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मॉक ड्रिल के दौरान पैसेंजर ट्रेन की दो कोच हुई बेपटरी, कोच के ऊपर चढ़ा कोच

कारी पहुंचे घटना स्थल पर चर्चा करते हुए फोटो जेएमपी: 6: घटना की सूचना पर रेलवे के सभी विभाग के जवान व पदाधिकारियों की उमड़ी भीड़ फोटो जेएमपी: 7: रेस्क

Newswrap हिन्दुस्तान, मुंगेरFri, 22 Nov 2024 10:44 PM
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जमालपुर, निज प्रतिनिधि। जमालपुर स्टेशन के दौलतपुर साइडिंग परिसर में शुक्रवार को एक पैसेंजर ट्रेन के बेपटरी होने की सूचना पर रेल अधिकारियों व कर्मचारियों के बीच अफरातफरी मच गई। आनन-फानन में घटना स्थल पर पहुंचे, तो देखा कि ट्रेन की एक कोच दूसरे कोच पर चढ़ा हुआ है तथा एक क्रेन उठा रखी है। पूरे परिसर में रेल अधिकारी व कर्मचारी पहले से मौजूद थे। दरसल, पूर्व रेलवे मालदा मंडल के डीआरएम मनीष कुमार गुप्ता के अगुवाई में मॉक ड्रिल कार्यक्रम चलाया गया था। पहले से ही नकली स्थिति उत्पन्न की गयी। दो कोच को बेपटरी कर दिया गया। सूचना प्रसारित की गयी कि ट्रेन नंबर 00343 डाउन जमालपुर - भागलपुर स्पेशल पैसेंजर ट्रेन जमालपुर लाइन नंबर 1 से प्रस्थान सुबह 11.55 किया। ड्रिल परिदृश्य के अनुसार, जमालपुर के भीतर किलोमीटर मार्कर 357/36 और 357/40 के बीच 11.59 बजे ट्रेन के पटरी होने की सूचना मिली है। नकली घटना में दो डिब्बे (ईआर-92553 और ईसीआर-91419, इंजन से चौथे और पांचवें) पटरी से उतर गए, पलट गए और आग लग गई। ट्रेन प्रबंधक ने प्रोटोकॉल का पालन करते हुए तुरंत वॉकी-टॉकी के माध्यम से जमालपुर में स्टेशन मास्टर (एसएम) और आरआरआई को दुर्घटना संदेश भेज दिया। सेल्फ-प्रोपेल्ड एक्सीडेंट रिलीफ मेडिकल वैन और एक्सीडेंट रिलीफ ट्रेन को तुरंत जमालपुर से सिम्युलेटेड साइट पर भेज दिया गया है। करीब चार घंटे तक रेस्क्यू चलाया गया है।

मॉक ड्रिल में करीब 500 अधिकारी व कर्मचारी थे मौजूद:

मॉक ड्रिल में रिस्क्यु को लेकर मालदा मंडल से जमालपुर के विभिन्न विभागों के अधिकारी व कर्मचारी सहित रेलवे व स्थानीय पुलिस प्रशासन करीब 500 की संख्या में मौजूद थे। पटना बिहटा की एनडीआरएफ की करीब 35 पदाधिकारी व जवान, मोडिकल की 5 डॉक्टर्स और 14 स्टॉफ, आरपीएफ के 25 जवान, जीआरपी के 20 जवान, भारत स्काउट एंड गाइड के 30 बच्चे व पदाधिकारी सहित टेलीकॉम, इलेक्ट्रिक, परिचालन, सेफ्टी सहित अन्य विभागों के जवान व पदाधिकारी मौजूद थे। मौके पर डिप्टी एसआरपी मनीष आनंद, आरपीएफ डीएससी असीम कुल्लू, एएससी हीरा सिंह, इंस्पेक्टर हरिशंकर प्रसाद, इंस्पेक्टर मुकेश सपट, सब इंस्पेक्टर जेआर मीणा, आदर्श थाना जमालपुर के एसएचओ राजेश कुमार, सीएमएस डॉ. अजय कुमार, सीएमएस एडमिन डॉ. जेके प्रसाद, डॉ. जेएस दास, डॉ. सतेंद्र, सीनियर डीसीएम एस. भट्टाचार्या, सीनियर डीएमई एसके तिवारी, सीनयर डीईएन (कॉ) नीरज वर्मा, एसएस संजय, एसएम राहुल, एसएम संजीव सहित अन्य मौजूद थे।

मॉक ड्रिल व साइलेंट ड्रिल समय-समय पर जरूरी:

पूर्व रेलवे मालदा मंडल के डीआरएम मनीष कुमार गुप्ता ने कहा कि मालदा मंडल में इस तरह की घटना अबतक नहीं हुई है। लेकिन जब कभी ऐसी स्थिति आएगी तो मालदा से जमालपुर की पूरी टीम इसी तत्परता के साथ रेस्क्यू ऑपरेशन को सफल बनाएंगे। उन्होंने कहा कि मॉक ड्रिल के दौरान कई कमियां भी उजागर हुई है। इस कमी को दूर किया जाएगा। समय-समय पर मॉक ड्रिल और साइलेंट मॉक ड्रिल होना चाहिए। इससे विभागीय कर्मचारी व पदाधिकारियों को ऊर्जा मिलती है साथ ही सर्तक रहते हैं।

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