चन्द्रमोहन प्रधान हिन्दी कहानी में शहर की पहचान व गौरव
मुजफ्फरपुर में वरिष्ठ कथाकार चन्द्रमोहन प्रधान का जन्मदिन मनाया गया। प्रो. रिपुसूदन प्रसाद ने उनकी विशेषता की सराहना की। अतिथियों ने उनके कथा-साहित्य की प्रशंसा की, जो लोक सामान्य के साथ संवाद करती...
मुजफ्फरपुर। हिन्दी कहानी में राष्ट्रीय स्तर पर शहर की पहचान दर्ज कराने वाले वरिष्ठ कथाकार चन्द्रमोहन प्रधान का जन्मदिन सोमवार को मनाया गया। प्रो. रिपुसूदन प्रसाद श्रीवास्तव मुख्य अतिथि थे। कहा कि उन्होंने हिन्दी कहानी के क्षेत्र में अपनी एक विशिष्ट पहचान बनाई है। अतिथियों का स्वागत अभिधा प्रकाशन के निदेशक अशोक गुप्त और साहित्यिक संचालन प्रो. रमेश ऋतंभर ने किया। पूर्व विधायक केदार प्रसाद ने चन्द्रमोहन प्रधान को हिन्दी साहित्य का देदीप्यमान नक्षत्र बताया। कवि-गीतकार डॉ. संजय पंकज ने कहा कि चन्द्रमोहन प्रधान की कहानियां लोक सामान्य के साथ सहज संवाद करती हैं।
दलित विमर्शक प्रो. हरिनारायण ठाकुर ने कहा कि चन्द्रमोहन प्रधान का अध्ययन व अनुभव व्यापक है। कथालोचक डॉ. चितरंजन कुमार ने कहा कि प्रधानजी का कथा-साहित्य बहुआयामी है। युवा कवि प्रभात कुमार मिश्र ने उनके चित्रकार पक्ष का उल्लेख किया। विवि मानविकी संकायाध्यक्ष प्रो. सतीश कुमार राय ने उनकी विशिष्टता का उल्लेख किया। समारोह में डॉ. अनुराधा प्रधान, डॉ. कविता वर्मा, डॉ. पद्मरेखा झा, डॉ. पूनम सिंह, डॉ. ललित किशोर, डॉ. रविरंजन, पूजा साहु, ज्ञानेन्द्र मोहन प्रधान, आंचल, कुमारी बॉबी, किरण कुमारी, नीलाभ कुमार, जवाहर कुमार, विभांशु आदि थे।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।