विवाह पंचमी के दिन मिथिला और नेपाल में नहीं होती शादी
विवाह पंचमी शुक्रवार को मनाई जाएगी। इस दिन राम-सीता के विवाह का महोत्सव आयोजित होता है। ज्योतिषाचार्य पंडित प्रभात मिश्र के अनुसार, इस दिन का धार्मिक महत्व है, लेकिन मिथिलांचल और नेपाल में इसे विवाह...
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मुजफ्फरपुर, हिन्दुस्तान प्रतिनिधि। विवाह पंचमी शुक्रवार को मनाई जाएगी। इस दिन जगह-जगह राम सिया के विवाह महोत्सव का आयोजन किया जाता है।
शहर के ज्यातिषाचार्य पंडित प्रभात मिश्र ने बताया कि विवाह पंचमी का सभी पुराणों में विशेष महत्व है। इस महत्व के बावजूद कई जगह इस दिन विवाह नहीं किए जाते हैं। धार्मिक दृष्टि से इस दिन का बहुत महत्व माना गया है। मिथिलांचल और नेपाल में इस दिन विवाह नहीं होते हैं। केवल त्योहार मनाया जाता है। उनका मानना है कि सीता के दु:खद वैवाहिक जीवन को देखते हुए इस दिन विवाह लोग नहीं करते हैं। राम और सीता के विवाह की वर्षगांठ के तौर पर विवाह पंचमी का उत्सव मनाया जाता है। पौराणिक मान्यता के अनुसार मार्गशीर्ष अगहन मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी को राम-सीता का स्वयंवर हुआ था। इस पर्व को मिथिलांचल और नेपाल के जनकपुर धाम में बहुत उत्साह और आस्था से मनाया जाता है।
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