आम, लीची किसानों को कृषि कनेक्शन में बाधा
मुजफ्फरपुर में किसान अद्यतन रसीद की कमी के कारण कृषि बिजली कनेक्शन प्राप्त नहीं कर पा रहे हैं। आम और लीची के बागान वाले किसान चिंतित हैं क्योंकि तापमान बढ़ने पर सिंचाई नहीं होने से उन्हें भारी नुकसान...
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मुजफ्फरपुर, हिन्दुस्तान प्रतिनिधि। लगान की अद्यतन रसीद के अभाव में किसानों को बिजली का कृषि कनेक्शन नहीं मिल पा रहा है। इससे आम और लीची के बगान वाले किसान अधिक परेशान हैं। कारण अप्रैल-मई में तापमान बढ़ने पर सिंचाई नहीं हुई तो उन्हें भारी नुकसान झेलना पड़ेगा।
किसानों के अनुसार बिजली विभाग आवेदन करते समय उनसे जमीन की अद्यतन रसीद मांग रहा है। जिस किसान की जमाबंदी ऑनलाइन है, उनकी तो ऑनलाइन रसीद कट जा रही है, मगर जिनकी जमाबंदी ऑनलाइन नहीं हैं उनको अद्यतन रसीद नहीं मिल पा रही है।
किसानों का कहना है कि आम-लीची के पेड़ों में मंजर आ गया है। इस समय सिंचाई के लिए वे कृषि कनेक्शन लेना चाह रहे हैं। किसानों ने बताया कि 2022 तक की रसीद है, मगर विभाग अद्यतन रसीद मांग रहा है। इससे परेशानी बढ़ गई है।
केस: 1 :
कांटी शहबाजपुर के शैलेन्द्र कुमार शाही ने बताया कि दो बार कृषि कनेक्शन के लिए आवेदन किया, मगर दोनों बार आवेदन निरस्त कर दिया गया। कहा गया कि अद्यतन रसीद नहीं होगी, कनेक्शन नहीं मिलेगा। कहा कि 2022 तक की मालगुजारी रसीद है। जमाबंदी ऑनलाइन नहीं होने से नई रसीद नहीं कट रही। राजस्व कर्मचारी जमाबंदी ऑनलाइन नहीं कर रहे हैं। कनेक्शन समय से नहीं मिला तो आम-लीची की सिंचाई मुश्किल हो जाएगी।
केस: 2
कांटी शहबाजपुर के पंकज शाही ने बताया कि पांच एकड़ में आम और लीची का बगान है। मौसम विभाग ने अप्रैल-मई में अत्यधिक तापमान की आशंका जताई है। इस समय दोनों बगानों में मंजर आ रहा है। अगर समय से सिंचाई नहीं हुई तो लाखों का नुकसान हो जाएगा। अंचल का चक्कर काट रहा हूं मगर ऑनलाइन जमाबंदी नहीं रहने से अद्यतन रसीद नहीं कटवा पा रहा हूं। इस कारण विद्युत कनेक्शन नहीं मिल पा रहा है।
केस:3
कांटी के उमाशंकर शाही ने बताया कि नौ एकड़ में आम और लीची का बगान है। कृषि कनेक्शन लेने के लिए काफी दिनों से बिजली विभाग की दौड़ लगा रहा हूं। अद्यतन रसीद नहीं रहने के कारण कनेक्शन नहीं मिल पा रहा है। सीओ अगर सहयोग करें तो किसानों को नुकसान होने से बच सकता है और वे समय से बगानों में सिंचाई कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि डीजल पंपिंग सेट से सिंचाई करना बहुत मुश्किल है।
केस:4
कांटी कपरपुरा के शंभू त्रिपाठी ने बताया कि तीन एकड़ से अधिक में लीची का बगान है। धीरे-धीरे तापमान बढ़ता जा रहा है। बगानों में सिंचाई की जरूरत है। विद्युत कनेक्शन मिल जाता तो सिंचाई करने में सहुलियत होगी और खर्च भी कम आएगा। विद्युत विभाग को इसपर विचार करना चाहिए। अंचल में समय अधिक लग रहा है। जबतक रसीद ऑनलाइन नहीं कटती है, तबतक पुरानी रसीद पर भी कनेक्शन देना चाहिए।
बयान
कृषि कनेक्शन की इच्छा रखने वाले किसान अपने नाम की जमीन के दस्तावेज और एक वर्ष पुरानी रसीद भी देंगे तो उनका आवेदन स्वीकार होगा। वे अपने कागजात का सत्यापन कराकर जानकारी ले सकते हैं। उन्हें बिजली कनेक्शन मिल जाएगा।
- पंकज राजेश, अधीक्षण अभियंता विद्युत विभाग
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