बिहार में शिक्षा और रोजगार पर संगोष्ठी: प्रशांत किशोर की शिक्षा पर विशेष जोर
मुंगेर में जन सुराज विचार मंच द्वारा शिक्षा और रोजगार पर संगोष्ठी आयोजित की गई। सेवानिवृत्त प्रो. जय प्रकाश नारायण की अध्यक्षता में, विशेषज्ञों ने बिहार की शिक्षा व्यवस्था में सुधार और रोजगार सृजन पर...
मुंगेर, एक संवाददाता। जन सुराज विचार मंच के बैनर तले शुक्रवार को स्टार मैरिज हॉल के पास बिहार में शिक्षा और रोजगार विषय पर एक संगोष्ठी आयोजित की गई। इसमें बिहार की शिक्षा व्यवस्था और रोजगार की समस्या पर गहन चर्चा हुई। संगोष्ठी की अध्यक्षता सेवानिवृत्त प्रो जय प्रकाश नारायण ने की। संगोष्ठी में महिला नेत्री निशी कुमारी, आप के पूर्व जिलाध्यक्ष दिनेश सिंह, मौलाना शाद, प्रदेश कार्यकारी सदस्य मो साहब मल्लिक, जिला परिषद सदस्य संजय प्रसाद सिंह और ऋतु राज वसंत समेत कई गणमान्य और जन सुराज विचार मंच से जुड़े दर्जनों लोग उपस्थित थे। संगोष्ठी का संचालन जन सुराज विचार मंच के अध्यक्ष संतोष सहाय ने किया।
संगोष्ठी को संबोधित करते हुए मौलाना शाद ने कहा कि, जब तक बिहार की शिक्षा व्यवस्था में मूलभूत बदलाव नहीं होगा, रोजगार की समस्या बनी रहेगी। उन्होंने शिक्षा को सुधारने के लिए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता पर बल दिया। जबकि, डेवलपमेंट ऑफिसर एस. प्रकाश ने रोजगार आधारित शिक्षा अपनाने का सुझाव देते हुए कहा कि, इससे बेरोजगारी को काफी हद तक दूर किया जा सकता है।
वहीं, मो साहब मल्लिक और ऋतु राज वसंत ने प्रशांत किशोर के विचारों को साझा करते हुए कहा कि, समाज में सुधार तभी संभव है जब हर बच्चा शिक्षित हो। उन्होंने कहा कि, प्रशांत किशोर की सोच है कि, प्रत्येक जिले में नेतरहाट स्तर का एक स्कूल जरूर हो, जिससे बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिले।
अंत में अपने अध्यक्षीय संबोधन में प्रो जय प्रकाश नारायण ने गुरुकुल शिक्षा प्रणाली को अपनाने की अपील की। उन्होंने कहा कि, प्राचीन शिक्षा प्रणाली आज भी प्रासंगिक हो सकती है, यदि इसे आधुनिक जरूरतों के साथ जोड़ा जाए।
संगोष्ठी में अन्य वक्ताओं जैसे नवीन कुमार, मौलाना रहमतुल्लाह रहमानी और मनोज कुमार चंडी ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
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