जमालपुर स्टेशन पर तीन खाने-पीने की स्टॉल की मियाद हुई पूरी, बंद होने से बढ़ी यात्रियों को परेशानी
पर शुद्ध भोजन की सुविधा: एडीआरएम जमालपुर। निज प्रतिनिधि मॉडल स्टेशन जमालपुर पर भले ही रेलवे 34 करोड़ रूपये की लागत से अमृत भारत स्टेशन स्कीम की तहत र
जमालपुर। निज प्रतिनिधि मॉडल स्टेशन जमालपुर पर भले ही रेलवे 34 करोड़ रूपये की लागत से अमृत भारत स्टेशन स्कीम की तहत रीमॉडलिंग करने में जुटी है। लेकिन यहां फिलहाल यात्रियों की सुविधाओं का घोर अभाव है। खासकर, स्टेशन के प्लेटफार्म पर शुद्ध भोजन की कोई व्यवस्था नहीं है। बीते 6 साल से स्टेशन की रेलवे कैंटिन (एक्सप्रेस फूड सर्विस) बंद पड़ी है। इसकी चिंता न तो स्टेशन प्रशासन को है और न ही पूर्व रेलवे मालदा मंडल प्रशासन ने ही इसकी वैकल्पिक व्यवस्था करने में रुची दिखाई है। हां, इतना जरूर है कि जब कभी पूर्व रेलवे मालदा मंडल के डीआरएम, एडीआरएम, पूर्व रेलवे कोलकाता के पीसीसीएम सहित वरीय अधिकारियों को स्टेशन निरीक्षण कार्यक्रम होता है, तब इसका रोना रोया जाता है। हर बार एक ही बात बोला जाता है कि इंडियन रेलवे केटरिंग एंड टूरिजम कॉपरेशन लिमिटेड (आईआरसीटीसी) से वार्ता चल रही है। हालांकि आइआरसीटीसी विभाग ने अबतक करीब 4 बार रेलवे कैंटिन के लिए टेंडर निकाल चुकी है। इसबार नए साल में पांचवीं बार टेंडर निकाली जाएगी।
जमालपुर स्टेशन की अब सिर्फ 3 स्टॉल पर ही निर्भर है जमालपुर के हजारों यात्री
जमालपुर स्टेशन पर आईआरसीटीसी द्वारा स्थापित की गयी एक्सप्रेस फूड सर्विस रेलवे कैंटिन की मियाद 2018 में ही समाप्त हो गयी थी। मियाद समाप्त होने के बाद कई वर्षो तक यानि वर्ष 2019, 2021, 2022 और 2023 में टेंडर निकाली गयी। लेकिन स्टेशन की रेलवे कैंटिन का मासिक किराया और कई की शर्ते सहित परिसर की इंफ्रास्ट्रक्चर में कमी के कारण अमुमन रेलवे संवेदक ने टेंडर फार्म भरने से इंकार करता आया है। इन बीते वर्षो में यात्रियों को सिर्फ 6 स्टॉलो से खाने-पीने की ड्राई फूड, कोल्डिंग और पानी की सुविधा मिल पा रही है। हजारों यात्रियों को इसी स्टॉलों पर निर्भता बनी थी। लेकिन बीते दिनों इसमें तीन स्टॉल बंद हो गयी है। प्लेटफार्म संख्या एक पर फिलहाल एएच व्हीलर एंड को मल्टीपर्पस बुक स्टॉल और कुरियो स्टॉल और प्लेटफार्म नंबर दो पर एक चालू है। जबकि प्लेटफार्म नंबर एक पर ही मियाद पूरी होने के बाद मॉडलर कैटरिंग और कैटरिंग स्टॉल का शटर डाउन हो गया है। वहीं प्लेटफार्म संख्या दो-तीन पर भी एक बंद पड़ी है।
इधर, यात्री सत्यदेव, सौरभ, त्रिविक्रम, पूजा कुमारी, जगदेव प्रसाद सहित अन्य ने बताया कि जमालपुर स्टेशन की रेलवे कैंटिन सहित अन्य स्टॉल बंद रहने की सूरत में यात्रियों ने न तो कॉफी मिल पा रही है और न ही खाने-पीने की वस्तुएं। ट्रेन यात्रियों को भोजन के लिए स्टेशन से बाहर निकलता पड़ता है। तथा ठेला पर बिक रही सड़ी गली भोजन को खाने की विवशता बनी रहती हैं। ऐसे में कई बार यात्रियों को ट्रेनें भी छूट जाती है।
क्या कहते हैं अधिकारी
मार्च माह तक प्रथम चरण का री-मॉर्डलिंग कार्य अमृत भारत योजना के तहत संपन्न किया जाएगा। तथा फूड प्लाजा जैसी सुविधा बहाल की जाएगी। वहीं मियाद पूरी होने वाले स्टॉल भी पुन: खोला जाएगा। ताकि यात्रियों को नए साल में परेशानी न उठानी पड़े।
एसके प्रसाद, एडीआरएम, पूर्व रेलवे मालदा
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