बाढ़ में बेघर हुए पीड़ितों की बारिश ने बढ़ाई परेशानी
बरियारपुर में बाढ़ पीड़ितों की स्थिति बिगड़ती जा रही है। बारिश ने उनकी मुश्किलें और बढ़ा दी हैं। राहत शिविरों में पानी भरा है और प्रशासन द्वारा दिया गया प्लास्टिक भी कम पड़ रहा है। बाढ़ पीड़ित चूड़ा,...
बरियारपुर, निज संवाददाता। बरियारपुर में बाढ़ पीड़ितों का दर्द कम नहीं हो रहा है। बाढ़ में घर से बेघर हुए लोगों की परेशानी बुधवार की रात से हो रही बारिश बढ़ा दी है। बाढ़ पीड़ितों को दिया गया सरकारी प्लास्टिक भी कम पड़ रहा है। बारिस के बीच सड़क किनारे तंबू में रह रहे बाढ़ पीड़ित रात में सो भी नहीं पा रहे हैं। ज़िला प्रशासन की ओर से चिन्हित 20 राहत शिविरों में से अधिकांश में अब भी पानी है। मुख्य शिविर फिलिप उच्च विद्यालय में भी बाढ़ का पानी अब भी जमा हुआ है। गंगा के जलस्तर में कमी आने के बाद भी बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के घरों से पानी नहीं निकला है। प्रभावित लोग परिवार के साथ एनएच 80 और रेलवे लाइन के किनारे तंबू में रह रहे हैं। कल्याण टोला के पास सड़क पर रहने वाले बाढ़ पीड़ित सरिता देवी, उमा देवी, उपेन्द्र मंडल आदि ने कहा कि बाढ़ ने बेघर कर दिया है। अब बारिश ने परेशानी बढ़ा दी है। बच्चों को चौकी पर बैठाकर रात गुजरना पड़ रहा है। प्रशासन की ओर से जो प्लास्टिक दिया गया वह भी कम पड़ गया है। राहत शिविर में बाढ़ का पानी है। बारिश में जैसे-तैसे सड़क पर तंबू में रहना पड़ रहा है।
हवा के झोकों में उड़ जा रहा तंबू: बारिश के साथ हवा के झोकों से बाढ़ पीड़ित परेशान हैं। बाढ़ पीड़ित सड़क किनारे प्लास्टिक के तंबू में रह रहे हैं। मंगलवार की रात से बारिश के साथ हवा चलने से बाढ़ पीड़ित परेशान हैं। प्लास्टिक तेज हवा में बार-बार उड़ जा रहा है। ऐसे में लोग रतजगा करने को मजबूर हैं।
चूड़ा,चीनी व चना खाकर भूख मिटा रहे पीड़ित परिवार:
बाढ़ पीड़ित जिला प्रशासन की ओर से मिले चूड़ा, चीनी एवं चना खाकर भूख मिटा रहे हैं। सबसे अधिक बच्चों को हो रही है। बच्चों को अबतक दूध एवं बिस्कूट नहीं मिल पाया है। तंबू को निहारते बच्चे एक बात पूछ रहे हैं घर कब जाएंगे पापा। कई वार्ड में अबतक बाढ़ पीड़ितों को सिर ढकने के लिये एक प्लास्टिक भी नहीं मिल पाया है।
कम्यूनिटी कीचन अबतक शुरू नहीं हुआ: भीषण बाढ़ आने पर पीड़ितों के लिये राहत शिविर में कम्यूनिटी कीचन चालू किया जाता था। लेकिन इस बार बाढ़ पीड़ितों के लिए कहीं भी कम्यूनिटी कीचन शुरू नहीं किया गया है। बाढ़ पीड़ितों को अबतक 1 किलो 250 ग्राम चूड़ा, 300 ग्राम चीनी और 300 से के 400 ग्राम चना दिया गया है। बाढ़ पीड़ित प्रमोद कुमार, मनोज कुमार, सरिता देवी आदि ने बताया कि चूड़ा, चीनी एवं चना भी कम मात्रा में मिला है।
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बाढ़ पीड़ितों के बीच खाद्य सामग्री का किया वितरण
असरगंज, निज संवाददाता। दो दिनों से हो रही बारिश से चौरगांव, अमैया एवं ढोल पहाड़ी गांव के बाढ़ पीड़ितों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। स्थानीय प्रशासन की ओर से चौरगांव पंचायत भवन में बाढ़ पीड़ितों के बीच खाद्य सामग्री के पैकेटों का वितरण किया गया है। बुधवार को पंचायत के उत्तरबारी टोला के वार्ड नंबर 1 के 200 बाढ़ पीड़ितों के बीच खाद्य सामग्री का पैकेट वितरण किया गया। गुरुवार को भी वार्ड नंबर 2, 3 एवं 4 के बाढ़ पीड़ितों के बीच में खाद्य सामग्री वितरण किया गया। खाद्य सामग्री वितरण के मौके पर सीओ उमेश कुमार शर्मा, बीपीआरओ अमित कुमार, प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी चंद्र प्रकाश आदि मौजूद थे।
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