10 जिलों की 20 पंचायतों में मध्याह्न भोजन के लिए खुलेगा विशेष बैंक खाता
बिहार के 10 जिलों की 20 पंचायतों में मध्याह्न भोजन योजना के लिए विशेष बैंक खाता खोला जाएगा। यह पायलट प्रोजेक्ट के तहत संचालित किया जाएगा, जिसमें शिक्षकों को जवाबदेही नहीं होगी। निदेशक ने अधिकारियों को...
मुजफ्फरपुर। प्रमुख संवाददाता सूबे के 10 जिलों की 20 पंचायतों में मध्याह्न भोजन के लिए विशेष बैंक खाता खुलेगा। इन पंचायतों में पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर मध्याह्न भोजन योजना का संचालन व्यवस्थापक के माध्यम से किया जाना है। स्कूल के शिक्षकों व हेडमास्टर का इन पंचायतों में मध्याह्न भोजन में किसी तरह की जवाबदेही या जिम्मेवारी नहीं होगी।
मध्याह्न भोजन योजना के निदेशक विनायक मिश्र ने इन जिलों के अधिकारियों को विशेष बैंक खाता खोलने को लेकर प्रक्रिया पूरी करने का निर्देश दिया है। दिसंबर से इन जिलों में इस तरह की व्यवस्था होनी है। निदेशक ने पायलट प्रोजेक्ट के तहत चयनित जिले मधुबनी, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, वैशाली, पूर्वी चंपारण, पूर्णिया, भागलपुर, लखीसराय, गया एवं औरंगाबाद के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी मध्याह्न भोजन को इसको लेकर निर्देश दिया है।
अब तक हेडमास्टर व शिक्षा समिति के खाते से होता था संचालन :
पीएम पोषण योजना अंतर्गत पायलट प्रोजेक्ट के रूप में इन 10 जिलों की दो-दो पंचायत अर्थात कुल 20 पंचायत के विद्यालयों के बच्चों को मध्याह्न भोजन व्यवस्थापक के माध्यम से उपलब्ध कराया जाना है, ताकि शिक्षकों का बहुमूल्य समय बच सके एवं पठन-पाठन प्रभावित नहीं हो। चिह्नित पंचायत के जितने विद्यालयों में मध्याह्न भोजन योजना का संचालन व्यवस्थापक के माध्यम से होगा, वहां विशेष बैंक खाता खोला जाएगा। इस खाते का संचालन व्यवस्थापक एवं सहायक व्यवस्थापक के द्वारा संयुक्त रूप से किया जाएगा। इससे पहले मध्याह्न भोजन का संचालन हेडमास्टर और शिक्षा समिति के खाते से होता था।
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