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नीट में स्कॉलर बैठाने के बड़े नेटवर्क की आशंका, सीबीआई तलाश रही सुराग

मुजफ्फरपुर में नीट परीक्षा में स्कॉलर के द्वारा परीक्षा देने के मामले में सीबीआई ने जांच शुरू की है। सरकार ने पूरे बिहार में इस नेटवर्क की छानबीन करने की अनुमति दी है। गोपालगंज में दो स्कॉलरों को...

Newswrap हिन्दुस्तान, मुजफ्फरपुरFri, 6 Dec 2024 07:31 PM
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मुजफ्फरपुर, प्रमुख संवाददाता। राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट) में परीक्षार्थी की जगह स्कॉलर को बैठाने के बड़े नेटवर्क की आशंका है। सीबीआई इस मामले में नेटवर्क का सुराग तलाश रही है। सीबीआई को पूरे बिहार में इस नेटवर्क को लेकर छानबीन करने की राज्य सरकार ने अनुमति दी है। इसको लेकर सरकार के सचिव प्रणव कुमार ने बीते 26 नवंबर को अधिसूचना जारी की है।

गोपालगंज में बीते पांच मई को हुई नीट परीक्षा के दौरान सीबी सेकंडरी एजुकेशन पब्लिक स्कूल सेंटर से सॉल्वर राजस्थान के बाड़मेर जिला के रिको थाना के कुडला निवासी सतीश कुमार (स्कॉलर) को पकड़ा गया था। वह राजस्थान के उदयपुर स्थित आरएनटी मेडिकल कॉलेज के एमबीबीएस (फाइनल ईयर) का छात्र है। मूल परीक्षार्थी सिद्धार्थ सुमन की जगह वह परीक्षा दे रहा था। इसको लेकर केंद्राधीक्षक पिंकी कुमारी ने गोपालगंज नगर थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी। इसी केस के संबंध में सीबीआई सॉल्वर गैंग के नेटवर्क की छानबीन करेगी।

मुजफ्फरपुर के मालीघाट स्थित डीएवी सेंटर से बीते पांच मई को ही नीट परीक्षा के दौरान जोधपुर एम्स के छात्र राजस्थान के बाड़मेर जिले के हुकमा राम को भी पकड़ा गया था। वह उत्तर प्रदेश के प्रयागराज निवासी प्रसिद्ध हड्डी रोग सर्जन के पुत्र राज पांडेय की जगह परीक्षा दे रहा था। अपने कबूलनामे में हुकमा राम ने स्वीकार किया था कि उसे राज पांडेय की जगह परीक्षा देने के लिए चार लाख रुपये दिए गए थे। जोधपुर एम्स में ही सॉल्वर गैंग के शातिरों ने हुकमा राम से संपर्क साधा था। सेंटर पर पकड़ाया हुकमा राम कबूलनामा देने के बाद रहस्यमय तरीके से फरार भी हो गया था। केंद्राधीक्षक ने एफआईआर नहीं कराई तो फरार हुकमा राम और राज पांडेय को नामजद आरोपित बनाते हुए मिठनपुरा थाना के दारोगा के बयान पर एफआईआर दर्ज की गई थी। गोपालगंज और मुजफ्फरपुर में धराए राजस्थान के एक ही इलाके के स्कॉलर की गिरफ्तारी का नेटवर्क सीबीआई तलाश करेगी। हालांकि, मुजफ्फरपुर के मिठनपुरा थाना में दर्ज एफआईआर अभी विधिवत सीबीआई को नहीं सौंपी गई है। इस मामले की जांच अभी मिठनपुरा पुलिस के सुपुर्द है। हालांकि वारंट जारी होने के बाद भी आरोपितों को पुलिस नहीं पकड़ पाई और दोनों आरोपितों ने हाइकोर्ट से अग्रिम जमानत ले ली। मिठनपुरा थानेदार राम इकबाल प्रसाद ने बताया कि अब दोनों आरोपितों पर चार्जशीट दायर करने की तैयारी है।

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