चांदनी चौक पर अराजक ट्रैफिक हुआ जानलेवा
मुजफ्फरपुर के चांदनी चौक पर अराजकता जानलेवा बन गई है। अवैध पार्किंग के कारण सड़क पर गाड़ियाँ खड़ी रहती हैं, जिससे जाम की समस्या बनी रहती है। हाल ही में एक हादसे के बाद भीड़ ने प्रशासनिक अधिकारियों के...

मुजफ्फरपुर, प्रमुख संवाददाता। चांदनी चौक पर अराजक व्यवस्था जानलेवा बन गई है। मुख्य लेन पर ट्रकों के अवैध पार्किंग के कारण कब्जा है। सर्विसलेन गैराज बन गया है। ट्रांसपोर्टर और गैराज वाले पूरी सड़क पर गाड़ियां खड़ी करके रखते हैं। इस कारण वाहनों को निकलने के लिए पर्याप्त जगह नहीं मिल पाती है।
ओवरब्रिज के नीचे मुहाने पर बैरिया की ओर से आने वाली बस का अवैध पड़ाव है। दबंग बस मालिकों की बसें दिनभर रास्ता घेरकर खड़ी की जाती है। इससे यहां पर साल भर जाम की समस्या बनी रहती है। कई बार हादसे में मौत हो चुकी है, लेकिन प्रशासनिक अधिकारी यहां की अराजक स्थिति पर सख्त कार्रवाई नहीं कर पा रहे हैं। शनिवार को हादसे के बाद मौके पर जुटी आक्रोशित भीड़ ने इस मुद्दे को उठाया। लेकिन, मौके पर पहुंची पुलिस ने कोई जवाब नहीं दिया।
ट्रक और ई-रिक्शा के बीच टक्कर के समय मौके पर मौजूद प्रत्यक्षदर्शी अखिलेश कुमार झा ने कहा कि आखिर कितनी मौतों के बाद अधिकारी जागेंगे। कहा कि यहां पर अकसर हादसा होता है। हर हादसे के बाद एक से दो दिन अवैध पार्किंग को लेकर ऑनलाइन चालान काटा जाता है। इससे एक से दो दिन तक सड़कों पर से अवैध तरीके से खड़े रहने वाले वाहनों को हटा दिया जाता है। इसके बाद स्थिति फिर से अराजक बन जाती है। अक्रोशित लोगों ने कहा कि अवैध पार्किंग के खिलाफ निरंतर कार्रवाई नहीं हो पाने के लिए स्थानीय ब्रह्मपुरा थाना, ट्रैफिक थाना और परिवहन अधिकारी जिम्मेदार हैं। स्थानीय दुकानदारों ने बताया कि एनएचएआई 10 से अधिक बार अराजक स्थिति को लेकर जिला प्रशासन के अधिकारियों को पत्र लिख चुका है। सड़क सुरक्षा समिति की हर बैठक में चांदनी चौक का मुद्दा उठता रहा है। बैठक में कार्रवाई का निर्णय भी लिया जाता है। लेकिन, अगली बैठक में इस पर चर्चा नहीं हो पाती है कि पिछली बैठक में हुए निर्णय पर कितना काम हो सका। वहीं, ब्रह्मपुरा थानेदार सुभाष मुखिया का कहना है कि समय-समय अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई की जाती है। फिर से अभियान चलाया जाएगा।
ट्रांसपोर्ट नगर के लिए जमीन की नहीं कर पा रहे तलाश :
चांदनी चौक के पास फोरलेन पर ट्रकों के कब्जे का मुख्य कारण ट्रांसपोर्ट नगर का नहीं बनना बताया जा रहा है। इसके लिए पांच साल से जमीन की तलाश हो रही है। कांटी और मुशहरी सीओ को जमीन तलाशने की जिम्मेदारी दी गई है। लेकिन, दोनों सरकारी जमीन चिह्नित नहीं कर पा रहे हैं। स्थानीय ट्रांसपोर्टर का कहना है कि ट्रांसपोर्ट नगर बना जाए तो दूसरे राज्य से आने वाले माल लदे वाहनों को वहां रुकने के लिए जगह मिलेगी। माल खाली कर ट्रांसपोर्ट नगर से छोटे पिकअप से शहर में माल पहुंचाया जा सकता है। दिन में शहर में नो इंट्री के कारण चांदनी चौक पर ही ट्रक खड़ी कर चालक रात होने का इंतजार करते हैं। इस कारण अकसर हादसे हो रहे हैं।
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