बीआरएबीयू: बीटेक छात्र का हिन्दी में नाम, होम साइंस में छात्र का चयन
मुजफ्फरपुर के बीआरएबीयू में पीजी दाखिले में बीटेक के छात्रों का नाम हिन्दी में मेरिट लिस्ट में आया है, लेकिन उन्हें दाखिला नहीं मिल रहा है। विवि का कहना है कि दूसरे विषय के छात्रों को प्राथमिकता दी...
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मुजफ्फरपुर, प्रमुख संवाददाता। बीआरएबीयू के पीजी मेरिट लिस्ट में बीटेक करने वाले छात्र का नाम हिन्दी से पीजी करने में आया है। दूसरे विषय का होने के कारण उसका दाखिला नहीं हो पा रहा है। विवि का कहना है कि बीटेक का छात्र हिन्दी में दाखिला नहीं ले सकता है। इतना ही नहीं, पीजी होम साइंस में लड़कों का चयन कर लिया गया है। लड़के दाखिले के लिए विभाग पहुंच भी गये हैं। लड़कों के आने पर होम साइंस विभाग की अध्यक्ष प्रो. कुसुम कुमारी ने विवि प्रशासन से दिशा निर्देश मांगा है। उनका कहना है कि अबतक होम साइंस में किसी छात्र का दाखिला नहीं हुआ है। जिन छात्र का चयन होम साइंस के लिए हुआ है वह भी दूसरे विषय के हैं। विवि प्रशासन का कहना है कि पहली मेरिट लिस्ट में सेम ऑनर्स वाले विद्यार्थियों को पीजी में दाखिले के लिए प्राथमिकता दी जायेगी। इसके बाद सीट रहने पर दूसरे विषयों के छात्रों का दाखिला होगा।
चल रहे पीजी दाखिले में बीटेक के छात्र हिन्दी से पीजी करना चाह रहे हैं। ऐसे छात्रों ने पहले आवेदन किया था और मेरिट लिस्ट में नाम आने के बाद दाखिले के लिए विवि पहुंच रहे हैं। बीटेक के अलावा विज्ञान से स्नातक करने वाले छात्र हिन्दी और इतिहास से पीजी करना चाह रहे हैं। ऐसे छात्रों का कहना है कि उनका नाम मेरिट में है, लेकिन अभी उन्हें दाखिला नहीं मिल रहा है। विषय बदलने वाले छात्र कई बड़े प्राचार्यों से अपनी सिफारिश लगवा रहे हैं। बीआरएबीयू में 20 फरवरी तक पीजी में पहली मेरिट लिस्ट में आने वाले छात्रों का दाखिला होना है। पहली मेरिट लिस्ट में 10 हजार 885 विद्यार्थियों का चयन किया गया है। पीजी में 11 हजार सीटों पर दाखिला लिया जाना है। 11 हजार सीटों के लिए 26 हजार आवेदन आये थे।
नाम और जाति बदलने की भी आ चुकी है शिकायत
पीजी में दाखिले के दौरान कई छात्रों ने आवेदन के समय गलत जाति और वर्ग डालने की भी शिकायत की। उनका कहना था कि साइबर कैफे संचालकों ने उनका आवेदन फार्म गलत कर दिया। आवेदन में गलती से उनका नाम मेरिट लिस्ट में नहीं आया। ऐसे छात्रों ने विवि के पास आवेदन किया है। जाति और वर्ग के साथ नाम और नंबर भी गलत भरने की शिकायत विवि के पास छात्रों ने की है। इन छात्रों को भी सीट बचने पर विचार करने का आश्वासन विवि प्रशासन ने दिया है।
मेरिट लिस्ट साढ़े दस हजार का रिपोर्ट 1168 की
पीजी में छात्रों की पूरी रिपोर्ट विवि के पास नहीं पहुंची है। मंगलवार तक सिर्फ 1168 विद्यार्थियों के दाखिले की रिपोर्ट कॉलेजों और पीजी विभागों ने विवि को भेजी थी। विवि में 10 हजार 885 छात्रों की मेरिट लिस्ट जारी की गई थी। 20 फरवरी तक पहली मेरिट लिस्ट के छात्रों का दाखिला लिया जाना है। विवि पोर्टल पर अपडेट होने के बाद ही छात्रों का एडमिशन कंफर्म होगा।
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