शोध के क्षेत्र में आए बदलाव शोध को नयी दिशा दे रहे : पूर्व वीसी
मुजफ्फरपुर में ललित नारायण तिरहुत महाविद्यालय में आयोजित छह दिवसीय कार्यशाला का समापन हुआ। मुख्य अतिथि प्रो. रिपुसूदन श्रीवास्तव ने शोध में संवाद के महत्व पर जोर दिया। प्रतिभागियों ने शोध के हर चरण का...

मुजफ्फरपुर, प्रमुख संवाददाता। शोध के क्षेत्र में आए बदलाव शोध को नयी दिशा दे रहे हैं। शोधार्थियों को भी चाहिए कि वे संवाद स्थापित कर विषय की जीवंतता को नया आयाम दें। ये बातें शनिवार को ललित नारायण तिरहुत महाविद्यालय में राजनीति विज्ञान विभाग, आईक्यूएसी और एमएमटीसी बिहार विश्वविद्यालय के तत्वावधान में आयोजित छह दिवसीय कार्यशाला के समापन समारोह में मुख्य अतिथि बीएन मंडल विवि के पूर्व कुलपति प्रो. रिपुसूदन श्रीवास्तव ने कहीं।
प्राचार्य डॉ. अभय कुमार सिंह ने कहा कि कार्यशाला की सफलता प्रतिभागियों की विशाल संख्या से जाहिर है। प्रतिभागियों ने शोध के प्रत्येक चरण का अध्ययन गम्भीरता से किया है। एमएमटीसी के निदेशक राजीव झा ने कहा कि कार्यशाला को व्यस्थित तरीके संपादित किया गया है। छात्र कल्याण पदाधिकारी डॉ. आलोक कुमार ने कहा कि शोध में नवीन तकनीक का इस्तेमाल कर शोधार्थियों को अपने शोध को विकसित करना चाहिए। सभी प्रतिभागियों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन कार्यशाला कंवेनर डॉ. अर्चना सिंह और धन्यवाद ज्ञापन चित्तरंजन कुमार ने किया।
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