लॉकडाउन में डिब्बाबंद मिठाई की बिक्री में इजाफा
लॉकडाउन में मिठाई की दुकानें बंद रही हैं। लोगों को मिठाई के लिए सुधा व अन्य ऐसे ही उत्पादकों पर निर्भर रहना पड़ा है। इस दौरान शहर में डिब्बाबंद (टिन वाला) मिठाइयों की बिक्री में इजाफा हुआ...
लॉकडाउन में मिठाई की दुकानें बंद रही हैं। लोगों को मिठाई के लिए सुधा व अन्य ऐसे ही उत्पादकों पर निर्भर रहना पड़ा है। इस दौरान शहर में डिब्बाबंद (टिन वाला) मिठाइयों की बिक्री में इजाफा हुआ है। सुधा डेयरी के आकड़ों के अनुसार यहां की डिब्बाबंद मिठाई खासकर रसगुल्ले, गुलाब जामुन, बालूशाही, चमचम की खपत लॉकडाउन में पांच गुना तक बढ़ गई है। वहीं अन्य मिठाइयों की डिमांड में दोगुने का इजाफा हुआ है। सुधा के प्रबंध निदेशक अरविंद कुमार के अनुसार लॉकडाउन के पहले उनके यहां डेढ़ क्विंटल मिठाई हर दिन बिकती थी। लॉकडाउन के दौरान इसकी बिक्री में काफी इजाफा हुआ है। अभी हर दिन पांच से सात क्विंटल मिठाई की बिक्री होती है। खासकर वह मिठाई अधिक बिक रही है जिसका डब्बा टिन का होता है। टिन की डिब्बाबंद मिठाई अधिक दिनों तक टिकती है। प्रबंध निदेशक ने बताया कि बढ़ती डिमांड को देखते हुए जल्द मिठाई का उत्पादन एक हजार क्विंटल तक किया जाएगा।
किराना दुकानों में दूध के साथ मिठाई भी बिकी:
लॉकडाउन के दौरान दूध और किराना स्टोर दोनों को अनिवार्य सेवा में शामिल किया गया था। इसका फायदा सुधा सरीखे डेयरी को हुआ है। सुधा डेयरी का शहर भर में अपना दूध पार्लर है जहां दूध के साथ मिठाई की भी बिक्री होती है। इसके अलावे किराना दुकानदारों ने दूध के साथ मिठाई भी बेचना शुरू कर दिया। इससे डेयरी को फायदा हुआ।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।