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आदेश बेअसर, सड़क पर मलबा-कचरा बढ़ा रहा प्रदूषण

मुजफ्फरपुर में निर्माण स्थलों पर मलबा और मिट्टी के ढेर से प्रदूषण की समस्या बढ़ रही है। नगर आयुक्त ने जांच की जिम्मेदारी दी थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। स्मार्ट सिटी परियोजनाओं में लापरवाही से...

Newswrap हिन्दुस्तान, मुजफ्फरपुरSun, 24 Nov 2024 05:28 PM
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मुजफ्फरपुर, वरीय संवाददाता। प्रदूषण नियंत्रण को लेकर बीते 19 नवंबर को नगर आयुक्त ने सड़क पर निर्माण सामग्री या मलबा को लेकर चालान काटने और निर्माण स्थलों पर जांच की जिम्मेवारी निगम के अफसरों को दी थी। पांच दिन बीत गए पर कही कोई कार्रवाई नहीं हुई। प्रदूषण से सर्वाधिक प्रभावित बुद्धा कॉलोनी या अन्य इलाके में भी कोई झांकने नहीं गया। नतीजतन सड़क किनारे जमा मलबा और मिट्टी के ढेर प्रदूषण की समस्या को बढ़ा रहे हैं।

शहर के विभिन्न इलाकों में शनिवार को यही स्थिति थी। मरीन ड्राइव रोड के अलावा मिठनपुरा, कन्हौली, खादी भंडार रोड व अन्य इलाकों में समस्या गंभीर है। सबसे बुरा हाल स्मार्ट सिटी से जुड़े निर्माण स्थलों का है। निर्माण एजेंसी की लापरवाही के कारण सड़क किनारे जमी धूल, मलबा या निर्माण सामग्री का खामियाजा शहरवासियों को भुगतना पड़ रहा है।

प्रदूषण प्रभावित इलाकों में ताक पर निर्देश

मिठनपुरा : सालभर से पड़ा है स्मार्ट सिटी का मलबा

मिठनपुरा चौक पर बायो टॉयलेट से सटे मलबे का बड़ा ढेर लगा है। मिट्टी-राबिश के पास ही नाश्ता के कई स्टॉल चल रहे हैं। तेज हवा या वाहनों के गुजरने पर धूल के गुबार से सांस लेना मुहाल हो जाता है। रमेश साह, मो. मुस्तफा व अन्य दुकानदारों ने बताया कि स्मार्ट सिटी से नाला निर्माण के दौरान निकला मलबा एक साल से पड़ा है। यहां पानी का छिड़काव या सड़कों की धुलाई भी नहीं हो रही है।

मरीन ड्राइव : मलबा व मिट्टी के ढेर से उड़ रही धूल

सिकंदरपुर लेक फ्रंट का निर्माण कार्य बिना ढंके हो रहा है। दो किमी से अधिक दूरी में फैले कार्य स्थल पर कहीं भी ग्रीन कवर या घेराबंदी नहीं है। सड़क से लेकर किनारे तक मिट्टी का ढेर लगा है। हवा चलने या वाहनों के गुजरने पर धूल का गुबार उठता है। नगर आयुक्त ने निगम के सहायक अभियंता को यह भी चेक करने को कहा है कि मानकों के अनुरुप निर्माण कार्य ढंक कर हो रहा है या नहीं? इसके बावजूद निर्माण एजेंसी की मनमानी से कंपनीबाग, कर्बला, सिकंदरपुर, जूरन छपरा से लेकर लक्ष्मी चौक तक प्रदूषण की समस्या गंभीर है।

खादी भंडार रोड : सड़क किनारे मलबा-मिट्टी, नाला खोदकर छोड़ा

खादी भंडार चौक रोड में मिठनपुरा थाने से थोड़ी दूरी पर सड़क किनारे मिट्टी का ढेर लगा है। दो फीट गहरा नाला खोद कर मिट्टी छोड़ दी गई है। स्थानीय सुधा सिन्हा, मंजू सिंह व पप्पू कुमार ने बताया कि आसपास कई जगहों पर कूड़े का ढेर जमा होने से भी समस्या है। सड़क किनारे मिट्टी, मलबा या कूड़ा होने से वाहनों की आवाजाही के दौरान धूल से प्रदूषण होता है। धूल के बीच सांस लेना भी मुहाल हो जाता है।

स्टेशन रोड : बिना ढंके हो रहा जंक्शन पर निर्माण कार्य

विश्वस्तरीय जंक्शन का निर्माण कार्य बिना ढंके हो रहा है। लंबे-चौड़े इलाके में काम हो रहा है पर नियमित पानी का छिड़काव नहीं होता है। मालगोदाम मोड़ से लेकर नगर निगम कार्यालय तक सड़क पर धूल की परत जमी है। सड़क की धुलाई व पानी के छिड़काव के बावजूद स्टेशन रोड में धूल उड़ रही है। विशेषकर निर्माण कार्य से जुड़े बड़े वाहनों की आवाजाही के दौरान धूल उड़ने से परेशानी बढ़ जाती है।

कन्हौली का साकेत नगर : सड़क किनारे कूड़े का अंबार

शहर के आखिरी छोर पर वार्ड 49 के कन्हौली के साकेतनगर में धूल भरी सड़क किनारे कूड़े का अंबार लगा है। मेन रोड से मात्र 50 फीट की दूरी पर कचरा फेंका जाता है। विमल कुमार, मंजय शुक्ला व अन्य ने बताया कि कचरे के पास गंदगी के साथ ही धूल उड़ने से आसपास के लोग घरों की खिड़कियां भी नहीं खोल पाते हैं। पैदल आने-जाने वालों को अधिक दिक्कत होती है। स्थानीय पार्षद पिंकी साह के मुताबिक पानी टंकी चौक के बाद मिठनपुरा, कन्हौली या अन्य प्रमुख सड़कों पर पानी का छिड़काव नहीं होने से समस्या गंभीर है।

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निजी निर्माण स्थलों के पास भी मलबा व निर्माण सामग्री का ढेर

कई जगहों पर बड़े-छोटे निजी निर्माण स्थलों के पास भी सड़क पर निर्माण सामग्री या मलबे का ढेर लगा है। पानी टंकी चौक से मिठनपुरा चौक के बीच एक दर्जन से अधिक जगहों पर यह समस्या है। बेला व मिठनपुरा से जुड़ी सड़कों पर कई जगह निर्माण सामग्री या मलबे का ढेर लगा है। जांच या कार्रवाई नहीं होने से समस्या लगातार बढ़ रही है। ब्रह्मपुरा, सिकंदरपुर व अन्य इलाकों में भी यह समस्या है।

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