जीविका कार्यक्रम से महिलाएं सशक्त, आर्थिक आजादी के लिए भी तत्पर
नवादा जिले में महिला संवाद कार्यक्रम के माध्यम से महिलाओं को जागरूक किया जा रहा है। जिला प्रशासन महिला आरक्षण, नशामुक्ति अभियान और जीविका जैसे 31 सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए प्रयासरत है।...

नवादा, हिन्दुस्तान संवाददाता। जिले में आयोजित रहे महिला संवाद कार्यक्रम का लाभ महिलाओं को मिलता दिख रहा है। इसका कारण यह है कि जिला प्रशासन न सिर्फ महिलाओं को जागरूक बना रहा है बल्कि महिलाओं को सरकार की विभिन्न योजनाओं के लाभ से जोड़ने को भी प्रयत्नशील है। महिला संवाद कार्यक्रम के तहत जिले की महिलाओं को महिला आरक्षण, बिहार राज्य महिला सशक्तीकरण नीति, नशामुक्ति अभियान, जीविका कार्यक्रम, सतत जीविकोपार्जन योजना, मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना, मुख्यमंत्री बालिका पोषाक योजना, साइकिल योजना, मुख्यमंत्री बालिका प्रोत्साहन योजना, किशोरी स्वास्थ्य कार्यक्रम, बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना, मुख्यमंत्री मेधावृत्ति योजना सहित कुल 31 सरकारी योजनाओं के बारे में जागरूक किया जा रहा है।
नवादा जिले में जीविका कार्यक्रम जहां पूर्व से काफी सफल है वहीं जिला प्रशासन लगातार इसे और भी सशक्त बनाने को प्रयासरत है ताकि महिला सशक्तीकरण बस एक नारा बन कर न रह जाए। नवादा में जीविका कार्यक्रम जीविका पहल के तहत एक कार्यक्रम है, जिसका उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं को सशक्त बनाना और कौशल विकास, वित्तीय साक्षरता और स्वयं सहायता समूहों के साथ जुड़कर उनकी आजीविका में सुधार करना है। इस क्षेत्र में स्थायी प्रथाओं को बढ़ावा देने और सामाजिक-आर्थिक विकास प्राप्त करने पर भी ध्यान केंद्रित किया जा रहा है। स्वयं सहायता समूह से हो रहीं आर्थिक रूप से समुन्नत जीविका कार्यक्रम के तहत महिलाएं स्वयं सहायता समूह बना कर आर्थिक रूप से समुन्नत हो रही हैं। जीविका के डीपीएम मनोज कुमार गिरी ने बताया कि स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से सशक्तीकरण जीविका की प्राथमिकता रही है। जीविका महिलाओं को स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) में संगठित करने का काम करता है। इसके तहत माइक्रोफाइनेंस गतिविधियां संचालित की जाती हैं और अन्य बीआरएलपी कार्यक्रमों में भाग ले कर निपुण बनाने की सतत प्रक्रिया जारी रहती है। जीविका के तमाम कार्यक्रमों के माध्यम से महिलाओं को कौशल और वित्तीय साक्षरता विकसित करने में मदद करने के लिए प्रशिक्षण और शिक्षा प्रदान किया जा रहा है ताकि महिलाएं अधिक आत्मनिर्भर बन सकें। स्थायी आजीविका का साधन उपलब्ध कराता है जीविका जीविका स्थायी प्रथाओं को बढ़ावा देता है और महिलाओं को आय-उत्पादक गतिविधियां बनाने में मदद करता है। यह महिलाओं को दीर्घकालिक वित्तीय स्थिरता में योगदान देता है। डीपीएम ने बताया कि जीविका कार्यक्रम महिलाओं के व्यवसायों का समर्थन करने के लिए निर्दिष्ट ब्याज दर और स्थगन अवधि पर ऋण सहित वित्तीय सहायता प्रदान करता है। आर्थिक उन्नति में यह पहल बेहद कारगर साबित हो रही है। इसके साथ ही जीविका समुदाय-आधारित संस्थाओं पर जोर दे कर सभी कार्यक्रम की योजना और कार्यान्वयन में स्थानीय समुदायों को शामिल करती है, जिसका सीधा लाभ जिले की महिलाओं को मिल रहा है। उपलब्धियां और प्रभाव ला रही गरीबी में कमी जीविका ने नवादा में कई महिलाओं को अत्यधिक गरीबी से बाहर निकलने में सफलतापूर्वक मदद की है। यह इसलिए भी सफल रहा है क्योंकि जीविका के सभी कार्यक्रमों की मॉनिटरिंग सीधे ही डीएम करते हैं। डीएम की लगातार निगरानी के कारण जिले मे जीविका ने नौ सामाजिक-आर्थिक विकास संकेतकों को पूरा किया। आय में वृद्धि और आत्मनिर्भरता इसके तहत सतत जारी है। जिले की अनेक महिलाओं को अपनी आय बढ़ाने और विभिन्न आय-उत्पादक गतिविधियों में संलग्न होकर अधिक आत्मनिर्भर बनने में मदद कर जीविका जिले में आत्मनिर्भरता की एक नई लकीर खींच रही है। आगे भी इस बात पर जोर है कि जीविका के तहत ग्रामीण युवाओं को कौशल विकास का प्रशिक्षण प्रदान कर उन्हें रोजगार से जोड़ा जा सके और उनकी आजीविका में सुधार हो सके।
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