देश के 18 मेडिकल कॉलेजों के प्राचार्य को शोकॉज
यूजीसी ने 18 मेडिकल कॉलेजों को रैगिंग रोकने के नियमों का पालन न करने पर नोटिस जारी किया है। इनमें बिहार के तीन कॉलेज भी शामिल हैं। कॉलेजों ने छात्रों के माता-पिता से रैगिंग के खिलाफ शपथ पत्र नहीं...
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मुजफ्फरपुर, प्रमुख संवाददाता। देश 18 मेडिकल कॉलेज रैगिंग के नियमों का पालन करने में फेल साबित हुए हैं। रैगिंग रोकने के नियम का पालन नहीं करने पर विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने इन कॉलेजों के प्राचार्यों को नोटिस किया है और सात दिन में इसका जवाब देने को कहा है। इन कॉलेजों ने वर्ष 2024 में रैगिंग रोकने के नियमों का उल्लंघन किया है। जिन मेडिकल कॉलेज के प्राचार्यों को नोटिस किया गया है, उनमें बिहार के तीन मेडिकल कॉलेज शामिल हैं। बिहार के जिन तीन मेडिकल कॉलेजों के प्राचार्यों को नोटिस हुआ है, उनमें गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज बेतिया, कटिहार मेडिकल कॉलेज और मधुबनी मेडिकल कॉलेज शामिल हैं। यूजीसी ने इन कॉलेजों के प्राचार्यों को पत्र भेज दिया है। बिहार के अलावा पड़ोसी राज्य उत्तरप्रदेश के एक मेडिकल कॉलेज को नोटिस किया गया है। सभी प्राचार्यों को सात दिनों के अंदर नोटिस का जवाब देने को कहा गया है। नोटिस का जवाब नहीं देने पर इन प्राचार्यों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जायेगी।
छात्रों और अभिभावकों से नहीं लिया शपथपत्र
इन कॉलेजों को भेजे पत्र में यूजीसी ने कहा है कि एंटी रैगिंग अधिनियम 2009 के तहत दाखिले से पहले छात्रों के माता-पिता से छात्रों के द्वारा किसी भी रैंगिंग की गतिविधि में शामिल नहीं होने का शपथ पत्र लिया जाना है, लेकिन यह शपथ पत्र इन मेडिकल कॉलेजों के प्राचार्यों ने नहीं लिया। यूजीसी ने रैंगिग नियमों का पालन नहीं करने वाले सभी मेडिकल कॉलेज के प्राचार्यों के नाम भी अपने पोर्टल पर जारी कर दिये हैं। यूजीसी का कहना है कि रैगिंग रोकने के नियमों का पालन नहीं कर इन मेडिकल कॉलेजों ने छात्रों की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ किया है। रैगिंग के नाम पर कॉलेज में छात्र के साथ कोई भी हादसा हो सकता था।
बेतिया मेडिकल कॉलेज ने सिर्फ नौ छात्रों का लिया शपथ पत्र
यूजीसी की रिपोर्ट के मुताबिक बेतिया मेडिकल कॉलेज में 120 छात्रों का दाखिला होता है, लेकिन वर्ष 2024 में सिर्फ नौ छात्रों और उनके माता पिता से एंटी रैगिंग के शपथ पत्र लिये गये। इसी तरह कटिहार मेडिकल कॉलेज में भी 150 छात्रों का दाखिला होता है और वहां भी नौ छात्रों से ही शपथ पत्र लिये गये। मधुबनी मेडिकल कॉलेज में 150 छात्रों का दाखिला है और एक भी छात्र का शपथ पत्र कॉलेज के पास नहीं है।
इन मेडिकल कॉलेजों को किया गया नोटिस
आंध्र मेडिकल कॉलेज विशाखपटनम
गुंटुर मेडिकल कॉलेज
कुन्नूर मेडिकल कॉलेज
लखीमपुर मेडिकल कॉलेज
नागांव मेडिकल कॉलेज
गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज बेतिया
कटिहार मेडिकल कॉलेज
मधुबनी मेडिकल कॉलेज
हमदर्द इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस
वर्धमान मेडिकल कॉलेज और सफरदरंग अस्पताल
बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज
जवाहर लाल इंस्टीट्यूट ऑफ पोस्ट गेज्युएट मेडिकल एजुकेशन
महात्मा गांधी मेडिकल कॉलेज
सविथा इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस
क्रिस्चन मेडिकल कॉलेज
ओस्मानिया मेडिकल कॉलेज
डॉ. राम मनोहर लोहिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस
इंस्टीट्यूट ऑफ पोस्ट ग्रेज्युएट मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च
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