अब सितंबर 2026 तक तैयार होगा गांधी सेतु के समानांतर फोरलेन पुल
मुजफ्फरपुर में गांधी सेतु के समानांतर चार लेन पुल का निर्माण अब सितंबर 2026 में पूरा होगा। पहले यह सितंबर 2025 में होने वाला था, लेकिन निर्माण में देरी के कारण समय बढ़ा दिया गया है। यह पुल उत्तर बिहार...
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मुजफ्फरपुर, मुख्य संवाददाता। राजधानी पटना के मुहाने गांधी सेतु पर दशकों से जाम झेल रहे नेपाल से लेकर उत्तर बिहार के लोगों के लिए राहत का इंतजार और लंबा हो गया है। वर्ष 2025 में पूरा होने वाले गांधी सेतु के समानांतर चार लेन पुल की मियाद करीब एक साल बढ़ गई है। अधिकारियों ने मुख्य सचिव को जो रिपोर्ट दी है, उसके अनुसार गांधी सेतु के समानांतर पुल सितंबर 2026 में पूरा होगा।
महात्मा गांधी सेतु के जाम से मुक्ति दिलाने के लिए इसके समानांतर एक चार लेन के पुल का निर्माण हो रहा है। 25 मार्च 2021 को इस फोरलेन पुल के लिए सिंगला कंस्ट्रक्शन से करार किया गया। करार के मुताबिक इस परियोजना को सितंबर 2024 में ही पूरा करना था, लेकिन काम में देरी की वजह से इसकी मियाद एक साल बढ़ाते हुए सितंबर 2025 कर दी गई थी। इधर, सोमवार को मुख्य सचिव को भेजी गई रिपोर्ट में अब इसकी मियाद एक साल और बढ़ा दी गई है। रिपोर्ट के अनुसार अब इसके सितंबर 2026 तक पूरा होने की संभावना है।
उल्लेखनीय है कि करीब 14.5 किलोमीटर लंबे समानांतर पुल के लिए दोनों तरफ आठ लेन का एप्रोच पथ भी बनना है। इस परियोजना की कुल लागत 2926 करोड़ रुपये हैं, जिसमें से पुल की लागत 1794.37 करोड़ है। शेष राशि एप्रोच पथ पर खर्च की जानी है। कार्य एजेंसी ने सरकार को जो रिपोर्ट सौंपी है, उसके अनुसार पुल और एप्रोच पथ का काम तीन जिले पटना, वैशाली और सारण के इलाके में आता है। कार्य एजेंसी ने यह भी बताया है कि पुल पर अब तक 808 करोड़ खर्च किए गए हैं और कुल कार्य का 48 फीसदी पूरा कर लिया गया है।
नेपाल सहित पूरे उत्तर बिहार को होगा लाभ, बचेगा समय
गांधी सेतु पर अत्यधिक ट्रैफिक लोड के कारण बराबर जाम लगता है। कभी-कभी तो पुल के इस पार से उस पार जाने में ही तीन घंटे का समय लग जाता है। आठ लेन का एप्रोच पथ और चार लेन का पुल होने के बाद वाहनों की रफ्तार बढ़ेगी। महात्मा गांधी सेतु के माध्यम से नेपाल से लेकर उत्तर बिहार के जिलों के वाहन पटना पहुंचते हैं। मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा ने इस निर्माण योजनाओं के विस्तृत प्रतिवेदन की मांग की थी। इसी क्रम में अधिकारियों ने अपनी रिपोर्ट देते हुए पुल के सितंबर 2026 तक पूरा होने की संभावना जताई है।
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