नीट : राजस्थान के कई मेडिकल कॉलेज से स्कॉलर्स किए गए थे हायर
मुजफ्फरपुर में राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट) में फर्जी परीक्षार्थियों को शामिल करने के लिए सॉल्वर गैंग ने मेडिकल कॉलेज के छात्रों को चार से पांच लाख रुपये में फंसाया। जोधपुर और उदयपुर के...
मुजफ्फरपुर, प्रमुख संवाददाता। राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट) में फर्जी परीक्षार्थी शामिल कराने के लिए सॉल्वर गैंग ने राजस्थान के कई मेडिकल कॉलेज से स्कॉलर हायर किए थे। चार से पांच लाख रुपये में एमबीबीएस के टॉपर छात्रों को सॉल्वर गैंग ने फांसा था। इसमें से जोधपुर एम्स और उदयपुर स्थित आरएनटी मेडिकल कॉलेज के दो छात्र मुजफ्फरपुर और गोपालगंज में पकड़े गए थे। आशंका है कि बायोमेट्रिक पहचान मैनेज कर कई छात्र शामिल हुए होंगे। इस संबंध में सीबीआई राजस्थान के दोनों छात्रों से पूछताछ कर सकती है।
नीट में परीक्षार्थी की जगह स्कॉलर बैठाने की जांच अब सीबीआई को सौंप दी गई है। नोटिफिकेशन जारी कर गोपालगंज थाने के केस संख्या 343/24 से जुड़े तमाम दस्तावेज सीबीआई को सौंपने का निर्देश दिया गया है। सीबीआई विधिवत एफआईआर दर्ज कर आगे की कार्रवाई करेगी।
नीट में प्रयागराज के राज पांडेय की जगह शामिल होने के लिए जोधपुर एम्स के छात्र हुकमा राम को चार लाख रुपये दिए गए थे। उसे हाईकोर्ट ने सशर्त अग्रिम जमानत दी है। कहा गया है कि चार लाख रुपये हुकमा राम हाईकोर्ट की विधिक सेवा कमेटी में जमा कराए। इसकी रसीद निचली अदालत में पेश करने के बाद उसे जमानत मिलेगी। हुकमा राम को छह सप्ताह का समय दिया गया है, जो इसी माह में पूरी होगी। उसने निचली अदालत से स्थाई जमानत नहीं ली है। गोपालगंज के मामले में आरोपित सतीश को भी बीते सितंबर माह में हाईकोर्ट से जमानत मिली थी, जिसके बाद वह मुक्त हो चुका है। वह उदयपुर के आरएनटी मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस अंतिम वर्ष का छात्र है। वकील ने उसकी फाइनल परीक्षा का हवाला दिया था। वह पांच मई को गिरफ्तारी के बाद से लगातार जेल में बंद था।
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