डर को मन-मस्तिष्क पर न होने दें हावी, सावधानी बरतें
कोरोना ने लोगों के मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित किया है। जितना इस बीमारी ने प्रभावित किया है, उससे अधिक इसके डर ने। एमडीडीएम कॉलेज की मनोविज्ञान की...
मुजफ्फरपुर। वरीय संवाददाता
कोरोना ने लोगों के मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित किया है। जितना इस बीमारी ने प्रभावित किया है, उससे अधिक इसके डर ने। एमडीडीएम कॉलेज की मनोविज्ञान की शिक्षक डॉ. प्रिया ने कहा कि वर्तमान परिस्थिति में भी भय व दहशत ने लोगों के अंतर्मन को प्रभावित कर रखा है। इसमें जरूरी है कि हम अपने अंदर सकारात्मक विचारों को प्रमुखता दें। अपने प्रियजनों से शारीरिक दूरी अवश्य बनाए रखें, परंतु मानसिक दूरी ना बढ़ने दें। मोबाइल व अन्य संचार माध्यमों से संवाद बनाए रखें। अपने मस्तिष्क को हमेशा सकारात्मक कार्यों में व्यस्त रखें। क्रिएटिव हॉबिज को फिर से विकसित करें। अपने परिवार के साथ बिताए इन पलों को सुनहरी यादों की तरह बनाएं। याद रखें, कोरोना से हमें सकारात्मकता व हिम्मत ही जीत दिलाएगी। हमें घर में रहकर हर वह कार्य करना चाहिए, जिससे हमें सकारात्मक ऊर्जा मिलती हो। उन बातों से दूर रहें, जो मन में डर पैदा करते हैं। बच्चों के बीच पूरी तरह घुलमिल जाएं। उन्हें कहानियां सुनाएं। उनके साथ खेलें। उन्हें घर में ऐसा मौका दें कि कुछ दिनों तक बाहर जाने का अहसास न हो। अपने संबंधियों और दोस्तों का हौसला बढ़ाएं। अपने अंदर के डर को दूर करें, लेकिन सावधानी हमेशा रखें।
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