मुंविवि ने 06 वर्षों में बदली दो एजेंसियां, फिर भी छात्र परेशान
मुंगेर विश्वविद्यालय ने 6 वर्षों में अपनी वेबसाइट के लिए दो एजेंसियां बदली हैं, लेकिन वेबसाइट और यूएमआईएस पोर्टल की स्थिति में सुधार नहीं हुआ है। छात्रों को अधूरी सूचनाओं के कारण समस्याओं का सामना...
मुंगेर, नगर संवाददाता। मुंगेर विश्वविद्यालय अपने 6 साल के कार्यकाल में जहां वेबसाइट के लिये दो एजेंसियां बदल चुका है। वहीं यूएमआईएस के लिये भी अब तक दो एजेंसियां बदल दी गयी हैं। जबकि वेबसाइट मेंटनेंस के नाम पर 6 सालों में विश्वविद्यालय प्रशासन ने करोड़ों खर्च कर दिये हैं। लेकिन इसके बावजूद एमयू की ऑफिशियल वेबसाइट की हालत ढाक के तीन पात जैसी है। जिसपर आने वाली समस्याओं से विद्यार्थी परेशान हैं। 25 दिसंबर 2022 को बदली गई एजेंसी:
एमयू द्वारा 25 दिसंबर 2022 को ही अपने वेबसाइट के यूएमआईएस पोर्टल के लिये नयी एजेंसी चयन को लेकर टेंडर निकाला गया है। इसके बाद 2023 के आरंभ से ही विश्वविद्यालय द्वारा यूएमआईएस के लिये पटना की एक एजेंसी का चयन किया गया। वहीं नयी एजेंसी द्वारा अपना यूएमआईएस पोर्टल विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर आरंभ कर दिया गया। लेकिन वेबसाइट और यूएमआईएस पोर्टल की बदहाल हालत के कारण विद्यार्थी परेशान हैं। हाल यह है वेबसाइट और यूएमआईएस पोर्टल आए दिन अधूरी सूचनाओं के कारण विद्यार्थियों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
आधी अधूरी सूचनाएं बढ़ा रहीं मुसीबत:
मुंविवि भले ही अपनी वेबसाइट और यूएमआईएस पोर्टल के मेंटेनेंस पर लाखों रुपए प्रत्येक माह खर्च कर रहा है, लेकिन वेबसाइट और यूएमआईएस पोर्टल पर विद्यार्थियों के लिए सूचनाएं अपडेट नहीं की जा रही है। जिससे आधी अधूरी सूचनाएं विद्यार्थियों के बीच असमंजस की स्थिति बनी रहती है। छात्र सनी कुमार, प्रिंस कुमार, आदित्य राज, गौतम कुमार, राजकुमार आदि ने बताया कि विश्वविद्यालय के वेबसाइट पर जहां 6 साल बाद भी सेलेबस, कोर्स की सूची, पीजी विभागों की विस्तृत जानकारी, स्पोर्ट्स और एग्जाम कैलेंडर सहित अकादमिक कैलेंडर सही से अपडेट नहीं हुआ है। वहीं सत्रों के शैक्षणिक प्रक्रियाओं से संबंधित सूचनाओं भी ससमय वेबसाइट पर अपडेट नहीं हो रही। जिसके कारण सूचनाओं के अभाव में आए दिन न केवल विद्यार्थियों के शैक्षणिक प्रक्रियाएं छूट रही हैं, बल्कि खुद विश्वविद्यालय को कई बार एक ही सत्र के शैक्षणिक प्रक्रियाओं के लिए बार-बार समय को विस्तारित करना पड़ रहा है।
कहते हैं कुलसचिव:
विश्वविद्यालय की वेबसाइट और यूएमआईएस पोर्टल एजेंसी को नियमित रूप से सभी सूचनाएं अपडेट करने का निर्देश दिया गया है। वहीं वेबसाइट और यूएमआईएस पोर्टल से जुड़ी परेशानी को लेकर विश्वविद्यालय में ही दोनों एजेंसी के प्रतिनिधि बैठते हैं। यहां विद्यार्थियों की समस्या को दूर किया जाता है।
कुलसचिव, कर्नल विजय कुमार ठाकुर
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