एमआईएल की पढ़ाई करने वाले बन गए भाषा के शिक्षक
मुजफ्फरपुर में 200 से अधिक शिक्षकों ने एमआईएल की पढ़ाई के आधार पर शिक्षक के रूप में नियुक्ति ली, लेकिन उनकी डिग्री में गड़बड़ी सामने आई है। तकनीकी योगदान की जांच में 45 शिक्षकों का आधार मिसमैच पाया गया...

मुजफ्फरपुर, प्रमुख संवाददाता। एमआईएल की पढ़ाई करने वाले भी भाषा के शिक्षक बन गए। विशिष्ट शिक्षक, प्रधान शिक्षक की डिग्री में गड़बड़ी सामने आई है।
सूबे में ऐसे शिक्षकों की संख्या 200 से अधिक है। इन शिक्षकों ने परीक्षा में शामिल होकर पास भी कर लिया। तकनीकी योगदान को लेकर जब जांच हुई तो मामले का खुलासा हुआ। इन शिक्षकों का तकनीकी योगदान रोका गया है।
नियमानुसार संबंधित विषय के शिक्षक बनने के लिए उस विषय में स्नातक अनिवार्य है। वर्षों से नौकरी कर रहे इन शिक्षकों के नियोजन पर भी तलवार लटक गई है। डीईओ अजय कुमार सिंह ने कहा कि जिनके विषय संयोजन में गड़बड़ी मिली है, उनका योगदान रोका गया है। इनके नियोजन को लेकर विभाग से मार्गदर्शन मांगा गया है।
45 शिक्षकों का आधार मिसमैच
जिले में तकनीकी योगदान को लेकर जांच में 45 शिक्षकों के आधार मिसमैच का मामला सामने आया है। इन शिक्षकों की सूची विभाग ने जारी की है। ऐसे शिक्षक जो निलंबित हैं, उनका भी योगदान रोका गया है।
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