फर्जी को ज्वाइन नहीं कराने पर धमकाया

फर्जी तालिमी मरकज की ज्वाइनिंग स्वीकार नहीं कर रहे प्रधानाध्यापकों को विभागीय कार्रवाई की धमकी दी गई है। ये वही प्रधानाध्यापक हैं, जिन्होंने शिक्षा अधिकारियों को पत्र लिखकर स्पष्ट बताया है कि उनके...

Newswrap हिन्दुस्तान, मुजफ्फरपुरSun, 17 Nov 2019 03:23 PM
share Share

फर्जी तालिमी मरकज की ज्वाइनिंग स्वीकार नहीं कर रहे प्रधानाध्यापकों को विभागीय कार्रवाई की धमकी दी गई है। ये वही प्रधानाध्यापक हैं, जिन्होंने शिक्षा अधिकारियों को पत्र लिखकर स्पष्ट बताया है कि उनके स्कूल में तालिमी मरकज केन्द्र संचालन के लिए शिक्षा सेवकों (तालिमी मरकज) के चयन की प्रक्रिया नहीं अपनाई गई। प्रधानाध्यापकों पर ऐसे तालिमी मरकज की ज्वाइनिंग का दबाव है, जिनके चयन से संबंधित कोई भी अभिलेख न तो स्कूल में उपलब्ध है और न कहीं अन्यत्र उपलब्ध होने की सूचना दी गई है। इस आशय का पत्र लिखकर मार्गदर्शन मांगने वाले नौ प्रधानाध्यापकों को डीपीओ (साक्षरता) ने सोमवार को पत्र लिख कर चेतावनी दी कि चयनित तालिमी मरकज को केन्द्र संचालन की अनुमति नहीं देने पर विभागीय कार्रवाई होगी।

इन स्कूलों के हेड मास्टर को चेतावनी

1. उर्दू मध्य विद्यालय चक अब्दुल वाहिद, 2. उर्दू मध्य विद्यालय माड़ीपुर, 3.उर्दू मध्य विद्यालय चंदवारा मोकरी (कन्या), 4. उर्दू मध्य विद्यालय चंदवारा बालक, 5. नीतीश्वर मध्य विद्यालय माड़ीपुर, 6. मध्य विद्यालय चित्रगुप्तपुरी माड़ीपुर, 7. उर्दू मध्य विद्यालय पक्की सराय (कन्या), 8. उर्दू प्राथमिक विद्यालय ब्रह्मपुरा बालक, 9. उर्दू मध्य विद्यालय सराय सैयद अली

प्रधानाध्यापक पर आरटीआई की लक्ष्मण रेखा

राजकीय उर्दू प्राथमिक विद्यालय ब्रह्मपुरा बालक की हेडमास्टर आबदा खातून ने गत सोमवार को डीपीओ को पत्र लिखकर बताया कि विद्यालय अवर निरीक्षक (नगर क्षेत्र) ने गत 6 नवंबर को उन्हें पत्र भेजा। इसमें चंदवारा मुकर्री निवासी दीपलाल राम द्वारा आरटीआई के तहत मांगी गई जानकारी उपलब्ध कराने का निर्देश था। शिक्षा सेवक के चयन से संबंधित कार्यवाही पंजी, उनके पिता/ पति के नाम एवं पता, नियोजन पत्र की छायाप्रति की सत्यापित प्रति मांगी गई थी। आबदा ने जवाब भेजा कि उनके आठ साल के कार्यकाल में शिक्षा सेवक के चयन की प्रक्रिया नहीं हुई। इसलिए विद्यालय में चयन से संबंधित अभिलेख होने का प्रश्न ही नहीं उठता है। अब अगर तालिमी मरकज को केंद्र संचालन की अनुमति दी जाती है तो संबंधित प्रधानाध्यापक चयन के अभिलेख कहां से प्रस्तुत करेंगे।

दोबारा जांच के आधार पर दबाव

मुजफ्फरपुर में 2014-15 में 329 तालीमी करकज की बहाली होनी थी, 177 का चयन किया गया। अनियमितता उजागर होने पर जांच कराई गई। पूर्व जिला शिक्षा अधिकारी एवं नगर आयुक्त ने अनियमितता के आधार पर चयन रद्द कर दिया। पूर्व डीएम धर्मेंद्र कुमार ने चयन की दोबारा जांच का आदेश दिया। कुल 43 तालिमी मरकज के चयन की दोबारा जांच कराई गई, जिनमें से 36 के चयन को मान्यता दी गई। उधर प्रधानाध्यापक व वार्ड पार्षद का कहना है कि स्कूलों में जांच टीम आयी ही नहीं।

कैसे हुआ चयन, कहां हुई जांच

जिन स्कूलों में संविदा के आधार पर तालिमी मरकज का चयन होना था, वहां संकुल समन्वय को स्कूल स्तर पर आठ सदस्यीय संचालन समिति गठित करनी थी। संचालन समिति में वार्ड पार्षद और हेड मास्टर भी पदेन सदस्य होते हैं। प्रधानाध्यापक के साथ-साथ वार्ड पार्षद सीमा कुमारी ने भी डीईओ को पत्र लिखकर बताया कि विभागीय नियमावली के अनुसार स्कूल स्तर पर चयन की प्रक्रिया पूरी नहीं की गई। आरटीआई के आवेदक दीपलाल राम ने सवाल उठाया है कि तालिमी मरकज का चयन कहां हुआ और उनके चयन की जांच कहां हुई?

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें