वन नेशन वन सब्सक्रिप्शन से जुड़ा विवि, शोध जर्नल आसानी से मिलेंगे
बीआरए बिहार विवि और सूबे के सभी विश्वविद्यालय वन नेशन वन सब्सक्रिप्शन योजना से जुड़ गए हैं। इससे छात्रों को मुफ्त में रिसर्च जर्नल मिलेंगे। एमआईटी भी इस योजना में शामिल हुआ है। विवि की वेबसाइट पर...
मुजफ्फरपुर, मृत्युंजय। बीआरए बिहार विवि समेत सूबे के सभी विश्वविद्यालय केंद्र सरकार की वन नेशन वन सब्सक्रिप्शन योजना जुड़ गए हैं। विश्वविद्यालयों के अलावा एमआईटी को भी इस येाजना से जुड़ गया है। वन नेशन वन सब्सक्रिप्शन की तरफ से सभी शिक्षण संस्थाओं को रजिस्ट्रेशन सफल होने के बाद जानकारी ऑनलाइन भेजी गई है।
एमआईटी के रजिस्ट्रार प्रो. रजनीश कुमार ने बताया कि वन नेशन वन सबस्क्रिप्शन योजना से विश्वविद्यालय व एमआईटी के जुड़ने से अब रिसर्च जर्नल केंद्र सरकार से ही मिल जाएगा। वहीं, बीआरएबीयू के विकास अधिकारी डॉ. रमेश विश्वकर्मा ने बताया कि काफी प्रयास के बाद विवि वन नेशन वन सब्सक्रिप्शन योजना में रजिस्टर्ड हो गया है। यह विवि के लिए काफी गर्व की बात है। इससे छात्रों को काफी फायदा होगा।
छात्रों को जल्द मुफ्त में मिलेंगे रिसर्च जर्नल :
बीआरएबीयू के विकास अधिकारी ने बताया कि अब तक शोध जर्नल को अलग-अलग जगहों से खरीदना पड़ता था। इसमें विवि के हजारों रुपये खर्च होते थे। बीआरएबीयू के वन नेशन वन सब्सक्रिप्शन में निबंधित हो जाने के बाद अब सीधे केंद्र सरकार से ये रिसर्च जर्नल मिल जाएंगे। जल्द ही सरकार की ओर से छात्रों को मुफ्त में रिसर्च जर्नल दिए जाएंगे। एमआईटी के रजिस्ट्रार डॉ. रजनीश कुमार ने बताया कि एमटेक के छात्रों को रिसर्च जर्नल मिलने से उनको उनके प्रोजेक्ट में काफी फायदा होगा।
बीआरएबीयू की वेबसाइट पर डाला जाएगा लिंक :
बीआरएबीयू के विकास अधिकारी ने बताया कि शोध के छात्रों को रिसर्च जर्नल के लिए बीआरएबीयू की वेबसाइट पर जाना होगा। वहां एक लिंक दिया जाएगा। इसी लिंक पर जाकर वे ऑनलाइन रिसर्च जर्नल देख सकेंगे। रिसर्च जर्नल देखने के लिए शोध के सभी छात्रों को एक आईडी व पासवर्ड दिया जाएगा। आईडी-पासवर्ड को वेबसाइट पर डालने के बाद ऑनलाइन रिसर्च जर्नल खुल जाएगा।
कॉलेजों में भी शुरू होगी सुविधा :
वन नेशन वन सब्सक्रिप्शन से विवि के रजिस्टर्ड होने के बाद कॉलेजों को भी फ्री जर्नल की सुविधा मिलेगी। अभी यह सुविधा विवि में शुरू होगी। इसके बाद कॉलेज की लाइब्रेरी में जाकर भी छात्र रिसर्च जर्नल पढ़ सकेंगे। कॉलेजों को भी रिसर्च जर्नल के लिए यूजर और आईडी व पासवर्ड दिया जाएगा। इसके बाद छात्र वहां के जर्नल को खोल सकेंगे।
आईआईटी खड़गपुर के क्लब में शामिल हुआ बीआरएबीयू :
बीआरए बिहार विवि आईआईटी खड़गपुर की ओर से चलने वाले नेशनल डिजिटल लाइब्रेरी ऑफ इंडिया क्लब में भी रजिस्टर्ड हो गया है। इस क्लब में अब तक 46 विवि शामिल थे। बिहार विश्वविद्यालय 47वां विवि है जो इस क्लब में शामिल हुआ है। इसमें शामिल होने के बाद छात्रों को आईआईटी खड़गपुर की ओर से हिंदी और अंग्रेजी में मुफ्त स्टडी मैटेरियल मिल जाएंगी।
‘हिंदी समय पर भी दिखेगा बीआरएबीयू :
बीआरएबीयू जल्द ही महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विवि वर्धा की वेबसाइट सह ई लाइब्रेरी ‘हिंदी समय पर भी दिखेगा। हिंदी समय पर बीआरएबीयू को शामिल करने के लिए प्रस्ताव पास हो गया है। हिंदी समय पर जो भी सामग्री डाली जाएगी वह बिहार विवि को भी मुहैया होगी। बिहार विवि सूबे का पहला विश्वविद्यालय होगा जो हिंदी समय पर जुड़ेगा।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।