30.74 करोड़ की लागत से रामनगर में होगा जमालपुर प्रखंड व अंचल का अपना भवन, राशि स्वीकृत
जमालपुर प्रखंड और अंचल कार्यालय के लिए नया भवन निर्माण को बिहार सरकार ने मंजूरी दी है। 70 साल बाद, अब कार्यालय जर्जर भवन से बाहर निकलेंगे। रामनगर पंचायत में करीब 30 करोड़ 74 लाख रुपये की लागत से भवन...
जमालपुर। निज प्रतिनिधि जमालपुर प्रखंडवासियों व प्रखंड व अंचल कार्यालय कर्मियों व अधिकारियों के लिए एक अच्छी खबर है। अब अधिकारियों व कर्मियों सहित ग्रामीणों को जर्जर भवन व किराए के मकान में संचालित अंचल व प्रखंड कार्यालय का भवन नहीं देखना पड़ेगा। करीब 70 साल बाद अब जमालपुर प्रखंड कार्यालय और जमालपुर अंचल कार्यालय को अपना भवन नसीब होगा। बिहार सरकार के ग्रामीण विकास विभाग ने जमालपुर प्रखंड सह अंचल कार्यालय भवन के निर्माण हेतु तकनीकी अनुमोदित मॉडल प्राक्कलन के आधार पर अनुमति प्रदान कर दी है। अब जमालपुर प्रखंड के रामनगर पंचायत में चयनित जमीन पर अति शीघ्र ही करीब 30 करोड़ 74 लाख 17 हजार की राशि से भवन निर्माण कराया जाएगा।
इस खबर से ग्रामीणों व कार्यालय कर्मियों व अधिकारियों में खुशी की लहर दौड़ पड़ी है। गौरतलब है कि बिहार राज्यपाल के आदेश से सरकार के सचिव लोकेश कुमार सिंह ने दिनांक 10 जनवरी 2025 को एक नोटिफिकेशन जारी कर बताया कि है कि सूबे के कुल 246 जर्जर अवस्था में अंचल व प्रखंड कार्यालय संचालित है। इसके जीर्णोद्धार के लिए करीब तकनीकी मॉडल प्राक्कलन के आधार पर 16 करोड़ 62 लाख 10 हजार रूपये एवं 62 भवनहीन प्रखंडों में प्रखंड सह अंचल कार्यालय भवन सह आवासीय भवन निर्माण के लिए तकनीकी अनुमोदित प्राक्कलन प्रति प्रखंड 30 करोड़ 74 लाख 17 हजार रुपये की दर से कुल राशि 59 अरब 94 करोड़ 75 लाख 14 हजार रुपये की योजना की प्रशासनिक स्वीकृति दी गयी है। इसमें जमालपुर प्रखंड सह अंचल कार्यालय भी शामिल है।
1954 में मिला था बिहार में प्रखंड व अंचल का दर्जा:
देश की आजादी के बाद पहली बार 1954 में जमालपुर को प्रखंड का दर्जा मिला था। तथा 1956 के बाद जमालपुर प्रखंड व अंचल कार्यालय के लिए भवन को किराए पर लिया गया। आजतक इस जर्जर भवन में दोनों कार्यालय संचालित है। सबसे ज्यादा परेशानी बरसात के दिनों में इस भवन में होती है। बारिश के मौसम में जर्जर भवन से टपकता बारिश का पानी से महत्वपूर्ण दस्तावेजों को भारी नुकसान होता रहा है। हालांकि जिला प्रशासन ने दस्तावेजों को अब तकनीकी विद्यियों से जहां कंप्युटर रिकॉड में दर्ज कर ली है, वहीं रख-रखाव के लिए भी इंतजाम किए गए हैं। बावजूद इसके लिए कर्मचारियों व अधिकारियों की संख्या के साथ रैयतों व ग्रामीणों की भी संख्या और दस्तावेजों में वृद्धि होती रही। लेकिन अब रामनगर पंचायत स्थित सिंचाई विभाग की जमीन पर प्रखंड व अंचल भवन सह आवासीय भवन का निर्माण होगा। इससे अधिकारियों व कर्मचारियों सहित ग्रामीणों में खुशी की लहर देखी जा रही है।
मकान स्वामी को भी मिली बड़ी राहत, कोर्ट के शरण में गए गृह स्वामी:
प्रखंड व अंचल को भवन के लिए मिली स्वीकृति से मकान स्वामी को भी बड़ी राहत मिली है। उन्हें अब उम्मीद है कि अब उनका मकान खाली हो जाएगा। सूत्रों ने बताया कि स्थापना काल से ही प्रखंड कार्यालय स्थित अंचल कार्यालय तथा अन्य कार्यालय प्राइवेट जमीन पर संचालित होना शुरू था। आरंभ में मकान मालिक को कार्यालय द्वारा किराया का भी भुगतान किया जाता था, परंतु कुछ दशक पहले तत्कालीन कार्यकारी प्रखंड विकास पदाधिकारी द्वारा मकान मालिक को किराया का भुगतान भी रोक दिया गया। जिसे लेकर मकान मालिक ने न्यायालय का दरवाजा भी खटखटाया है और इसके कारण विभाग पर मकान खाली करने का दबाव भी बनाया गया। विभाग ने दूसरे स्थान पर जमीन चिन्हित कर अधिग्रहण करने का आदेश भी दिया। परंतु नतीजा कुछ भी नहीं निकाला और यह पूरा मामला फाइलों में ही सिमट कर रह गया था। अब उम्मीद जगी है।
क्या कहते है विधायक:
जमालपुर की जनता ने मुझे विधायक बनाया, तथा विधायक बनते ही मैंने जमालपुर प्रखंड व अंचल को अपना भवन व आवास के लिए काफी प्रयास किया, आज प्रयास सफल हुआ है। उन्होंने कहा कि बिहार सरकार द्वारा कार्यान्वित योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने के कार्य में प्रखंड सह अंचल कार्यालय की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। साथ ही साथ प्रखंड प्रशासन राज्य सरकार की महत्वपूर्ण कड़ी के रूप में कार्य करती है। इस प्रकार प्रखंड सह अंचल कार्यालय सह आवासीय परिसर का निर्माण अत्यंत ही जनोपयोगी होगी। प्रखंड सह अंचल कार्यालय सह आवासीय परिसर के निर्माण से प्रखंड का संरचनात्मक ढांचा के सुदृढ़ीकरण होने से सुरक्षा एवं संरक्षण के साथ-साथ अन्य विकासात्मक कार्यों के कार्यान्वयन में तेजी आएगी।
डॉ. अजय कुमार सिंह, विधायक जमालपुर
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