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पति लोन के पैसे से शराब पीकर मर गए पति, कहां से चुकाऊं लोन

मुजफ्फरपुर में एक परिवार को सहकारिता लोन के वसूली के मामले में दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। महेश राम की पत्नी ने बताया कि उनके पति ने 20 साल पहले लोन लिया था और शराब पीने के कारण उनकी 2011 में मौत...

Newswrap हिन्दुस्तान, मुजफ्फरपुरFri, 4 April 2025 06:22 PM
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पति लोन के पैसे से शराब पीकर मर गए पति, कहां से चुकाऊं लोन

मुजफ्फरपुर, मुख्य संवाददाता। ऋणियों के खिलाफ चल रही वसूली की कार्रवाई में तरह-तरह के मामले सामने आ रहे हैं। सहकारिता लोन लेने वाले पताही के एक परिवार की कहानी भी सामने आई है।

करीब 20 साल पूर्व को-ऑपरेटिव लोन लेने वाले पताही के महेश राम की पत्नी ने कहा कि उसके पति ने विभाग से चुपचाप लोन लिया था और वे शराबी थे। लोन के पैसे से उन्होंने शराब पी ली और घर में किसी को कुछ नहीं बताया। शराब पीने के दौरान ही वर्ष 2011 में हार्टअटैक से उनकी मौत हो गई और मैं दाने-दाने को मोहताज हूं। अब मैं यह राशि और उसका ब्याज कहां से चुकाऊं।

नीलामवाद मामले में विभागीय कार्यवाही तेज कर दी गई है। बकाएदारों को चिह्नित कर उन्हें नोटिस भेजकर ऋण चुकता करने को कहा जा रहा है। ऋण नहीं देने पर वारंट और कुर्की की भी कार्रवाई की जा रही है। इसी कड़ी में नीलामपत्र पदाधिकारी सह जिला पंचायती राज पदाधिकारी की ओर से पताही के महेश राम को नोटिस भेजा गया। अतिशीघ्र संपूर्ण बकाया राशि का भुगतान करने को कहा गया अन्यथा इसकी वसूली को लेकर वारंट की कार्रवाई करने की चेतावनी दी गई। नोटिस मिलते ही महेश राम की पत्नी गिरिजा देवी दंग रह गई। वे अपने पति का मृत्यू प्रमाणपत्र और आवेदन लेकर कार्यालय पहुंची। उन्होंने नीलामपत्र पदाधिकारी को आवेदन देकर बताया कि उनके पति की मौत वर्ष 2011 में हार्टअटैक से हो गई थी। इससे संबंधित मृत्यु प्रमाणपत्र भी उपलब्ध कराया और ऋण माफ करने की गुहार लगाई। बताया कि उनके पति के द्वारा कब और किस विभाग से ऋण लिया गया था, इसकी जानकारी भी उन्हें नहीं है। उनके पति बहुत नशापान करते थे और 2011 में ही उनकी मौत हो चुकी है। वे लोग आर्थिक तंगी से गुजर रहे हैं और ऋण चुकता करने में असमर्थ हैं। इसलिए इसे माफ करने का अनुरोध किया है। बताया गया कि सहकारिता विभाग से महेश राम के द्वारा ऋण लिया गया था, लेकिन इसे चुकता नहीं किया गया। इसपर विभाग की ओर से वर्ष 2015-16 में नीलामवाद दायर किया गया। अब इस मामले में राशि वसूली को लेकर सख्ती से कार्रवाई शुरू की गई है।

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