वैशाली एक्सप्रेस में मधुबनी के एक साल के बच्चे की मौत
मुजफ्फरपुर में एक साल के बच्चे युवराज की ट्रेन में नाक से खून आने से मौत हो गई। उसकी मां रीता देवी बेटे को इलाज के लिए दिल्ली ले जा रही थी। बच्चे की तबियत बिगड़ने पर आरपीएफ को सूचित किया गया, लेकिन...

मुजफ्फरपुर, वरीय संवाददाता। सहरसा-नई दिल्ली 12554 वैशाली सुपरफास्ट की जेनरल बोगी में गुरुवार को नाक से खून आने से एक साल के बच्चे युवराज की मौत हो गई। मधुबनी की रीता देवी उर्फ अहिल्या देवी अपने एक साल के बेटे का इलाज कराने दिल्ली जा रही थी। वह सहरसा में ट्रेन में सवार हुई थी।
समस्तीपुर से ट्रेन के खुलने के बाद बच्चे की स्थिति बिगड़ने लगी। इसकी सूचना मुजफ्फरपुर जंक्शन के आरपीएफ को दी गयी। आरपीएफ ने ट्रेन के पहुंचने से पहले रेल डॉक्टर शालीग्राम चौधारी को बुला लिया था। लेकिन, जंक्शन पर जांच के दौरान बच्चा मृत पाया गया। बच्चे की मां अपनी परिचित महिला के साथ सफर कर रही थी।
रीता ने बताया कि वह मूलत: मधुबनी के जयनगर थाना के सेली वेली की रहने वाली है। वर्तमान में उसके परिजन सहरसा स्टेशन के पास किराये के मकान में रहते हैं। पति विष्णुदेव महतो उर्फ विष्णु कुमार मजदूरी करते हैं। वह सहरसा से ट्रेन में चढ़ी थी। जेनरल का टिकट भी उसके पास से मिला है।
गोद में बेटे का शव लेकर बस स्टैंड के लिए हुई रवाना :
रीता देवी ने पुलिस को बताया कि उसका बच्चा बीमार था। वह सहरसा से नई दिल्ली उसके इलाज के लिए जा रही थी। समस्तीपुर से मुजफ्फरपुर तक वह बच्चे को गोद में रखकर ही लायी थी। बच्चे की मौत के बाद वह उसे गोद में लेकर ही बैरिया बस स्टैंड के लिए रवाना हो गई। बताया कि वह बस से 158 किमी की दूर सहरसा जाएगी। इस दौरान वह अपने बेटे का शव अपनी गोद में रखे रही।
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