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आउटसोर्सिंग कर्मियों की कुलपति से वार्ता रही विफल

ल पाया। इसके बाद आउटसोर्सिंग कर्मियों ने हड़ताल जारी रखने का निर्णय लिया। इसके साथ ही सभी हड़ताली कर्मी विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन के सामने

Newswrap हिन्दुस्तान, मुंगेरWed, 8 Jan 2025 12:31 AM
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मुंगेर, एसं। तीन माह के लंबित मानदेय भुगतान की मांग को लेकर मुंगेर विश्वविद्यालय में आउटसोर्सिंग एजेंसी के माध्यम से कार्यरत 70 कर्मी 16 दिसंबर से सामूहिक हड़ताल पर हैं। इस क्रम में मंगलवार की सुबह लगभग 12 बजे कुलपति प्रो. संजय कुमार चौधरी विश्वविद्यालय पहुंचे। इसके बाद आउटसोर्स कर्मियों ने अपनी समस्याओं को कुलपति के समक्ष रखा तथा उनसे इसका निदान निकालने की मांग की। यह वार्ता नाकाम रही तथा इसका कोई हल नहीं निकल पाया। इसके बाद आउटसोर्सिंग कर्मियों ने हड़ताल जारी रखने का निर्णय लिया।

इसके साथ ही सभी हड़ताली कर्मी विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन के सामने धरना पर बैठ गए। आउटसोर्सिंग कर्मियों ने बताया कि एजेंसी को विश्वविद्यालय ने दीपावली के समय सात महीने के मानदेय का भुगतान किया था। इसके बाद एजेंसी ने उनलोगों को चार महीने के मानेदय का ही भुगतान किया तथा अब तक तीन माह का मानदेय दबा कर रखे हुए है। एजेंसी ने 28 महीने तक काम लेकर अब तक केवल 14 महीने के ही मानदेय का भुगतान किया है। बताया जाता है कि आउटसोर्स एजेंसी विश्वविद्यालय से प्रति कर्मी के आधार पर 23 से 26 हजार रुपये की दर से भुगतान प्राप्त करती है तथा कर्मियों को महज 10 से 11 हजार रुपये प्रतिमाह ही भुगतान करती है। इधर इस मामले में कर्मियों ने श्रम अधीक्षक के यहां भी परिवाद दाखिल कर रखा है, पर अब तक कंपनी श्रम अधीक्षक के कार्यालय को भी कर्मियों के मानदेय भुगतान से संबंधित सूची उपलब्ध नहीं कराया है और न ही मांगने के बावजूद विश्वविद्यालय प्रशासन को ही कर्मियों के भुगतान से संबंधित विवरण उपलब्ध कराया है। ऐसे में सभी कर्मी लंबित मानदेय भुगतान होने तक सामूहिक हड़ताल पर रहने का मूड बना चुके हैं।

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