नियुक्ति के बाद से ही आंशिक वेतन पर काम कर रहे हैं ये कर्मचारी
मुंगेर विश्वविद्यालय में संकल्प 10000 के तहत नियुक्त 11 कर्मचारी मानदेय की समस्या का सामना कर रहे हैं। कर्मचारियों का मानदेय अभी तक निर्धारित नहीं हुआ है और उन्हें आंशिक वेतन पर काम करना पड़ रहा है।...
मुंगेर,/एक संवाददाता मुंगेर विश्वविद्यालय में संकल्प 10000 के तहत नियुक्त किए गए 11 कर्मचारी अब भी मानदेय की समस्या का सामना कर रहे हैं। अब तक कर्मचारियों का मानदेय निर्धारित नहीं हो सका है। ये कर्मचारी अपनी नियुक्ति के बाद से ही लगातार आंशिक वेतन पर ही काम कर रहे हैं और यह वेतन भी उन्हें समय पर नहीं मिलता है। हालांकि, देर से ही सही अब तक का इनका मानदेय विश्वविद्यालय द्वारा भुगतान कर दिया गया है। वर्तमान में इन कर्मचारियों का कोई मानदेय बकाया नहीं है।
गौरतलब है कि, इनकी नियुक्ति इसी वर्ष 2 अप्रैल 2024 को हुई थी। नियुक्ति के बाद से ही इनके द्वारा स्थाई मानदेय की मांग के बावजूद अभी तक इसका मानदेय निर्धारण नहीं किया गया है। ऐसे में, विश्वविद्यालय सूत्र से मिली जानकारी के अनुसार इन कर्मचारियों में असंतोष लगातार बढ़ते जा रहा है।
मानदेय निर्धारण का तरीका:
विश्वविद्यालय सूत्र से मिली जानकारी के अनुसार संकल्प 10000 के तहत नियुक्त कर्मचारियों के मानदेय का निर्धारण विश्वविद्यालय की वेतन निर्धारण कमेटी करेगी। इन कर्मचारियों के मानदेय निर्धारण का तरीका यह है कि, जो भी कर्मचारी अपने पूर्व की सेवा में सेवानिवृत्ति के समय जिस वेतनमान पर था उसमें से उनके वर्तमान पेंशन को घटाकर मानदेय का निर्धारण किया जाएगा।
मानदेय का जल्द-से-जल्द निर्धारण की मांग:
ज्ञात हो कि, संकल्प 10000 योजना के तहत इन कर्मचारियों को विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों में अस्थाई आधार पर नियुक्त किया गया था। योजना के अंतर्गत इन्हें विभिन्न प्रशासनिक और शैक्षणिक कार्यों में लगाया गया है। लेकिन, मानदेय का अभी तक निर्धारण नहीं होने के कारण इन्हें अभी तक केवल आंशिक मानदेय ही विश्वविद्यालय द्वारा दिया जा रहा है। अभी तक इन्हें संपूर्ण मानदेय नहीं मिल पाया है। ऐसे में, संपूर्ण मानदेय नहीं मिलने और इसमें भी बीच-बीच में देरी होने से इनकी आर्थिक स्थिति प्रभावित हो रही है। ऐसे में, इन कर्मचारियों ने विश्वविद्यालय प्रशासन से मांग किया है कि, जल्द- से- जल्द उनका मानदेय निर्धारित किया जाए और निर्धारित मानदेय का भुगतान प्रत्येक महीना समय पर होना सुनिश्चित किया जाए, ताकि उन्हें अपने कार्यों में मानसिक शांति मिले और वे अपने कार्यों को बिना किसी परेशानी के कर सकें।
कहते हैं विश्वविद्यालय अधिकारी:
संकल्प 10000 के तहत नियुक्त कर्मचारियों के मानदेय का निर्धारण विश्वविद्यालय की वेतन निर्धारण कमेटी द्वारा किया जाना है। वेतन निर्धारण कमेटी का गठन एक नीतिगत निर्णय है। कर्मचारियों की नियुक्ति अप्रैल में हुई थी। इसके बाद मई माह से ही कुलपति के नीतिगत निर्णय लेने पर राजभवन द्वारा रोक लगा दी गई थी, जो अब तक लागू है। ऐसे में, अब तक ना तो वेतन निर्धारण कमेटी का गठन हो सका है और ना ही इनका मानदेय निर्धारित हो सका है। इनका मानदेय निर्धारण के लिए विश्वविद्यालय में नियमित कुलपति की नियुक्ति का इंतजार है। नियमित कुलपति की नियुक्ति के बाद शीघ्र ही इनके मानदेय का निर्धारण कर दिया जाएगा।
-कर्नल विजय कुमार ठाकुर, कुलसचिव,
मुंगेर विश्वविद्यालय, मुंगेर
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