Hindi Newsबिहार न्यूज़मुजफ्फरपुरThe way for the failed students examination in 2018 was halted

2018 में फेल छात्रों की परीक्षा का रास्ता रुका

सर, मैँने 2018 में परीक्षा दी थी। कंपार्ट लग गया। 2019 में परीक्षा नहीं दी। अब इस बार परीक्षा देना चाह रही हूं तो कहा जा रहा है कि बोर्ड की ओर से हमारे लिए कोई विकल्प ही नहीं नहीं है। मैं परीक्षा...

Newswrap हिन्दुस्तान, मुजफ्फरपुरWed, 4 Sep 2019 03:17 PM
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सर, मैँने 2018 में परीक्षा दी थी। कंपार्ट लग गया। 2019 में परीक्षा नहीं दी। अब इस बार परीक्षा देना चाह रही हूं तो कहा जा रहा है कि बोर्ड की ओर से हमारे लिए कोई विकल्प ही नहीं नहीं है। मैं परीक्षा कैसे दे पाऊंगी। क्या मेरा भविष्य बर्बाद हो जाएगा। 12वीं की छात्रा नेहा समेत बड़ी संख्या में ऐसे छात्र-छात्राएं हर दिन विभिन्न स्कूलों में गुहार लगाते नजर आ रहे हैं।

मदर टेरेसा स्कूल में मंगलवार को परीक्षा फॉर्म भरने से वंचित रह गई नेहा अकेली नहीं है। सीबीएसई बोर्ड के ऐसे छात्र-छात्राओं की संख्या सैकड़ों में है। बोर्ड के नए नियम के तहत एक साल से पहले फेल वाले छात्रों के परीक्षा देने का रास्ता रुक गया है। 2019 से पहले के फेल ऐसे छात्रों के भविष्य पर ग्रहण लग गया है। सीबीएसई बोर्ड की ओर से 10वीं और 12वीं बोर्ड का फॉर्म भरा जा रहा है। दो या तीन साल पहले के फेल छात्र अब प्राइवेट छात्र के रूप में फॉर्म भरना चाह रहे हैं।

सिर्फ 2019 के फेल छात्रों के लिए ही मौका: सीबीएएसई स्कूल संगठन के पीआरओ सतीश कुमार ने बताया कि अब तक फेल छात्रों को तीन बार मौका मिलता था। इस बार भी हम उसी के तहत प्राइवेट छात्रों का फॉर्म भरवा रहे थे। मगर बोर्ड की साइट पर ऐसे छात्रों का फॉर्म नहीं लिया जा रहा है।

वेबसाइट पर देखने पर पता चला कि सिर्फ 2019 के फेल छात्रों के लिए ही फॉर्म भरने का विकल्प दिया गया है। 2018 और उससे पहले के छात्रों के लिए अनुमति नहीं है। 2018 में फेल या कंपार्ट वालों के लिए कोई विकल्प नहीं है। अब तक के नियम के अनुसार 2018 वाले छात्र भी फॉर्म भर सकते थे।

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