूल बताया गया। उन्होंने कहा कि किसान इसी बीच गेहूं के बीज का चयन कर लें और प्रमाणिक स्रोतों से इसे प्राप्त करें। एचडी 2733, एचडी 2967, एचडी 2824, पीबीडब्ल्यू 502, पीबीडब्ल्यू 550 आदि किस्में नवादा के मौसम के सबसे अनुकूल हैं। जीरो टिलेज से बुआई के लिए बीज की मात्रा 40 से 45 किलोग्राम जब की सीधी बुआई के लिए 50 किलोग्राम प्रति एकड़ बीज इस्तेमाल किया जाना चाहिए। अभी के तापमान में और भी ह्रास की जरूरत है। दलहन की बुआई के लिए जुटें किसान दलहन के तहत मसूर की बुआई के लिए मल्लिका के 75, अरुण पीएल 77-12, बीआर 25 केएलएस-218 जैसी किस्मों को मौसम के अनुकूल बताया गया है। कृषि मौसम वैज्ञानिक रौशन कुमार ने बताया कि बुआई के लिए छोटे दाने की प्रजाति के लिए 30 से 35 किलोग्राम एवं बड़े दाने के लिए 40 से 45 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर का बीज दर रखने को निर्देशित किया गया है। बुआई के समय खेत में अंतिम जुताई के वक्त 100 किलोग्राम डीएपी तथा 20 किलोग्राम सल्फर प्रति हेक्टेयर एक समान रूप से व्यवहार करने के लिए कहा गया है। बुआई के 24 घंटे पूर्व 2 ग्राम फफूंद नाशक दवा थीरम, डैफोल्टोन, कार्बेंडाजिम आदि प्रति किलोग्राम बीज को उपचारित करने के लिए कहा गया हैद। तिलहन के लिए भी उपयुक्त वक्त तोरी और सरसों की बुआई के इस उपयुक्त समय को लेकर तोरी के उन्नत प्रभेद में आरयूटीएस 17, पांचाली, पीटी 303, भवानी आदि उन्नत किस्में बताए गए हैं जबकि पीली सरसों में राजेंद्र सरसों 1, स्वर्णा आदि सुझाया गया है। राई के लिए वरुणा, पूसा बोल्ड, क्रांति, राजेंद्र सुफलाम आदि अनुशंसित की गई है। प्रति हेक्टेयर 5 किलोग्राम बीज दर की जानकारी दी गई है जबकि पंक्ति से पंक्ति 30 सेंटीमीटर और पौधे से पौधे की दूरी 15 सेंटीमीटर रखकर बुआई करने को कहा गया है। उर्वरक में नेत्रजन 80 किलो, पोटाश 40 किलो तथा पोटेशियम 40 किलो प्रति हेक्टेयर प्रयोग में लाने के लिए कहा गया है। जिंक की कमी वाली खेत में 25 किलोग्राम जिंक सल्फेट डालने का सुझाव दिया गया है। आलू और टमाटर की बुआई भी कर लें किसान आलू के उन्नत प्रभेद के तहत कुफरी ज्योति, कुफरी पुखराज, कुफरी सिंदूरी और राजेंद्र आलू 3 की किस्में रोपाई सुझाव देते हुए किसानों को अब इसकी शुरुआत करने को कहा गया है। खेत में सड़े गोबर की खाद 200 क्विंटल तथा 5 क्विंटल खली प्रति हेक्टेयर की दर से मिलाने को कहा गया है। बताया गया है कि टमाटर की रोपाई का भी सबसे उपयुक्त वक्त है। रोपाई से पूर्व खेत को दो से तीन बार गहरी जुताई करने को कहा गया है। खेत में 10 टन प्रति हेक्टेयर के अनुसार सड़ी गोबर की खाद के प्रयोग का सुझाव दिया गया है जबकि पंक्ति से पंक्ति और पौधों से पौधों की दूरी 60 सेंटीमीटर रखने को कहा गया है। और 7 से 10 दिन पर सिंचाई करने का भी सुझाव दिया गया है। इस बीच, कृषि मौसम वैज्ञानिक रौशन कुमार ने कहा कि फिलहाल 16 से लेकर 29 डिग्री तक का तापमान बना रहेगा। नमी का प्रतिशत 36 से लेकर 74 तक रह सकता है। मुख्य रूप से और आंशिक रूप से बादल रहेंगे जबकि 4 से 5 किलोमीटर वाली पूर्वी, उत्तर-पूर्वी, दक्षिण-पश्चिम और उत्तर पश्चिमी हवा चलती रहेगी। फिलहाल रबी की बुआई समेत आलू और टमाटर जैसी फसलों के लिए किसान खेतों में जुट जाएं।

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