एक लाख का इनामी कुख्यात अपराधी पवन मंडल बंगाल से गिरफ्तार
मुंगेर में कुख्यात अपराधी पवन मंडल को एसटीएफ ने पश्चिम बंगाल के मेदिनीपुर से गिरफ्तार किया है। पवन मंडल पर हत्या, रंगदारी और अन्य गंभीर अपराधों के 25 मामले दर्ज हैं। सरकार ने उसकी गिरफ्तारी की सूचना...

मुंगेर, निज संवाददाता । जिले में अपराध का पर्याय बन चुके कुख्यात मोस्ट वांटेड अपराधी कासिम बाजार थानान्तर्गत बीचा गांव निवासी पवन मंडल को एसटीएफ की टीम ने शनिवार की देर रात पश्चिम बंगाल के मेदिनीपुर खड़गपुर से गिरफ्तार किया है। हालांकि रविवार देर शाम तक एसपी ने इस घटना की पुष्टि नहीं की। मुंगेर एसपी सैयद इमरान मसूद ने बताया कि एसटीएफ द्वारा पवन मंडल के गिरफ्तारी की आधिकारिक सूचना उन्हें नही मिली है, इसलिए वह इसकी पुष्टि नहीं कर सकते। एसपी ने कहा कि आधिकारिक सूचना मिलने पर ही पवन मंडल के गिरफ्तारी की पुष्टि की जाएगी।
कुख्यात पवन मंडल को पकड़वाने वाले को एक लाख के इनाम की घोषणा:
पवन मंडल की पुख्ता सूचना देने वाले को एक लाख रुपए के इनाम की घोषणा सरकार ने की थी। उसके विरुद्ध जिले के कासिम बाजार, मुफस्सिल, हेमजापुर, कोतवाली सहित विभिन्न थानों में हत्या, रंगदारी, जमीन पर कब्जा, हथियार तस्करी सहित 25 मामले दर्ज हैं। पिछले चार साल से वह फरार चल रहा था। कुख्यात अपराधी पवन मंडल की गिरफ्तारी के लिए एक लाख का इनाम भी सरकार द्वारा घोषित किया गया था। जिले के टॉप टेन अपराधियों में शुमार इनामी अपराधी के लिए पुलिस प्रशासन की स्पेशल टीम कई बार प्रयास कर चुकी थी, लेकिन हर बार वह पुलिस को चकमा देकर फरार हो जाता था।
एसटीएफ की टीम ने पश्चिम बंगाल के मेदिनीपुर से दबोचा:
पुख्ता खूफिया सूचना पर शनिवार की रात पवन मंडल को एसटीएफ की टीम ने पश्चिम बंगाल के मेदिनीपुर खड़गपुर से गिरफ्तार कर लिया। हालांकि एसटीएफ द्वारा की गई गिरफ्तारी के संबंध में जिले के सभी वरीय पुलिस पदाधिकारी अधिकारिक रूप से कुछ बता पाने में असमर्थता जता रहे हैं। बता दें कि पवन मंडल मुफस्सिल थानान्तर्गत बांक में हुए मंजीत मंडल डबल मर्डर हत्या मामले में नामजद था। इसके अलावा कासिम बाजार में 16 आपराधिक मामला, हेमजापुर में 01, मुफस्सिल में 05, तथा कोतवाली थाना में 03 आपराधिक मामले दर्ज हैं। इनमें से 12मामलों में पुलिस कोर्ट में आरोप पत्र भी समर्पित कर चुकी है। लेकिन किसी सजा किसी केस में नहीं हो पाई।
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डबल मर्डर मामले में है नामजद:
13 जुलाई 24 को मुफस्सिल थानान्तर्गत बांक मोड़ के समीप बाइक सवार अपराधियों ने प्रोपर्टी डीलर मंजीत मंडल और उसके चालक चंदन मंडल की हत्या कार पर अंधाधुंध गोली चला कर की थी। इस संबंध में मंजीत की मां के बयान पर पवन मंडल के विरूद्ध नामजद प्राथमिकी मुफस्सिल थाना में दर्ज हुई थी। जो मंजीत मंडल हत्यामामले का मास्टर माइंड था। थाना में दर्ज प्राथमिकी में उसकी मां ने बताया था कि पवन से अलग होकर मंजीत खुद प्रोपर्टी डीलिंग का काम करने लगा था जो पवन को नागवार गुजरा। अपने रास्ता से हटाने के लिए मंजीत की हत्या पवन मंडल ने करा दी।
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पहले बेचता था मां के साथ सब्जी:
वर्ष 2006 से पूर्व पवन मंडल अपनी मां के साथ मनिया चौराहा के समीप सब्जी बेचता था। इस बीच अपराध की दुनिया में कदम रखते हुए सबसे पहले पवन हथियार तस्करी के कारोबार में जुड़ा। उसके विरुद्ध सबसे पहला केस कासिम बाजार थाना में वर्ष 2006 में आर्म्स एक्ट का दर्ज हुआ था। मुनाफा कम देख वह प्रोपर्टी डीलिंग के कारोबार में भी जुड़ गया। प्रोपर्टी विवाद में उत्तम शर्मा की एसपी कार्यालय के समीप दिनदहाड़े गोली मार कर हत्या के बाद उसने पीछे मुड़ कर नहीं देखा। एक संगठित गिरोह बना कर प्रोपर्टी डीलिंग का व्यवसाय करने लगा। विवादित जमीन पर जबरन कब्जा कर प्लाटिंग कर बिक्री करने लगा। जमीन विवाद में 2 फरवरी 2015 को मकससपुर निवासी पंकज वर्मा की हत्या करवा दी। इसके बाद पंकज हत्या मामले के गवाह मकससपुर निवासी उत्तम वर्मा की हत्या भी मार्च 2015 में करवा दी। प्रोपर्टी डीलिंग के व्यवसाय में ज्यादा मुनाफा देख उसके गिरोह के लोग धीरे-धीरे अलग होकर खुद इस व्यवसाय से जुड़ने लगे। मंजीत मंडल जब गिरोह से अलग होकर खुद प्रोपर्टी डीलिंग करने लगा, तो पवन ने 13 जुलाई 24 को उसकी भी हत्या करवा दी।
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