मुंगेर विश्वविद्यालय को लेकर चल रही अटकलें हुई समाप्त
षणा मुंगेर, एक संवाददाता। मुंगेर विश्वविद्यालय के स्थायी परिसर के लिए लंबे समय से चली आ रही अनिश्चितता अब समाप्त हो गई है। कुलाधिपति ने दीक्षांत समारो

मुंगेर, एक संवाददाता। मुंगेर विश्वविद्यालय के स्थायी परिसर के लिए लंबे समय से चली आ रही अनिश्चितता अब समाप्त हो गई है। कुलाधिपति ने दीक्षांत समारोह के मंच से घोषणा की कि, विश्वविद्यालय के लिए 39 एकड़ जमीन की व्यवस्था की जा रही है। इसमें से इस 19 एकड़ जमीन की व्यवस्था की जा चुकी है, 20 एकड़ जमीन की और व्यवस्था की जानी है। इस घोषणा से विश्वविद्यालय की स्थापना को लेकर जारी असमंजस और विरोध प्रदर्शनों पर विराम लगने की उम्मीद है।
19 एकड़ जमीन स्वीकृत, 20 एकड़ और होगी उपलब्ध:
दीक्षांत समारोह के दौरान कुलाधिपति द्वारा की गई घोषणा एवं विश्वविद्यालय सूत्र से मिली जानकारी के अनुसार मुंगेर विश्वविद्यालय के लिए 19 एकड़ जमीन की व्यवस्था पहले ही कर दी गई है, जबकि 20 एकड़ और अतिरिक्त भूमि विश्वविद्यालय के लिए उपलब्ध कराने का प्रस्ताव भेजा गया है, जिसकी स्वीकृति भी जल्द ही मिल जाएगी। यानि, कुल 39 एकड़ भूमि पर विश्वविद्यालय का निर्माण किया जाएगा। यह विश्वविद्यालय नौवागढ़ी में मुंगेर-मिर्जाचौकी सड़क के किनारे, पहाड़ी की ओर स्थापित किया जाएगा। यह स्थान भौगोलिक रूप से उपयुक्त माना जा रहा है, जहां छात्रों और शिक्षकों के लिए एक बेहतर शिक्षण वातावरण उपलब्ध होगा। क्योंकि, सुरक्षा की दृष्टिकोण से यह एक शांत क्षेत्र है और बगल में पुलिस थाना भी स्थित है। ही नहीं यह जगह 2-2 नेशनल हाईवे के बगल में स्थित है, जहां विश्वविद्यालय के अंतर्गत आने वाले पांचों जिलों के सभी कॉलेजों के लोग आसानी से पहुंच सकते हैं।
घोषणा से समाप्त हुआ असमंजस:
ज्ञात हो कि, कई वर्षों से मुंगेर विश्वविद्यालय के स्थायी परिसर को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई थी। जमीन की उपलब्धता को लेकर विभिन्न संगठनों और छात्र संघों द्वारा कई आंदोलन किए गए थे। अब कुलाधिपति द्वारा आधिकारिक रूप से जमीन की स्वीकृति की घोषणा के बाद इन आंदोलनों पर विराम लग जानी चाहिए।
स्थायी परिसर से उच्च शिक्षा को मिलेगा बढ़ावा:
मुंगेर विश्वविद्यालय का स्थायी परिसर बनने से क्षेत्र में उच्च शिक्षा को मजबूती मिलेगी। विश्वविद्यालय प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि, निर्माण कार्य शीघ्र शुरू किया जाएगा और आधुनिक सुविधाओं से युक्त विश्वविद्यालय तैयार किया जाएगा।
स्थायी परिसर के निर्माण से छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, शोध के लिए बेहतर सुविधाएं और एक सुव्यवस्थित कैंपस मिलेगा। विश्वविद्यालय के विकास से न केवल मुंगेर बल्कि आसपास के जिलों के छात्रों को भी लाभ मिलेगा।
छात्रों और शिक्षकों में खुशी:
इस घोषणा के बाद छात्रों, शिक्षकों और स्थानीय नागरिकों में उत्साह देखा जा रहा है। उनका मानना है कि, यह निर्णय मुंगेर को एक प्रमुख शैक्षणिक केंद्र के रूप में विकसित करने में मदद करेगा। विश्वविद्यालय प्रशासन ने भी इस फैसले का स्वागत किया और जल्द- से- जल्द विश्वविद्यालय भवन का निर्माण कार्य शुरू करने की बात कही है। ऐसे में, अब सभी की निगाहें विश्वविद्यालय के निर्माण कार्य पर टिकी हैं, जिससे मुंगेर में उच्च शिक्षा के क्षेत्र में एक नए युग की शुरुआत हो सके।
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