नालंदा ज्ञानकुंभ में बीआरएबीयू करेगा अकादमिक सहयोग
मुजफ्फरपुर में 16 से 18 नवंबर तक नालंदा ज्ञानकुंभ का आयोजन होगा, जिसमें बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर बिहार विश्वविद्यालय सह-संयोजक है। कुलपति प्रो. दिनेश चंद्र राय ने बताया कि ज्ञानकुंभ भारतीय ज्ञान...
मुजफ्फरपुर, प्रमुख संवाददाता। शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास और नालंदा विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में 16 से 18 नवंबर तक आयोजित होने वाले नालंदा ज्ञानकुंभ में बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर बिहार विश्वविद्यालय भी अकादमिक सहयोगी और सह-संयोजक की भूमिका में है। इसकी जानकारी मंगलवार को बीआरएबीयू के कुलपति प्रो. दिनेश चंद्र राय ने पत्रकारों को दी। कुलपति नालंदा ज्ञानकुंभ आयोजन समिति के उपाध्यक्ष भी हैं।
कुलपति ने कहा कि नालंदा ज्ञानकुंभ भारतीय ज्ञान परंपरा की पुनर्स्थापना की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा। बिहार विश्वविद्यालय की ओर से नालंदा ज्ञानकुंभ को ध्यान में रखकर एक ‘ज्ञानकुंभ रथयात्रा को निकालने की योजना बनी है। यह रथयात्रा विश्वविद्यालय के प्रांगण से निकलेगी और विश्वविद्यालय के अधीन आने वाले सभी महाविद्यालयों और जिलों से गुजरते हुए नालंदा ज्ञानकुंभ में समाप्त होगी। रथयात्रा 13 नवम्बर को रवाना होगी, जो 15 नवम्बर को सीतामढ़ी, मोतिहारी, मुजफ्फरपुर, वैशाली, हाजीपुर होते हुए नालंदा पहुंचेगी। कुलपति ने बताया कि विकसित भारत/2047 के संदर्भ में भारतीय ज्ञान परंपरा एवं भारतीय भाषाओं की भूमिका पर केन्द्रित नालंदा ज्ञानकुंभ के तीन हिस्से हैं- प्रतियोगिता, प्रदर्शनी और परिसंवाद। इनमें प्रतियोगिताओं को संचालित करने का दायित्व बीआरएबीयू को दिया गया है। इस दिशा में विश्वविद्यालय ने एक समिति बनाकर अखिल भारतीय स्तर पर इस प्रतियोगिता के प्रचार-प्रसार हेतु प्रयास किया है, जिससे हजारों की संख्या में प्रतियोगिता के लिए पंजीकरण हो चुके हैं।
विश्वविद्यालय द्वारा नामित ज्ञानकुंभ समन्वयक प्रो. राजीव कुमार ने कहा कि नालंदा ज्ञानकुंभ में बिहार विश्वविद्यालय की ओर से किए जा रहे नवाचारों की प्रस्तुति हेतु प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी। इस अवसर पर उपस्थित नालंदा ज्ञानकुंभ के संयोजक और विश्वविद्यालय यूजीसी-एमएमटीटीसी के उपनिदेशक डॉ. राजेश्वर कुमार ने कहा कि नालंदा ज्ञानकुंभ में 12 राज्यों की सहभागिता रहेगी, जिसमें लगभग डेढ़ सौ शैक्षिक संस्थानों की प्रत्यक्ष भागीदारी होगी। एक हजार से अधिक शिक्षाविद् उपस्थित रहेंगे। बिहार विश्वविद्यालय के कुलानुशासक प्रो. बीएस राय ने कहा कि अपना विश्वविद्यालय इस ज्ञानकुंभ में बढ़-चढ़कर हिस्सेदारी लेगा और बड़े पैमाने पर यहां के शिक्षक और शोधार्थी अपने शोध-पत्र को प्रस्तुत करेंगे। मौके पर आरबीबीएम कॉलेज की प्राचार्य प्रो. ममता रानी, गणित विभाग के अध्यक्ष प्रो. संजय कुमार, खेल सचिव डॉ. कांतेश कुमार आदि उपस्थित रहे।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।