शिक्षा विभाग एवं राजभवन के रवैया से कहीं उम्मीद में ही ना बीत जाए वर्ष- 2025
मुंगेर विश्वविद्यालय के लिए 2024 विकास में कई असफलताओं और चुनौतियों का सामना करना पड़ा। कई योजनाएं अधूरी रहीं, जबकि कुछ मामलों में सफलता मिली। अब 2025 के लिए छात्रों और शिक्षकों को शिक्षा विभाग और...
मुंगेर, एक संवाददाता। मुंगेर विश्वविद्यालय के लिए वर्ष- 2024 विकास के कई मामलों में चुनौतियों और असफलताओं से भरा रहा। लोगों की कई उम्मीदें पूरी नहीं हो सकीं। शिक्षा विभाग के साथ निरंतर लंबे समय तक टकराव ने विश्वविद्यालय के विकास कार्यों को बाधित किया। कई मामलों में प्रगति शून्य रही तो कई योजनाएं और परियोजनाएं या तो अधूरी रहीं या पूरी ही नहीं हो पाईं। हालांकि, कुछ मामलों में सफलता भी हाथ लगी।
विकास कार्यों में कमी:
विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा प्रस्तुत कई विकास योजनाएं शिक्षा विभाग अथवा राजभवन से स्वीकृति नहीं प्राप्त कर सकीं। जिन योजनाओं को मंजूरी मिली, वे भी समय पर पूरी नहीं हो पाईं। विश्वविद्यालय की अपनी जमीन और अपना भवन, कैंपस के विस्तार, आधारभूत संरचनाओं के निर्माण, नये पाठ्यक्रमों को शुरू करने, स्नातकोत्तर विभागों में पदों का सृजन, स्नातकोत्तर विभागों में लाइब्रेरी की सुविधा, विश्वविद्यालय में प्रेस की सुविधा, छात्र संघ एवं सीनेट चुनाव, सभी शिक्षकों की प्रोन्नति, अनुकंपा आश्रितों की नियुक्ति एवं विश्वविद्यालय में कई महत्वपूर्ण पदों पर अधिकारियों की नियुक्ति सहित अन्य कई मामलों में असफलता देखी गई।
वर्ष 2024 की सफलता:
मुंगेर विश्वविद्यालय वर्ष- 2024 में जहां अधिकांश मोर्चों पर असफल रहा, वहीं कुछ मामलों में विश्वविद्यालय को आधी- अधूरी ही सही सफलता भी मिली और विश्वविद्यालय विकास की दिशा में आगे बढ़ा। वर्ष- 2024 में विश्वविद्यालय को मिली सफलता की बात की जाए तो, पूर्व कुलपति द्वारा आनन-फानन में विश्वविद्यालय में लाइब्रेरी शुरुआत, अधिकांश शिक्षकों तथा कर्मचारियों को प्रोन्नति, सत्र का सामान्य रूप से नियमित होना, कई विषयों में बिहार विश्वविद्यालय सेवा आयोग से मिले नए शिक्षकों की नियुक्ति, वार्षिक खेलकूद प्रतियोगिता का सफल आयोजन एवं अन्य छोटी- मोटी सफलताएं विश्वविद्यालय की उपलब्धि मानी जाएगी।
वर्ष 2025 से उम्मीदें:
मुंगेर विश्वविद्यालय को वर्ष- 2024 में अपेक्षित सफलताएं तो नहीं मिली, लेकिन अब वर्ष- 2025 से यहां के छात्र-छात्राएं शिक्षकों, कर्मचारियों, अधिकारियों एवं मुंगेर के लोगों को काफी उम्मीदें हैं। लोगों को आने वाले नए वर्ष में उम्मीद है कि, मुंगेर विश्वविद्यालय का शिक्षा विभाग और राजभवन के साथ बेहतर समन्वय रहेगा। नए वर्ष में विश्वविद्यालय को नियमित कुलपति मिलने तथा वित्त परामर्शी एवं कॉलेज इंस्पेक्टर की नियुक्ति सहित अन्य अधिकारियों की नियुक्ति होने की उम्मीद है। लोगों को नए वर्ष में मुंगेर विश्वविद्यालय के लिए जमीन अधिग्रहण का कार्य संपन्न होने तथा विश्वविद्यालय के लिए आधारभूत संरचनाओं का निर्माण शुरू होने, स्नातकोत्तर विभागों में पदों का सृजन होने, कॉलेज में समुचित खेल सुविधाओं के विकास होने की आशा है। इसके साथ ही जो कार्य वर्ष- 2024 में संपन्न नहीं हो सका उसके वर्ष- 2025 में पूरे होने की आशा नए वर्ष की शुरुआत होगी। यहां के छात्रों और शिक्षकों को उम्मीद है कि, आने वाला नया वर्ष समस्याओं का समाधान लेकर आएगा और विश्वविद्यालय को एक नई दिशा प्रदान करेगा।
कहते हैं अधिकारी:
विकास एक सतत प्रक्रिया है। विश्वविद्यालय द्वारा अपने स्तर से जो कुछ किया जा सकता था, वह वर्ष- 2024 में किया गया। इस वर्ष विश्वविद्यालय को कई मामलों में असफलताएं हाथ लगी हैं, कुछ कार्य अधूरे रह गए हैं। लेकिन, आने वाले नए वर्ष में अधूरे कार्यों एवं अधूरी सफलताओं को सफलता में बदलने का पूरा प्रयास किया जाएगा। आशा है कि, जो कार्य इस वर्ष नहीं पूरे हो सके हैं, उसे नए वर्ष में पूरा किया जाएगा। मुंगेर विश्वविद्यालय के विकास को लेकर शिक्षा विभाग एवं राजभवन नए वर्ष में विशेष ध्यान देगी यह भी हमें उम्मीद है। सबसे बड़ी उम्मीद है कि, विश्वविद्यालय को नए वर्ष में अपनी जमीन उपलब्ध होगा और विश्वविद्यालय के लिए यथाशीघ्र विभिन्न आधारभूत संरचनाओं का निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा।
-- कर्नल विजय कुमार ठाकुर, कुलसचिव, मुंगेर
विश्वविद्यालय, मुंगेर
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