रिवाइज-तृतीय मुंगेर योग संगोष्ठी का समापन
मुंगेर में 17 नवंबर से प्रारंभ हुई तृतीय योग संगोष्ठी का समापन शनिवार को हुआ। इसमें 27 देशों और 16 भारतीय राज्यों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। स्वामी निरंजनानंद ने हठयोग और राजयोग के विधियों का अनुभव...
मुंगेर, हिन्दुस्तान संवाददाता। गंगा दर्शन विश्व योगपीठ में 17 नवम्बर से प्रारम्भ हुई तृतीय मुंगेर योग संगोष्ठी का शनिवार समापन हो गया। संगोष्ठी में विश्व के 27 देशों और भारत के 16 राज्यों से प्रतिनिधि शामिल हुए। उनका उत्साह, उल्लास और परस्पर भाईचारे एवं सौहार्द से वसुधैव कुटुम्बकम् का वैदिक आदर्श स्पष्ट रूप से साकार हो रहा था।
संगोष्ठी के प्रातः कालीन सत्रों में प्रतिभागियों को हठयोग तथा राजयोग की विविध विधियों का गहन अनुभव कराया गया। यह सत्र स्वामी निरंजनानंद ने स्वयं संचालित किया। दोपहर के सत्संगों में स्वामी जी ने संगोष्ठी के मुख्य विषय योग और जीवनशैली को बड़े प्रेरक ढंग से समझाया । उन्होंने योग चक्र के चार मुख्य अंगों हठ योग, राज योग, कर्म योग और भक्ति योग के विभिन्न पहलुओं को विस्तार से रखा साथ ही इनसे जुड़े यमों व नियमों को अपने जीवन में आत्मसात करने के लिए प्रेरित किया। सद्विचार, सद्व्यवहार और सत्कर्म की शिक्षाओं पर विशेष जोर देते हुए स्वामीजी ने जीवनचर्या को बेहतर बनाने और सकारात्मक विचारों को पोषित करने की प्रेरणा भी दी।
संगोष्ठी में अनेक प्रेरक एवं ज्ञानवर्धक गतिविधियां हुई आयोजित:
संगोष्ठी में देश-विदेश से आए प्रतिभागियों के लिए अनेक प्रेरक एवं ज्ञानवर्धक गतिविधियां भी आयोजित की गयीं। प्रतिदिन सत्यम् दर्शन नामक कार्यक्रम में उन्हें स्वामीजी के अनमोल सत्संग तथा जीवन-झांकियां देखने का अवसर प्राप्त हुआ। साथ ही उन्हें सत्यम गाथाओं पर बने मनोरंजक एवं शिक्षाप्रद एनिमेशन चलचित्र भी दिखाये गए।
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