Hindi Newsबिहार न्यूज़मुंगेरFlooding Delays Rabi Crop Sowing in Munger Farmers Face Economic Hardship

अब भी जमा है बाढ़ का पानी, रबी की बुआई पर संकट

मुंगेर के चिकदह क्षेत्र में बाढ़ का पानी नहीं निकलने से रबी फसल की बुआई में देरी हो रही है। मछली पालन के लिए जलकर लगाए जाने से पानी की निकासी में समस्या हो रही है। किसान प्रशासन से उचित उपाय की मांग...

Newswrap हिन्दुस्तान, मुंगेरSun, 24 Nov 2024 12:53 AM
share Share

मुंगेर। सदर प्रखंड की चिकदह( हसनपुर व हरदियाबाद) बहियार से अबतक बाढ़ का पानी नहीं निकल पाया है। बाढ़ व बारिश का पानी चिकदह टाल और चौर क्षेत्र से नहीं निकलने के कारण खेतों में रबी फसल की बुआई समय पर नहीं हो पा रही है। मछली पालन के लिए जलकर लगाए जाने से पानी नहीं निकल पा रहा है। फसल की बुआई समय पर नहीं हो पाने से किसान परेशान हैं। किसानों की मानें तो रबी फसल की बुआई के समय हर साल यही स्थिति रहती है। मछली पालन के लिए जलकर लगाए जाने से ऐसी स्थिति उत्पन्न होती है। इसके बावजूद प्रशासन की ओर से पानी निकासी की समुचित व्यवस्था नहीं की जा रही है। समय पर रबी फसल की बुआई नहीं होने नुकसान उठाना पड़ता है। सैकड़ों किसान परिवार रबी फसल पर ही आश्रित हैं। नवंबर महीना खत्म होने को है, ऐसे में किसानों की चिंता बढ़ गई है।

सीताकुंड के पास जलकर के कारण धीमी गति से निकल रहा पानी: चिकदह बहियार के सैकड़ों एकड़ में रबी फसल की खेती होती है। लेकिन जब-जब बाढ़ या भीषण बारिश होती है, तो इस बहियार में खेती नहीं हो पाती है। क्योंकि इस बहियार से पानी ही नहीं निकल पाता है। चिकदह बहियार से पानी निकलने के लिए बड़ा कच्चा नाला बना हुआ है, जो सीधे गंगा से जुड़ा है। इसी नाले से होकर गंगा का पानी बाढ़ के समय चिकदह बहियार में पहुंचता है। इसी नाले से पानी निकलता भी है। लेकिन मछली कारोबारियों ने सीताकुंड के समीप के नाला से पानी की निकासी रोक दी है, धीरे-धीरे पानी निकल रहा है। पानी निकलते-निकलते और खेत सूखने तक रबी फसल की बुआई का समय खत्म हो जाता है। इस कारण किसान रबी फसल से वंचित रह जाते हैं।

क्या कहते हैं प्रभावित किसान: बरदह के किसान मो.चांद, मो. महरुद्दीन, फखरुद्दीन, मनोरंजन कुमार आदि ने कहा कि प्रशासन को ऐसा उपाय करना चाहिये कि मछुआरों को भी फायदा हो और किसानों को भी नुकसान नहीं उठाना पड़े। रबी फसल की बुआई से पहले जलजमाव की समस्या खत्म हो ऐसी व्यवस्था करनी चाहिये। फसल उत्पादन नहीं होने के कारण हमलोग आर्थिक तंगी के शिकार हो जाते हैं।

कोट: किसानों को नुकसान नहीं हो इसको लेकर सीताकुंड जाकर जलकर देखा जाएगा। बाढ़ का जमा पानी तेजी से निकले इस संबंध में मछुआरों से बातकर समस्या का सामाधान किया जाएगा। -मनीष रस्तोगी, जिला मत्स्य पदाधिकारी, मुंगेर।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें