70 वर्ष या असाध्य रोग से ग्रसित बंदियों की होगी पहचान
मुंगेर में 70 वर्ष से अधिक उम्र और असाध्य रोग से ग्रसित बंदियों की पहचान के लिए जिला इकाई का गठन किया गया है। इस कैंपेन का उद्देश्य ऐसे बंदियों को कानूनी सहायता प्रदान करना है। 10 दिसंबर 2024 से 10...
मुंगेर, वरीय संवाददाता। जेल में बंद 70 वर्ष से अधिक व असाध्य रोग से ग्रसित बंदियों की पहचान को लेकर जिला इकाई का गठन किया गया है। गुरुवार को जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव दिनेश कुमार के नेतृत्व में एक टीम ने मुंगेर जेल का विजिट किया। इस कैंपेन का मुख्य उद्देश्य ऐसे बंदियों को कानूनी सहायता उपलब्ध कराना है। जिला इकाई द्वारा जेल में बंद 70 वर्ष से अधिक तथा असाध्य रोग से ग्रसित बंदियों को पहचान कर उसे आवश्यक विधि सहायता प्रदान करना ही इस कैंपन का उद्देश्य है। जिला ईकाई टीम के सदस्यों ने अभी तक 9 वैसे बंदियों जिसकी उम्र 70 वर्ष से अधिक है। वैसे बंदियों की पहचान कर उसे आवश्यक विधि सहायता दी जायेगी।
गौरतलब है कि राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकार नई दिल्ली के निर्देश पर 10 दिसंबर 2024 से 10 मार्च 2025 तक जेल में बंद 70 वर्ष से अधिक तथा असाध्य रोग से ग्रसित बंदियों के लिए इस कैंपेन का आयोजन किया जा रहा है। जिला इकाई में डिप्टी चीफ एलडीएम, मुंगेर जेल के विजिटिंग अधिवक्ता तथा जेल में बंद सजायाप्ता अधिकार मित्र (पारा विधिक स्वयं सेवक) को रखा गया है।
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