खड़गपुर में पहले फेज में 117 आंचल मौजा का होगा सर्वेक्षण
गा सर्वेक्षण नगर क्षेत्र एवं नगर क्षेत्र से छूने वाले गांव के मौजा का अभी नहीं होगा सर्वेक्षण सभी मौज में ग्राम सभा शिविर कार्य हुआ संपन्न 117 म
हवेली खड़गपुर। निज संवाददाता प्रखंड क्षेत्र के कुल 117 मौजे में बिहार विशेष सर्वेक्षण अधिनियम 2019 को लेकर सभी मौजे में ग्राम सभा का कार्य संपन्न हो गया है। 117 मौजे में सर्वेक्षण के लिए कुल 46 अमीन की जहां प्रतिनियुक्त की गई है। वहीं मुख्यालय स्थित अंचल में मुख्य शिविर केंद्र में डाटा ऑपरेटर व एक लिपिक की भी पदस्थापना कर दी गई है। किस तिथि को सर्वे को लेकर क्या-क्या होने वाला है इसकी भी रूपरेखा तैयार कर ली गई है। तिथिवार सर्वेक्षण कार्य को लेकर सूची भी बना ली गई है। विशेष सर्वेक्षण बंदोबस्त शिविर पदाधिकारी भाग्य नारायण कुमार ने बताया कि बिहार सरकार द्वारा भूमि सर्वेक्षण का कार्य प्रारंभ किया गया है।
प्रखंड में अंचल के अंतर्गत कुल 117 राजस्व ग्रामों में विशेष सर्वेक्षण का कार्य प्रारंभ किया जा रहा है। डिजिटल इंडिया के तहत सभी रिकार्ड कम्प्यूटरीकृत किए जा रहे हैं। सर्वेक्षण हो जाने के बाद भूमि दाता को काफी सुविधा होगी। भूमि से संबंधित विवाद पर विराम लगेगा। शिविर पदाधिकारी ने विशेष भू-सर्वेक्षण की महत्ता एवं इसमें उपयोग किए जा रहे तकनीकी एवं यंत्र तथा संरक्षण के विभिन्न बिदुओं पर प्रकाश डाला। ग्रामसभा में उपस्थित आम जनता, भूमिदाता एवं जनप्रतिनिधि से इसमें सहयोग देने की अपील की। उन्होंने बताया कि फिलहाल नगर क्षेत्र के सभी मौजा एवं कुछ ग्रामीण क्षेत्र के मौजा जो शहरी क्षेत्र को छूता है फिलहाल उसका सर्वेक्षण नहीं किया जा रहा है। जानकारी देते हुए बताया कि नो 21 अगस्त से 15 सितंबर तक खतीयानी विवरणी एवं संधारण एवं रैयतों से स्व घोषणा पत्र एवं वंशावली की प्राप्ति की जाएगी।
16 सितंबर से 15 अक्टूबर तक त्रिमानत एवं ग्राम सीमा का निर्धारण किया जाएगा। 16 अक्टूबर से 8 जनवरी 2025 तक रैयतों से स्वामित्व से संबंधित साक्ष्य का संकलन एवं याददाश्त पंजी का संधारण किया जाएगा।
9 जनवरी 2025 से 8 फरवरी 2025 तक खेसरा पंजी का संधारण एवं भू सर्वेक्षण सॉफ्टवेयर में प्रविष्ट कर रैयतों के मध्य खानापूरी पर्चा का वितरण किया जाएगा।
9 फरवरी 2025 से 8 मार्च तक खानापूरी पर्चा के विरुद्ध दवा अपत्ति का निपटारा किया जाएगा।
9 मार्च से 15 मार्च प्रथम विश्रांति की जाएगी।
16 मार्च से 15 अप्रैल तक प्रारूप का अधिकार का प्रकरण प्रकाशन किया जाएगा ।
16 अप्रैल 2025 से 14 जून तक प्रारूप अधिकार अभिलेख के विरुद्ध दावा आपत्ति का निपटारा किया जाएगा।
15 जून से 30 जून तक द्वितीय विश्रांति की जाएगी।
1 जुलाई से 15 जुलाई तक रैयतों के किस्म भूमि के अनुरूप बंदोबस्ती (लगान) इसके विरुद्ध दावा आपत्ति का निपटारा किया जाएगा। 16 जुलाई से 15 अगस्त तक अंतिम अधिकार अभिलेख का प्रकाशन किया जाएगा। अंतिम प्रकाशन के बाद किसी भी प्रकार की दवा अपत्ति नहीं ली जाएगी। उन्होंने कहा कि रैयतों को परेशानी ना हो इसके लिए संबंधित मौजा के अमीन डोर टू डोर जाकर कागजात व साक्ष्य लेंगे।
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