जमालपुर में डिजिटल जॉब के नाम करीब 600 लोगों से 15 करोड़ राशि से अधिक की ठगी
ठगी जॉलीवुड इंडस्ट्री प्रावेट लिमिटेड ने चेयरमैन, निदेशक सहित परिवार और सुपर वर्ककर फरार यूट्यूब पर 48 सौ विडियो देखने पर दी जाती थी 15 हजार की नौकर
जमालपुर। निज प्रतिनिधि मुंगेर जिला के जमालपुर शहर में एक ठग ने शहरवासियों को यू-ट्यूब की वीडियो देखने के नाम पर नौकरी का झांसा दिया है। तथा सूबे के विभिन्न जिलों से करीब 600 लोगों से करीब 15 करोड़ रुपये की ठगी कर फरार हो गया। सोमवार को ठगी के शिकार करीब 50 पीड़ित थाना पहुंचकर उसके खिलाफ ठगी का आवेदन दिया है। पुलिस ने पीड़ितों के आवेदन पर तुरंत कार्रवाई करते हुए एक व्यक्ति को हिरासत में ले लिया है। तथा घटना की जांच शुरू कर दी है।
पीड़ितों में मुंगेर के मो. तालिब, वीरु, अरविंद, रवि रंजन, अजित, अमन, पीहू, दीपक, सौरभ, सुमित, सैल कुमारी, गायत्री देवी, सीमा देवी सहित अन्य ने बताया कि आदर्श थाना जमालपुर क्षेत्र के नयाटोला फुलका निवासी इंद्रदेव तांती का पुत्र जितेंद्र कुमार राजीव बीते 4 साल से जॉलीवुड इंडस्ट्रीज प्रावेट लिमिटेड केएस कम्पलेक्स जमालपुर में ऑफिस खोलकर चेरयमैन बना हुआ था। इनके सहयोगियों में धरहरा के सारोबाग निवासी कैलाश तांती का पुत्र संतोष कुमार निदेशक था। उसका ड्राइवर प्रियंरजन कुमार, गार्ड जयवर्धन तांती, कंपनी के सॉफ्टवेयर इंजीनियर धीरज कुमार, राजा कुमार सहित अन्य ने यूजी वरमल जोन (इन्वेस्टर) के माध्यम से करीब 600 लोगों को जोड़ा था। तथा हर एक से करीब 2 से ढाई लाख रुपये से अधिक यानि कुल 15 करोड़ राशि ले भागा है।
उन्होंने बताया कि चार दिनों पूर्व हुई मीटिंग में सभी को राशि लौटाने की मांग की थी। लेकिन राशि लौटायी नहीं गया और कार्यालय और घर पर ताला जड़कर परविार सहित भागने में सफल हो गया है। मोटी रकम की ठगी से मानसिक और आर्थिक शोषण से इंवेस्टर परेशान है। पीड़ितों में शानु, राहुल, सुबोध, कार्तिक, शशिकांत, आदर्श, सुजीत, रवि, दयानंद, मनोज, योगेंद्र, श्यामा देवी, अर्शद, प्रमोद, द्रोपती, अंशु कुमारी, मंजू कुमारी, कन्हैया सहित अन्य मौजूद थे।
48 सौ वीडियो देखने पर मिलता था 7 से 15 हजार की नौकरी:
पीड़ितों में मुंगेर के तालिब ने बताया कि इस कंपनी में जमालपुर, मुंगेर, बेगूसराय, खगड़िया, भागलपुर के कई लोग जुड़े थे। उन्हें एक आईडी दी गयी थी। तथा एक व्यक्ति 2 लाख 50 हजार 5 सौ रुपये लिये जाते थे। मैंने अपने परिवार के करीब 20 लोगों को जोड़ा था। तथा करीब 50 लाख रुपए दिये थे। अरविंद ने कई लोगों को जोड़कर 40 लाख दिये थे। सबसे ज्यादा बबलू से करीब सवा करोड़ रुपए से अधिक लिया गया।
पीड़ितों ने बताया कि किसी को साल भर से तो किसी को सात-आठ माह तक प्रत्येक व्यक्ति को 15 हजार रुपये मासिक वेतन दिया गया था। प्रत्येक व्यक्ति को लिंक दे दिया जाता था। जिसपर यू-ट्यूब पर गाना की वीडियो व अन्य वस्तुओं को देखना होता था। करीब 48 सौ वीडियो देखने के बाद एक रैंक मिलती थी, जिसपर वेतन दिया जाता था। एक व्यक्ति की आईडी के नीचे कई लोग कार्यरत थे।
पांच दर्जन बाइक और एक दर्जन चार पहिया दे रखा था चेयरमैन ने
आरोपी चैयरमैन ने कंपनी को कुछ इस तरह सजाया था कि हर एक को नौकरी मिलने की संभावना प्रबल हो गयी थी। प्रचार-प्रसार में करोड़ों रुपये भी लगाए। तथा अपने पांच दर्जर सुपर वर्ककर को बाइक ईएमआई पर दिलावा दी थी। वहीं एक दर्जन को चार पहिया वाहन की खरीदकर दिया था। इनकी गाड़ियों पर भी जॉलीवुड की स्टीकर लगाकर तथा शहर में बड़े-बड़े होर्डिंग लगाकर प्रचार-प्रसार किया जाता था।
क्या कहती है पुलिस
आवेदन मिलते ही पुलिस ने आरोपी धीरज कुमार को हिरासत में लिया गया है। तथा शेष आरोपियों की तलाश के साथ साथ घटना की जांच में पुलिस जुटी है।
राजीव कुमार, थानाध्यक्ष, जमालपुर
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