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बिहार के इंजीनियरिंग कॉलेजों में होगी पीएचडी

बिहार में इंजीनियरिंग कॉलेजों के छात्रों के लिए पहली बार पीएचडी कार्यक्रम शुरू किया गया है। इसमें सिविल, कंप्यूटर साइंस, इलेक्ट्रिकल, इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन और मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पांच...

Newswrap हिन्दुस्तान, मुजफ्फरपुरMon, 6 Jan 2025 05:36 PM
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मुजफ्फरपुर, मृत्युंजय। एमआईटी समेत बिहार के सभी इंजीनियिरंग कॉलेजों के छात्र अब पीएचडी कर सकेंगे। बिहार में पहली बार इंजीनयिरिंग कॉलेजों के छात्रों के लिए पीएचडी शुरू हो रही है। बिहार इंजीनियरिंग यूनिवर्सिटी ने इसके लिए अधिसूचना जारी कर दी है।

पांच ब्रांच में अभी पीएचडी हो सकेगी। इनमें सिविल, कंप्यूटर साइंस, इलेक्ट्रिकल, इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन और मैकेनिकल इंजीनयिरिंग शामिल हैं। सभी पांच ब्रांचों में 10-10 सीटें तय की गई हैं। यानी 50 सीटों पर पीएचडी इंजीनियरिंग कॉलेज में कराई जाएंगी। एमआईटी के प्राचार्य प्रो. मिथिलेश कुमार झा ने बताया कि पहले छात्र विवि में चयनित होगा। चयनित होने के बाद विश्वविद्यालय में ही कोर्स वर्क करेगा। कोर्स वर्क करने के बाद इंजीनियरिंग विश्वविद्यलाय तय करेगा कि किस छात्र को किस कॉलेज का गाइड आवंटित करना है। पीएचडी के लिए 17 जनवरी तक आवेदन किया जा सकता है। 23 जनवरी को एडमिट कार्ड जारी होगा। हालांकि, परीक्षा की तारीख अभी जारी नहीं की गई है। फुल टाइम पीएचडी में पहले सेमेस्टर में 69300 रुपये, उसके बाद 24500 रुपये और थीसिस जमा करने के समय 41500 रुपये जमा करने होंगे। पार्ट टाइम पीएचडी में दाखिले के समय 11500 रुपये जमा करने होंगे।

फुल टाइम और पार्ट टाइम दोनों तरह से कर सकेंगे पीएचडी :

एमटेक करने वाले इंजीनियरिंग के छात्र फुल और पार्ट टाइम दोनों तरह से पीएचडी कर सकेंगे। इंजीनियरिंग विश्वविद्यालय की ओर से जारी अधिसूचना में पार्ट टाइम पीएचडी का भी जिक्र किया गया है। पीएचडी में चयन लिखित परीक्षा के आधार पर होगा। इंजीनियरिंग विश्वविद्यालय की तरफ से कहा गया है कि लिखित परीक्षा के बाद छात्रों का साक्षात्कार भी होगा। पीएचडी का यह आवेदन जरवरी से जून सत्र 2025 के लिए होगा।

फुल टाइम पीएचडी सिर्फ विवि में :

बिहार इंजीनियरिंग विवि की तरफ से जारी अधिसूचना में कहा गया है कि फुल टाइम पीएचडी सिर्फ बिहार इंजीनियरिंग विश्वविद्यालय में होगी। पार्ट टाइम पीएचडी के लिए छात्रों को कॉलेज भेजा जाएगा। पार्ट टाइम पीएचडी के लिए भी छात्रों को सभी अर्हताएं पूरी करनी होंगी। पार्ट टाइम पीएचडी करने वाले छात्रों को अपने संस्थान से अनापत्ति प्रमाण पत्र लेकर आना होगा। छात्रों को अपना कोर्स वर्क भी पूरा करना होगा। पार्ट टाइम पीएचडी की निगरानी बिहार इंजीनियरिंग विवि करेगा।

गेट पास छात्र ही कर सकेंगे फुल टाइम पीएचडी :

बिहार इंजीनियरिंग विश्वविद्यालय ने अपनी अधिसूचना में कहा है कि फुल टाइम पीएचडी वही छात्र कर सकेंगे जिन्होंने गेट की परीक्षा पास की है। गेट पास छात्रों को मल्टी डिसिप्लनरी रिसर्च करने की भी सहूलियत होगी। मल्टी डिसप्लनरी रिसर्च करने के लिए छात्र को आवेदन करना होगा। सुपरवाइजर तय करेंगे कि छात्र किन-किन विषयों पर मल्टी डिसिप्लनरी रिसर्च कर सकते हैं।

चयन के लिए है यह प्रक्रिया :

छात्र को एमटेक या एमई में 6.5 सीजीपीए या 60 प्रतिशत अंक आने चाहिए

एससी-एसटी और दिव्यांग के लिए पांच प्रतिशत की छूट दी गई है

-छात्र को गेट पास होना चाहिए

-पार्ट टाइम पीएचडी करने वाले छात्र को गेट से छूट दी गई है

-पार्ट टाइम में चयन के बाद फुल टाइम पीएचडी नहीं कर सकते हैं

परीक्षा से 30 मिनट पहले पहुंचा होगा केंद्र पर :

पीएचडी प्रवेश परीक्षा के दिन छात्रों को परीक्षा से 30 मिनट पहले ही केंद्रों पर पहुंचना होगा। छात्र ऑनलाइन आवेदन करने के बाद पोर्टल से एडमिट कार्ड डाउनलोड कर सकेंगे। बिना एडमिट कार्ड के परीक्षा में बैठने की अनुमति नहीं होगी। लिखित परीक्षा 75 अंकों की होगी। क्वालिफाइंग अंक 40 प्रतिशत सामान्य वर्ग के लिए और आरक्षित वर्ग के लिए 35 प्रतिशत होगा। साक्षात्कार 25 अंकों का होगा।

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