असरगंज और बरियारपुर में शीघ्र आरंभ होगा 30-30 बेड का सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र
ति सीएचसी का निर्माण 7 करोड़ 50 लाख की लागत से किया गया है। जी प्लस टू बिल्डिंग वाले 30 बेड के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र भवन में ओपीडी वार्ड,
मुंगेर, निज संवाददाता : जिले के असरगंज और बरियारपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र को उत्क्रमित कर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बनाया गया है। दोनों प्रखंड में 30-30 बेड का सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र का भवन बन कर तैयार है। सितम्बर माह के प्रथम सप्ताह में स्वास्थ्य विभाग को हैंडओवर होने के बाद दोनों सीएचसी चालू हो जाएगा। नए इंफ्रास्टक्चर और अत्याधुनिक स्वास्थ्य सुविधा का लाभ क्षेत्र के मरीज उठा सकेंगे। स्वास्थ्य विभाग की भवन निर्माण एजेंसी बीएमएसआईसीएल द्वारा प्रति सीएचसी का निर्माण 7 करोड़ 50 लाख की लागत से किया गया है। जी प्लस टू बिल्डिंग वाले 30 बेड के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र भवन में ओपीडी वार्ड, इमरजेंसी वार्ड, इंडोर वार्ड, पैथोलॉजिकल जांच घर, ड्रेसिंग रूम, डाक्टर्स रूम, प्रसव कक्ष, स्टाफ ड्यूटी रूम, शौचालय के अलावा पेयजल का प्रबंध किया गया है। सीएचसी भवन को नए इंफ्रास्टाक्चर से युक्त किया जा रहा है। जिससे सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा का लाभ मिल सकेगा। निर्माण एजेंसी के परियोजना प्रबंधक सुमित कुमार ने बताया कि असरगंज और बरियारपुर में 30-30 बेड का सीएचसी भवन बनकर तैयार है। सितम्बर माह के प्रथम सप्ताह में दोनों भवनों को स्वास्थ्य विभाग के हैंडओवर कर दिया जाएगा। इसके अलावा बीएमएसआईसीएल द्वारा असरगंज प्रखंड के मकवा में 1 करोड़ 30 लाख की लागत से अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र का निर्माण भी पूरा कर लिया गया है। एपीएचसी मकवा भवन भी सितम्बर माह के प्रथम सप्ताह में स्वास्थ्य विभाग को हैंडओवर करने की बात बीएमएसआईसीएल एजेंसी द्वारा कही गई है।
अब तक 6 बेड के अस्पताल में होता था इलाज:
बरियारपुर और असरगंज प्रखंड में अब तक 6-6 बेड के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में ही मरीजों का इलाज होता था। प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में मात्र 6 बेड रहने के कारण कम संख्या में ही मरीज एडमिट हो पाते थे। अब 30-30 बेड का अस्पताल हो जाने के बाद मरीज ज्यादा संख्या में एडमिट हो सकेंगे। 24गुणा 7 की तर्ज पर संचालित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में नए इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ हर समय बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मिलेगा।
चिकित्सक व स्वास्थ्य कर्मी की संख्या भी बढ़ेगी:
प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र से उत्क्रमित होकर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बने दोनों प्रखंड अस्पताल में चिकित्सक व स्वास्थ्य कर्मियों की संख्या में भी बढ़ोतरी होगी। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में स्वीकृत डाक्टर के 10 पद के अनुरूप चिकित्सकों की संख्या में बढ़ोतरी होगी। पीएचसी में जीएनएम का पद स्वीकृत नहीं है। सीएचसी आरंभ हो जाने के बाद में जीएनएम के 14 स्वीकृत पद पर जीएनएम का पदस्थापन दोनों सीएचसी में किया जाएगा। बता दें कि असरगंज पीएचसी में फिलहाल एक भी चिकित्सक पदस्थापित नहीं हैं। प्रतिनियुक्त चिकित्सक से मरीजों का इलाज हो रहा है। सीएचसी आरंभ हो जाने के बाद वहां नियमित चिकित्सक का पदस्थापन भी होगा।
बोले सिविल सर्जन:
असरगंज और बरियारपुर में 30 बेड का सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र आरंभ होने के बाद निश्चित रूप से क्षेत्र के मरीजों को नए इंफ्रास्ट्रक्चर में बेहतर स्वास्थ्य सुविधा का लाभ मिल सकेगा। ज्यादा संंख्या में मरीज एडमिट होकर उपचार करा सकेंगे। - डा. विनोद कुमार सिन्हा, सिविल सर्जन, मुंगेर।
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