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बेसिक के छात्र भी 11वीं में पढ़ सकते गणित

9वीं और 10वीं बोर्ड में बेसिक मैथ लेकर पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को भी 11वीं में मैथ लेकर पढ़ने का मौका मिला है। स्कूल प्रबंधन व अभिभावकों की मांग पर सीबीएसई बोर्ड ने निर्धारित शर्त के साथ यह सुविधा दी...

Abhishek Kumar मुजफ्फरपुर | अनामिका , Mon, 16 March 2020 01:01 PM
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9वीं और 10वीं बोर्ड में बेसिक मैथ लेकर पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को भी 11वीं में मैथ लेकर पढ़ने का मौका मिला है। स्कूल प्रबंधन व अभिभावकों की मांग पर सीबीएसई बोर्ड ने निर्धारित शर्त के साथ यह सुविधा दी है। वर्ष 2018 में बोर्ड ने 10वीं में दो तरह के मैथ पढ़ने का विकल्प दिया था। इसके तहत 2018 में 9वीं पढ़ने वाले छात्रों को दो विकल्पों में से एक लेना था। जो छात्र 11वीं में मैथ लेकर नहीं पढ़ना चाहते उन्हें बेसिक मैथ का विकल्प दिया गया। वहीं, जो छात्र आगे मैथ रखना खहते हैं, उन्हें स्टैंडर्ड मैथ का विकल्प दिया गया। इसी के तहत इस बार 10वीं बोर्ड की परीक्षा में छात्र-छात्राएं शामिल हुए। 
सीबीएसई स्कूल संगठन के पीआरओ सतीश कुमार ने बताया कि अभिभावकों की ओर से लगातार ऐसी मांग डिमांड आ रही थी। बेसिक लेने वाले छात्र अगर 11वीं में मैथ लेकर पढ़ना चाहते हैं तो उन्हें निर्धारित शर्त के साथ मौका मिला है। 
इन छात्रों को कंपार्टमेंटल में स्टैंटर्ड मैथ की परीक्षा में शामिल होना होगा। इसके बाद ही वे आगे मैथ रखने के योग्य माने जाएंगे। कंपार्टमेंटल परीक्षा जुलाई के पहले सप्ताह में आयोजित है।  
10वीं बोर्ड की मार्किंग में बदलाव
बोर्ड ने इस साल से भी मार्किंग प्रक्रिया में कुछ बदलाव किए हैं। यह बोर्ड परीक्षाओं पर भी प्रभावी माने जाएंगे। नेशनल असेसमेंट सर्वेक्षण 2017 के तहत, 10वीं में छात्रों के गणित में 52 प्रतिशत, विज्ञान में 51 प्रतिशत, सामाजिक विज्ञान में 53 प्रतिशत, इंग्लिश में 58 प्रतिशत और मॉडर्न इंडियन लैंग्वेज में 62 प्रतिशत औसत अंक आ रहे हैं। इस रिजल्ट को सुधारने के लिए परीक्षा की प्रणाली में कुछ बदलाव किए गए हैं। 
पहले पीरियोडिक टेस्ट 10 अंकों का होता था जिसे पांच-पांच अंकों के दो हिस्सों में बांट दिया गया है। पांच अंक का पेन पेपर टेस्ट होगा जबकि पांच अंक के लिए क्विज, ओरल, कांसेप्ट मैप आदि होंगे। अभी तक साइंस में प्रैक्टिकल के पांच अंक मिलते थे। अब साइंस के साथ ही सोशल साइंस में भी प्रोजेक्ट वर्क के पांच अंक दिए जाएंगे।  

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